पटनाः विधानसभा चुनाव (Bihar Assembly Election) में तीसरे नंबर पर पहुंचने के बाद जेडीयू (JDU) अब फिर से वर्ष 2010 के शानदार प्रदर्शन को 2025 में रिपीट करने की तैयारी में लग गयी है. हालांकि वर्ष 2010 और 2021 में बहुत अंतर है. लेकिन जदयू नेताओं का दावा है कि हम लोग अपना बेहतर प्रदर्शन आने वाले चुनाव में जरूर करेंगे. पार्टी उसी के अनुसार तैयारी भी कर रही है. आने वाला समय जदयू का ही होगा, यह भी दावा हो रहा है.
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2010 में जदयू 141 सीटों पर चुनाव लड़ कर 115 सीट जीती थी. वहीं बीजेपी 102 सीटों पर चुनाव लड़ कर 91 सीट जीती थी. लेकिन 2020 में जदयू 122 और बीजेपी 121 लगभग बराबर बराबर सीटों पर चुनाव लड़ी. हालांकि जदयू ने 7 सीट हम पार्टी को दिया, तो वहीं बीजेपी ने 11 सीट वीआईपी को दिया. इस हिसाब से देखें तो जदयू 115 और बीजेपी 110 सीट पर चुनाव लड़ी. लेकिन जदयू को जहां 43 सीट पर जीत मिली तो वहीं बीजेपी को 74 सीट पर.
2010 में बिहार विधानसभा चुनाव में जदयू और बीजेपी का प्रदर्शन के बारे में भी जान लीजिए. जदयू 141 सीटों पर चुनाव लड़ी. 115 सीटों पर जीत मिली थी. जिसका प्रतिशत 22.61% है. बीजेपी 102 सीटों पर चुनाव लड़ी. 91 सीटों पर पर जीत मिली. 16.46% सीटों का प्रतिशत रहा.
2020 में जदयू ने 115 सीटों पर चुनाव लड़ा. 43 पर जीत मिली, जिसका प्रतिशत 15.38 रहा. वहीं बीजेपी ने 110 सीटों पर चुनाव लड़ा. 74 सीटें मिली. जिसका प्रतिशत 19.46 रहा.
इन आंकड़ों से साफ है कि 2010 में और अब 2020 में स्थितियां बहुत बदल चुकी हैं. जहां 2010 में जदयू अपने प्रचंड परफॉर्मेंस दे रहा था, वहीं 2020 में तीसरे नंबर पर पहुंच चुका है.
'2010 वाली स्थिति प्राप्त करना अब संभव नहीं है. लेकिन पार्टी अपना प्रदर्शन बेहतर कर सकती है. उसी में पार्टी लगी हुई भी है. पार्टी का जो उस समय स्ट्राइक रेट था, वह जरूर दोहराया जा सकता है.' -रवि उपाध्याय, वरिष्ठ पत्रकार
'2020 विधानसभा चुनाव में पार्टी को 43 सीट आया है, तो अगले विधानसभा चुनाव में हम 243 भी ला सकते हैं. विधानसभा चुनाव के रिजल्ट के बाद भी हम लोग बैठे नहीं हैं. एक्टिव मोड में हैं और आने वाला समय जदयू का ही होगा.' -उमेश कुशवाहा, प्रदेश अध्यक्ष, जदयू
पार्टी के विधायकों का भी कहना है की पार्टी पूरी ताकत लगा रही है. संगठन को लगातार मजबूत करने की कोशिश हो रही है. इसलिए हम लोगों का प्रदर्शन आने वाले दिनों में बेहतर होगा, यह तय है. हम लोग 2010 वाली स्थिति फिर से प्राप्त कर सकते हैं.' -विधायक, जदयू
2010 के रिजल्ट की प्राप्ति के लिए नीतीश कुमार ने लिए हैं कई बड़े फैसले
- ललन सिंह को बनाया है पार्टी का राष्ट्रीय अध्यक्ष
- उपेंद्र कुशवाहा को पार्टी सहित जदयू में कराया शामिल
- उपेंद्र कुशवाहा बनाया संसदीय बोर्ड का राष्ट्रीय अध्यक्ष
- फिर से जनता दरबार की कर दी है शुरुआत
- पार्टी कार्यालय में कार्यकर्ताओं से जुड़ी समस्या दूर करने का मंत्रियों को निर्देश
- पार्टी नेताओं को लोगों के बीच जाने का निर्देश
पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह लगातार कह रहे हैं कि 2010 की स्थिति हमलोग प्राप्त करेंगे. संसदीय बोर्ड के राष्ट्रीय अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा भी कह रहे हैं 2010 वाला प्रदर्शन हम लोग फिर से दोहराएंगे. लेकिन फिलहाल जो तालमेल की स्थिति है, उसमें अब जदयू को उतनी सीटें मिलने वाली नहीं हैं. जब सीट ही नहीं मिलेगी तो 2010 वाला प्रदर्शन कैसे होगा, यह एक एक बड़ा सवाल है.
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