पटना: 23 मई के बाद बिहार में बड़े राजनीतिक उठा पटक के तेजस्वी के बयान पर जेडीयू ने पलटवार किया है. जेडीयू ने कहा है कि दिल को बहलाने का गालिब खयाल अच्छा है. अगर कहा जाता है तो तेजस्वी यादव इसके बेहतर उदाहरण देख रहे हैं.
जेडीयू का पलटवार
जेडीयू प्रवक्ता राजीव रंजन ने कहा कि जमीन खिसक गई है. जिस तरह से जनता ने राजद को नकारा है. यह उसकी बौखलाहट है और कहीं न कहीं अतिवादी दृष्टिकोण है. कि तूफान आ जायेगा, इस्तीफा कर देंगे. उन्होंने कहा कि लोकसभा का चुनाव हो रहा है इस चुनाव में सफाया किसका होगा उनको पता है.
राजद बताये सुरक्षित सीट
वहीं राजीव रंजन ने राजद के संपर्क में जदयू विधायक के दावे को खारिज करते हुए कहा कि उन्हें चुनाव परिणाम तक इन्तजार करना चाहिए. उन्होंने कहा कि राजद एक सुरक्षित सीट बताये जहां से वह चुनाव जीत रही हो. राजीव रंजन के कहा कि महागठबन्धन में राजद के सहयोगी दल कहीं-कहीं लड़ाई में भी हैं, लेकिन राजद तो कहीं लड़ाई में भी नहीं है.
चालीस सीटों पर महागठबंधन की हार तय
राजीव रंजन ने कहा कि बिहार की चालीस सीटों पर महागठबंधन की हार होगी. उन्होंने तेजस्वी पर हमला करते हुए कहा कि अगर उनको कोई चमत्कार की उम्मीद है. जनादेश बेहद महत्वपूर्ण है तेजस्वी अगर इतनी लंबी बातें करते हैं. तो क्या बिहार में सूपड़ा साफ होने के बाद राजनीति वह से संन्यास लेंगे.
प्रो इनकंबेंसी वोट
जेडीयू प्रवक्ता ने मतदान को लेकर मतदाताओं के बढ़े रुझान को लेकर कहा कि यह प्रो इनकंबेंसी वोट है. नीतीश कुमार के 13 साल के कार्यकाल में वह सब काम हुए हैं. जो उससे पहले की सरकारों ने नहीं किया है. उन्होंने कहा कि कांग्रेस या राजद की सरकार रही हो. इन्होंने जनता का भला कभी नहीं किया है.
राजद का शासन बिहार के लिए काला अध्याय
राजीव रंजन ने कहा कि राजद का 15 साल का शासन बिहार के लिए काला अध्याय है. जिसकी पहचान नरसंहार, फिरौती, अपहरण और जातीय सेनाओं के संचालन से होता था. अगर वह दल 13 सालो में बदलाव को नकारता है. तो वह जनादेश को समझने में बड़ी भूल कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि अबतक जो चुनाव हुए हैं और जनता के रुख को देख कर उनको अपना बोरिया बिस्तर बांधकर तैयार रहना चाहिए.