पटना : नागालैंड विधानसभा चुनाव बिहार के लिए भी दिलचस्प बन गया है. जदयू के तरफ से अभी तक 8 उम्मीदवारों के नाम की घोषणा हुई है. जदयू के तरफ से घोषित उम्मीदवार अपने समर्थकों के साथ चिराग पासवान की पार्टी लोजपा रामविलास में शामिल हो गए हैं. चिराग पासवान ने बिहार के बाद नागालैंड में भी बड़ा झटका दिया है. जदयू की तरफ से अभी तक आठ उम्मीदवारों की घोषणा की है.
टूट का जेडीयू पर असर नहीं : जदयू में हुई टूट पर पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह का कहना है कोई नहीं गया है, केवल एक उम्मीदवार गया है जो नामांकन से पहले ही 5 से ₹10 करोड़ चाहता था. लेकिन हम लोग के पास रुपया कहां है? नामांकन के बाद चुनाव लड़ने के लिए जो मदद देते हैं वह भी चेक से देते हैं तो इसलिए गए हैं वहां. पार्टी जल्द ही उम्मीदवारों की सूची जारी कर देगी. जदयू के प्रदेश अध्यक्ष उमेश कुशवाहा का कहना है नागालैंड में टूट का कोई असर नहीं पड़ेगा. नागालैंड में हम लोगों की मदद से ही सरकार बनेगी. लेकिन, चिराग पासवान ने जो झटका दिया है उससे जदयू का राष्ट्रीय पार्टी बनने का सपना में लटक सकता है.
''कोई नहीं गया है केवल एक उम्मीदवार गया है जो भी उम्मीद्वार था. उसको नामांकन से पहले ही 5-10 करोड़ रुपया चाहिए था. लेकिन हम लोगों के पास तो रुपया है नहीं. जब हम नागालैंड गए थे तो वहां मिलने आए थे और जब लौट रहे थे तो उनकी पत्नी हमसे मिलने आई थी. उन्होंने फंड की मांग की है, तो हमने कहा कि फंड तो प्रदेश अध्यक्ष ही देंगे और नामांकन के बाद ही चुनाव लड़ने के लिए जो भी मदद पार्टी की तरफ से दी जाती है वह चेक से दी जाएगी.'' - ललन सिंह, राष्ट्रीय अध्यक्ष, जेडीयू
'नागालैंड में जेडीयू मजबूत': वहीं, जदयू के प्रदेश अध्यक्ष उमेश कुशवाहा का कहना है कि राजनीति में सब होते रहता है. उमेश कुशवाहा का तो यह भी कहना है कि कोई उम्मीदवार वहां बनाया नहीं गया था. टिकट नहीं दिया गया तो चले गए तो उसका क्या असर होगा. नागालैंड में जदयू पूरी मजबूती से है और इस बार बिना हम लोगों की मदद के सरकार नहीं बनेगी.
इस दिन है चुनाव : नागालैंड विधानसभा का चुनाव 27 फरवरी को होना है. 7 फरवरी नामांकन की अंतिम तिथि है. जदयू की तरफ से अभी तक उम्मीदवारों की पूरी सूची जारी नहीं की गई है. पिछले विधानसभा चुनाव में 14 उम्मीदवार को जदयू ने टिकट दिया था. लेकिन 13 उम्मीदवार चुनाव लड़े थे. नागालैंड के प्रभारी अफाक खान का कहना है कि हम लोग 14 से अधिक सीटों पर उम्मीदवार उतारेंगे और 8 सीटों पर उम्मीदवारों की घोषणा की गई है. ऐसे नामांकन मैं अब बहुत अधिक समय बचा नहीं है. लेकिन उम्मीदवारों को लेकर जदयू में असमंजस की स्थिति बनी हुई है.
चिराग ने लटका दिया राष्ट्रीय पार्टी बनने का सपना?: ऐसे में लोजपा रामविलास की पार्टी ने जो झटका दिया है, उससे जदयू की चुनौती बढ़ा दी है. चिराग पासवान ने बिहार की तरह नागालैंड में भी जदयू के खिलाफ उम्मीदवार देने की घोषणा कर दी है. आरजेडी के तरफ से भी उम्मीदवार उतारा जा रहा है. नागालैंड का चुनाव बिहार के लिए भी दिलचस्प बन गया है और जदयू ने नागालैंड में 6% वोट प्राप्त करने के लिए अपनी पूरी ताकत लगाई है. लेकिन चिराग पासवान बिहार की तरह नागालैंड में भी नुकसान पहुंचाने में सफल रहे हैं. तो नीतीश कुमार और ललन सिंह का जदयू को राष्ट्रीय पार्टी बनाने का सपना अधूरा रह सकता है.