पटना: राजधानी पटना में एनडीए के घटक दलों में खींचतान (Nda In Patna) की बात चल रही है. राजधानी में बीजेपी के संयुक्त मोर्चा की बैठक में बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा (BJP President Jp Nadda) ने बयान दिया था कि आगामी लोकसभा और विधानसभा चुनाव में एनडीए के घटक दल एक साथ ही चुनाव लड़ेंगे. इस बारे में जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह (Munger MP LALAN SINGH) ने कहा कि पहले हमारी पार्टी पूरे राज्य में संगठन को मजबूत बनायेगी, उसके बाद इस बात पर विचार किया जायेगा कि आगामी चुनाव कैसे लड़ना है. आगामी 2024 और 2025 में किसके साथ गठबंधन होगा यह अभी से बोलना काल्पनिक बात है. क्योंकि अभी चुनाव की घोषणा नहीं हुई है. उन्होंने कहा कि "कल क्या होगा" यह किसने देखा है.
ये भी पढ़ें: खेला होने वाला है क्या? BJP ने JDU की 43 सीटों को अपने 'मिशन बिहार' में नहीं दी जगह
जदयू और बीजेपी में तकरार तो नहीं: राजधानी पटना में पत्रकारों से बातचीत के दौरान ललन सिंह (Lalan Singh Statement On Alliance With Nda In Next Eletion) ने कहा कि बीजेपी के साथ गठबंधन चल रहा है. जब उनसे बीजेपी के शीर्ष नेताओं की ओर से दिये बयान के बारे में पूछा गया तो कहा कि हम गठबंधन की बात को नकार कहां रहे हैं. उन्होंने कहा कि अभी लोकसभा चुनाव की घोषणा नहीं हुई है. इसलिए चुनाव में गठबंधन पर कोई सवाल करना काल्पनिक बात है. ललन सिंह ने साथ ही यह भी कहा कि 2010 के विधानसभा चुनाव में जदयू को जितनी सीटें आई थी उतनी ही सीटों पर हम लोग लक्ष्य मानकर तैयारी कर रहे हैं. वहीं 2020 के चुनाव में जदयू को 43 सीट आई थी. इस बात पर उन्होंने कहा कि इसमें जनाधार में कमी के कारण सीटें कम नहीं हुई बल्कि षडयंत्र के तहत जदयू को कई सीटों पर हराया गया था जिस कारण जदयू की सीटें कम हुई थी. अभी हम लोग नीतीश कुमार के जनाधार को संगठित कर उसे समेटने का काम कर रहे हैं. अभी हमलोगों का पूरा फोकस इसी पर टिका है.
ये भी पढ़ें: बोले ललन सिंह - 'अभी तो BJP और JDU का गठबंधन है ही'
अगले चुनाव पर लगाया जा रहा कयास: बता दें, बिहार में 2020 विधानसभा चुनाव में लोजपा के कारण जदयू को काफी नुकसान हुआ था और पार्टी तीसरे नंबर पर पहुंच गयी थी. जिसके बाद जदयू पार्टी का कमान मिलते ही ललन सिंह ने उसी समय से जदयू के 2010 वाले प्रदर्शन को दोहराने का बात किया है. बिहार विधानसभा चुनाव में 2010 में जदयू को 115 सीटों पर जीत मिली थी. हालांकि उस समय जदयू पार्टी चुनाव में बीजेपी के मुकाबले अधिक सीटों पर चुनाव लड़ी थी और अब बराबर सीटों पर चुनाव लड़ती है. कयास यह भी लगाया जा रहा है कि इस बार की स्थिति में बदलाव देखा जा सकता है. विधानसभा चुनाव 2025 में जदयू की ओर से अधिक सीटों पर दावेदारी की जा सकती है. जिसके कारण दोनों पार्टियों में विवाद हो सकता है. हालांकि चुनाव आने में काफी समय है, उसके बावजूद दोनों तरफ से गठबंधन को लेकर लगातार बयानबाजी हो रही है.
केंद्रीय कैबिनेट में सीट पाने के लिए प्रेशर पॉलिटिक्स: चर्चा ये भी है केंद्रीय कैबिनेट में जगह पाने के लिए जेडीयू प्रेशर पॉलिटिक्स कर रही है. जेडीयू की ओर से इकलौते मंत्री आरसीपी सिंह थे उनका कार्यकाल खत्म होने पर उन्हें इस्तीफा देना पड़ा. अब जेडीयू दो मंत्री पद केंद्र में चाहती है. इसलिए ललन सिंह बीजेपी पर दबाव बना रहे हैं. उनका कहना है कि पहले वो संगठन को मजबूत करेंगे फिर गठबंधन की सोचेंगे. जेडीयू ने अपने इरादे और दांत दोनों दिखाने शुरू कर दिए हैं.