पटना: जेडीयू प्रवक्ता नीरज कुमार ने उत्तर प्रदेश के पुलिस महानिदेशक की ओर से हिंदू पंचांग के अनुसार अपराध की व्याख्या करने पर डीजीपी के साथ-साथ बीजेपी पर भी हमला बोला है. उन्होंने कहा कि जहां से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सांसद हैं, वहां के डीजीपी ने संवैधानिक अपराध किया है. पुलिस के अधिकारियों को हिंदू पंचांग के अनुसार अपराध की व्याख्या करने के लिए कहा गया है.
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"14 अगस्त को एक संवैधानिक महापाप किया है, उत्तर प्रदेश के डीजीपी ने. जहां से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सांसद हैं कि हिंदू पंचांग के अनुसार अपराध की व्याख्या करिये. पुलिस पदाधिकारियों को पंचांग भेजा और वीडियो जारी किया. हम भारतीय जनता पार्टी से जानना चाहते हैं कि क्या देश का संविधान इस बात की अनुमति देता है कि आप पंचांग के मुताबिक अपराध की व्याख्या करें? अगर नहीं तो माफी मांगिये"- नीरज कुमार, मुख्य प्रवक्ता, जनता दल यूनाइटेड
संविधान या हिंदू पंचांग के अनुसार पुलिसिंग?: जेडीयू के मुख्य प्रवक्ता ने बीजेपी से पूछा है कि क्या नेशनल क्राइम ब्यूरो जो केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह का विभाग है, वह उत्तर प्रदेश का मानक मानेगा और हिंदू पंचांग के अनुसार अपराध की व्याख्या करेगा. देश के संविधान के तहत सीआरपीसी और आईपीसी है, ऐसे में तो उसे बंगाल की खाड़ी में फेंक दिया जाएगा. इतना ही नहीं भारतीय संविधान को डस्टबिन में फेंक दिया जाएगा.
'यूपी डीजीपी पर होनी चाहिए कार्रवाई': नीरज कुमार ने कहा कि मैं जानना चाहता हूं कि यदि आपने परिपत्र जारी किया है तो मां बगला का मंत्र भी दे देते कि दुर्गा अष्टमी पढ़ने की सलाह दे देते और हनुमान चालीसा भी पढ़ने के लिए कह देते. लिहाजा हम प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृहमंत्री अमित शाह और नित्यानंद राय से जानना चाहते हैं कि क्या अपराध की व्याख्या अब हिंदू पंचांग के अनुसार होगा? यदि नहीं तो माफी मांगें और डीजीपी के खिलाफ कार्रवाई करें.
यूपी डीजीपी ने क्या कहा था?: दरअसल पहले एक पत्र जारी किया गया, फिर यूपी के डीजीपी विजय कुमार का वीडियो भी सामने आया है, जिसमें वह कह रहे हैं, 'चंद्रमा की कलाओं के आधार पर पुलिसिंग कैसे की जाती है. चंद्रमा की कला को जानने के लिए सबसे आसान तरीका है हिंदू पंचांग. उसके हिसाब से हम अपनी पुलिस की गतिविधियों को नियंत्रित करते हैं और जनता को ये जानना जरूरी है कि उन्हें पता रहना चाहिए कि किस समय अपराधी अपनी गतिविधि करते हैं.'