पटना: लालू प्रसाद यादव का बेल रिजेक्ट होने पर जदयू ने कहा है कि कोर्ट ने पूरी सुनवाई के बाद सोच समझ कर फैसला लिया है. जदयू प्रवक्ता राजीव रंजन ने कहा कि लालू प्रसाद यादव पर पहले ही कई तरह के रेस्ट्रिक्शन थे. हमारे नेता और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने आरोप भी लगाया था कि वह जेल में रहते मोबाइल से बात करते हैं और बेल इसलिए लेना चाहते थे कि बाहर आकर परिवार की झंझट और चुनाव को हैंडल कर सके. क्योंकि उन्हें लगता है कि तेजस्वी यादव सब चीजों को ठीक से हैंडल नहीं कर रहे हैं.
जदयू प्रवक्ता राजीव रंजन ने कहा कि बिहार में बेल रिजेक्ट होने का चुनाव पर कोई असर नहीं पड़ेगा. यहां एनडीए बहुत आगे चल रहा है और कोर्ट ने लालू प्रसाद यादव पर पहले ही कई तरह की पाबंदियां लगा रखी हैं. इसके बावजूद टिकट बंटवारे से लेकर विवादों को निपटाने में लालू प्रसाद यादव महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे थे. और इसी कारण मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा था कि जेल में रहते मोबाइल पर बात करते हैं.
पहले चरण का चुनाव कल होना है. ऐसे में लालू प्रसाद यादव का बेल रिजेक्ट होना महागठबंधन खेमे के लिए एक बड़ा झटका है. आखिर आरजेडी इसको किस ढंग से लेती है. यह देखना दिलचस्प होगा लेकिन जदयू प्रवक्ता राजीव रंजन का कहना है कि पहले भी राजद खेमे से कई तरह के आरोप लगते रहे हैं लेकिन कोर्ट सारी चीजों को देखकर ही फैसला लेता है.