पटना: तेजप्रताप यादव (Tej Pratap Yadav) और जगदानंद सिंह (Jagdanand Singh) के बीच मची जुबानी जंग को लेकर जेडीयू (JDU) ने आरजेडी (RJD) पर निशाना साधा है. प्रवक्ता नीरज कुमार (Neeraj Kumar) ने कहा कि जब सारा अधिकार लालू यादव के हाथ में है तो दोषी व्यक्ति पर कार्रवाई क्यों नहीं हो रही है.
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जेडीयू के मुख्य प्रवक्ता और विधान पार्षद नीरज कुमार ने आरजेडी में मचे बवाल पर कहा कि वैसे तो यह आरजेडी का अंदरूनी मामला है, लेकिन जिस प्रकार से एक नेता (तेजप्रताप यादव) आरजेडी के संविधान के खिलाफ आचरण की बात कर रहा है तो दूसरी तरफ प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह उसी पार्टी के संविधान की दुहाई दे रहे हैं तो लालू यादव को सामने आकर स्थिति स्पष्ट करनी चाहिए.
नीरज कुमार ने कहा कि सच तो ये है कि गेंद आरजेडी अध्यक्ष लालू यादव के पाले में है. राष्ट्रीय जनता दल के संविधान की धारा 33 (ख) में स्पष्ट है कि अनुशासनहीनता को लेकर प्रदेश अध्यक्ष को कार्रवाई करने का अधिकार है, लेकिन अंतिम सहमति राष्ट्रीय अध्यक्ष की होगी. जेडीयू प्रवक्ता ने कहा कि प्रदेश अध्यक्ष अगर आरजेडी के संविधान को मानते हैं तो राष्ट्रीय अध्यक्ष को अनुशंसा करने की राजनीतिक ताकत रखते हैं.
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नीरज कुमार ने ये भी कहा कि छात्र आरजेडी का अंतरराष्ट्रीय सचिव का पद भी हो सकता है, जो राष्ट्रीय अध्यक्ष नामित कर सकता है. सारा अधिकार राष्ट्रीय अध्यक्ष के पास है और विकल्प भी है, लेकिन जगदा बाबू के साथ जो व्यवहार हो रहा है वैसे में लालू यादव कार्रवाई करने से डर क्यों रहे हैं.
"पुत्र मोह या जगदा बाबू के प्रति सम्मान, दोनों में से एक पर अपनी राय लालू प्रसाद यादव को स्पष्ट करनी होगी, आखिर कार्रवाई करने से वे डर क्यों रहे हैं"- नीरज कुमार, मुख्य प्रवक्ता, जेडीयू