पटना: डॉक्टरों की हड़ताल पर ममता बनर्जी को जदयू ने नसीहत दी है. जदयू प्रवक्ता डॉ. सुनील सिंह ने कहा कि केंद्र सरकार और राज्य सरकार पश्चिम बंगाल में डॉक्टरों को सुरक्षा मुहैया कराए. शुक्रवार को करीब पूरे देश में रेजिडेंट डॉक्टर हड़ताल पर चले गए. इसका असर बिहार में भी देखने को मिला.
पश्चिम बंगाल में डॉक्टरों पर मरीज के परिजनों ने हमला किया और उसके बाद जो बवाल शुरू हुआ, वह पूरे देश में फैल गया. डॉक्टरों की मानें तो वह अपनी जान की सुरक्षा की सरकार से मांग कर रहे हैं. एक तरफ डॉक्टर अपनी मांग पर अड़े हैं. तो दूसरी तरफ ममता बनर्जी झुकने का नाम नहीं ले रही हैं.
मरीजों के बीच मची हाहाकार
डॉक्टरों और सरकार की लड़ाई में मरीज मुसीबत में पड़ गए हैं. डॉक्टरों की हड़ताल पर देशभर में मरीजों के बीच हाहाकार मची हुई है. इसको लेकर राजनीतिक पार्टियां अपनी प्रतिक्रिया भी दे रही हैं और पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री से अनुरोध भी कर रही है.
हड़ताल पर हैं बिहार के भी डॉक्टर
डॉक्टरों की हड़ताल पर जदयू प्रवक्ता डॉक्टर सुनील सिंह ने कहा कि पश्चिम बंगाल में उनके ऊपर जो हमला हुआ. उसकी जितनी निंदा की जाए वह कम है. डॉक्टरों पर हमला भविष्य के लिए और समाज के लिए भी खतरा है. सुनील सिंह ने कहा कि पश्चिम बंगाल में हड़ताल का असर बिहार में भी है. यहां के डॉक्टर्स भी हड़ताल पर हैं.
'डॉक्टरों को सुरक्षा मुहैया कराए सरकार'
सुनील सिंह ने कहा कि यदि डॉक्टरों ने हड़ताल किया तो उसके पीछे भी कोई कारण है. उनके साथ हुई बर्बरता के कारण वो हड़ताल पर जाने के लिए मजबूर हो गए. उनकी सुरक्षा सरकार को करनी चाहिए. हमारी मांग है कि केंद्र सरकार और राज्य सरकार अविलंब डॉक्टरों को सुरक्षा मुहैया कराए.
ममता बनर्जी ने जारी किया फरमान
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने शुक्रवार को एक नया फरमान जारी किया. उन्होंने फरमान जारी करते हुए कहा कि बंगाल में रहने वालों को बांग्ला भाषा सीखना होगा. लोकतंत्र में इस तरह के फरमान कितना मायने रखता है. इस पर सुनील सिंह ने कन्नी काटते हुए कहा कि उनका फरमान हमने अभी देखा नहीं है. पूरे भारत का संविधान एक है ,लेकिन डॉक्टरों की हड़ताल मरीजों के हक में ठीक नहीं है.