ETV Bharat / state

महागठबंधन के ऑफर को JDU ने बताया भ्रम फैलाने की साजिश.. तो RJD ने गिनवा दी मतभेदों की लिस्ट - ईटीवी भारत बिहार न्यूज

सीएम नीतीश को तेजस्वी के प्रस्ताव (Tejashwi Proposal To Nitish On Caste Census) को जेडीयू ने भ्रम फैलाने की कोशिश बता दिया. इसके बाद राजद नेता मृत्युंजय तिवारी ने कहा कि भ्रम खुद नीतीश कुमार फैला रहे हैं. पढ़ें पूरी खबर..

mrityunjay tiwari
mrityunjay tiwari
author img

By

Published : Jan 9, 2022, 8:05 PM IST

पटनाः बिहार को विशेष राज्य का दर्जा और जातीय जनगणना के मसले पर सीएम नीतीश कुमार को तेजस्वी के साथ आने का प्रस्ताव (Tejashwi Proposal To Nitish On Caste Census) दिया गया था. इसके बाद जारी बयानबाजी और कयासबाजी पर जेडीयू के वरिष्ठ नेता वशिष्ठ नारायण सिंह ने स्टैंड क्लियर कर दिया है.

इसे भी पढ़ें- जगदानंद सिंह के ऑफर पर BJP का पलटवार- 'पाप का प्रायश्चित कर NDA में आएं, हम देंगे सम्मान'

वशिष्ठ नारायण सिंह (jdu Leader Vashishth Narayan Singh) ने कहा कि इसके जरिए सहयोगी दलों और जनता के बीच भ्रम फैलाने की कोशिश (JDU Said Tejashwi Trying To mislead By Proposal To Nitish ) की जा रही है. वहीं, आरजेडी प्रवक्ता मृत्युंजय तिवारी ने कहा कि भ्रम हम नहीं, बल्कि नीतीश कुमार और जदयू के लोग फैला रहे हैं. राजद नेता ने कहा कि हम सत्ता के लिए नहीं बल्कि जनता के मुद्दे पर अपने स्टैंड पर कायम हैं. नीतीश कुमार फैसला लें इसलिए उनके साथ खड़े हैं.

जेडीयू नेता के बयान पर आरजेडी ने क्या कहा

मृत्युंजय तिवारी ने कहा कि जनता ने हमें सबसे बड़ी ताकत दी है, इसलिए हमको भ्रम फैलाने की क्या जरूरत है. सीएम नीतीश ने शिष्टमंडल के साथ प्रधानमंत्री से मुलाकात की थी. इसके बाद उन्होंने खुद कहा था कि नेता प्रतिपक्ष की मांग पर हम लोगों ने पीएम से मुलाकात की है.

इसे भी पढ़ें- नीतीश को RJD की तरफ से ऑफर मिलने के बाद क्यों याद आई साल 2013 की कहानी

राजद नेता ने कहा कि जाति के आधार पर जनगणना किसी पार्टी की नहीं बल्कि बिहार की 12 करोड़ जनता की मांग है. जब सर्वदलीय बैठक में प्रस्ताव पास होने के बाद सदन से भी इसे पास किया गया गया. डेलिगेशन ने प्रधानमंत्री से भी मुलाकात की, लेकिन बीजेपी की तरफ से अब तक जवाब नहीं आया. यह भ्रम फैलाना नहीं है तो क्या है?

लेकिन यह सब कुछ भूलकर हमारे प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह ने नीतीश कुमार को सारी बात बता दी और चट्टानी एकता के साथ उनके साथ खड़े होने की बात भी कह दी है. राजद नेता ने कहा कि इसका मतलब ये नहीं है कि फर्स्ट डिविजन वाली पार्टी थर्ड डिविजन वाली पार्टी को समर्थन दे दे. बावजूद इसके हम जनता के मुद्दे पर हम समर्थन कर रहे हैं.

इसे भी पढ़ें- जाति.. साथी और राजनीति, बिहार में शुरू हुई 'ऑफर' POLITICS.. 'चक्रव्यूह' में BJP

मृत्युंजय तिवारी ने कहा कि अगर बावजूद इसके नीतीश कुमार कुर्सी से चिपके रहेंगे तो वे बिहार की जनता का भविष्य बर्बाद करेंगे. अगर ऐसा हुआ तो आने वाला कल उन्हें कभी नहीं भूलेगा.

इस तरह से जदयू और आरजेडी दोनों जातीय जनगणना का मुद्दा हो या फिर विशेष राज्य के दर्जे का मुद्दा, भुनाने की कोशिश में लगा है. दोनों मुद्दों पर बीजेपी की अलग राय का भी आरजेडी भरपूर लाभ उठाने की कोशिश में लगा है. यही कारण है कि बार-बार गेंद नीतीश कुमार के पाले में डाल दिया जा रहा है.

विश्वसनीय खबरों को देखने के लिए डाउनलोड करें ETV BHARAT APP

पटनाः बिहार को विशेष राज्य का दर्जा और जातीय जनगणना के मसले पर सीएम नीतीश कुमार को तेजस्वी के साथ आने का प्रस्ताव (Tejashwi Proposal To Nitish On Caste Census) दिया गया था. इसके बाद जारी बयानबाजी और कयासबाजी पर जेडीयू के वरिष्ठ नेता वशिष्ठ नारायण सिंह ने स्टैंड क्लियर कर दिया है.

इसे भी पढ़ें- जगदानंद सिंह के ऑफर पर BJP का पलटवार- 'पाप का प्रायश्चित कर NDA में आएं, हम देंगे सम्मान'

वशिष्ठ नारायण सिंह (jdu Leader Vashishth Narayan Singh) ने कहा कि इसके जरिए सहयोगी दलों और जनता के बीच भ्रम फैलाने की कोशिश (JDU Said Tejashwi Trying To mislead By Proposal To Nitish ) की जा रही है. वहीं, आरजेडी प्रवक्ता मृत्युंजय तिवारी ने कहा कि भ्रम हम नहीं, बल्कि नीतीश कुमार और जदयू के लोग फैला रहे हैं. राजद नेता ने कहा कि हम सत्ता के लिए नहीं बल्कि जनता के मुद्दे पर अपने स्टैंड पर कायम हैं. नीतीश कुमार फैसला लें इसलिए उनके साथ खड़े हैं.

जेडीयू नेता के बयान पर आरजेडी ने क्या कहा

मृत्युंजय तिवारी ने कहा कि जनता ने हमें सबसे बड़ी ताकत दी है, इसलिए हमको भ्रम फैलाने की क्या जरूरत है. सीएम नीतीश ने शिष्टमंडल के साथ प्रधानमंत्री से मुलाकात की थी. इसके बाद उन्होंने खुद कहा था कि नेता प्रतिपक्ष की मांग पर हम लोगों ने पीएम से मुलाकात की है.

इसे भी पढ़ें- नीतीश को RJD की तरफ से ऑफर मिलने के बाद क्यों याद आई साल 2013 की कहानी

राजद नेता ने कहा कि जाति के आधार पर जनगणना किसी पार्टी की नहीं बल्कि बिहार की 12 करोड़ जनता की मांग है. जब सर्वदलीय बैठक में प्रस्ताव पास होने के बाद सदन से भी इसे पास किया गया गया. डेलिगेशन ने प्रधानमंत्री से भी मुलाकात की, लेकिन बीजेपी की तरफ से अब तक जवाब नहीं आया. यह भ्रम फैलाना नहीं है तो क्या है?

लेकिन यह सब कुछ भूलकर हमारे प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह ने नीतीश कुमार को सारी बात बता दी और चट्टानी एकता के साथ उनके साथ खड़े होने की बात भी कह दी है. राजद नेता ने कहा कि इसका मतलब ये नहीं है कि फर्स्ट डिविजन वाली पार्टी थर्ड डिविजन वाली पार्टी को समर्थन दे दे. बावजूद इसके हम जनता के मुद्दे पर हम समर्थन कर रहे हैं.

इसे भी पढ़ें- जाति.. साथी और राजनीति, बिहार में शुरू हुई 'ऑफर' POLITICS.. 'चक्रव्यूह' में BJP

मृत्युंजय तिवारी ने कहा कि अगर बावजूद इसके नीतीश कुमार कुर्सी से चिपके रहेंगे तो वे बिहार की जनता का भविष्य बर्बाद करेंगे. अगर ऐसा हुआ तो आने वाला कल उन्हें कभी नहीं भूलेगा.

इस तरह से जदयू और आरजेडी दोनों जातीय जनगणना का मुद्दा हो या फिर विशेष राज्य के दर्जे का मुद्दा, भुनाने की कोशिश में लगा है. दोनों मुद्दों पर बीजेपी की अलग राय का भी आरजेडी भरपूर लाभ उठाने की कोशिश में लगा है. यही कारण है कि बार-बार गेंद नीतीश कुमार के पाले में डाल दिया जा रहा है.

विश्वसनीय खबरों को देखने के लिए डाउनलोड करें ETV BHARAT APP

ETV Bharat Logo

Copyright © 2025 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.