पटना: रानीगंज के शक्ति मलिक के वायरल वीडियो को लेकर जेडीयू ने तेजस्वी पर हमला बोला है. पीर्टी प्रवक्ता राजीव रंजन ने कहा कि शक्ति मलिक महादलित समुदाय से थे और उनकी हत्या कर दी गई, लेकिन हत्या से पहले उन्होंने जो बयान दिया था.
उसमें तेजस्वी यादव पर टिकट के लिए 50 लाख रुपये मांगने का आरोप लगाया है. अब उनके परिवार के सदस्य भी वही आरोप लगा रहे हैं. राजीव रंजन ने कहा कि तेजस्वी यादव का पोल पूरी तरह खुल गया है. शक्ति मलिक महादलित समुदाय से थे और तेजस्वी यादव ने उन्हें जाति सूचक शब्द के साथ अपमानित भी किया.
'तेजस्वी के कथनी और करनी में काफी अंतर है'
जेडीयू प्रवक्ता ने पत्रकारों से बातचीत में कहा कि जिस प्रकार से शक्ति मलिक का वीडियो वायरल है. इससे यह साफ हो गया है कि तेजस्वी यादव के कथनी और करनी में काफी अंतर है. पहले हम लोग उनपर अनुभव हीनता को लेकर निशाना साधते थे. महागठबंधन ठीक से नहीं चला पा रहे हैं. इसके लिए निशाना साधते थे, लेकिन शक्ति मलिक और मुकेश सहनी के साथ जो उन्होंने किया साफ है कि दलित और अति पिछड़ों के प्रति उनकी क्या सोच है.
शक्ति मलिक की कर दी गई हत्या
राजीव रंजन ने कहा कि शक्ति मलिक मामले में जो वीडियो वायरल है. उसमें शक्ति मलिक ने साफ कहा है कि टिकट के लिए तेजस्वी यादव ने पटना बुलाया था और 50 लाख रुपए की मांग की थी. 20 लाख और बाद में देने की बात कही थी, लेकिन असमर्थता जताने पर उन्हें जाति सूचक शब्दों से अपमानित भी किया गया. बाद में शक्ति मलिक की हत्या कर दी गई है और उनके माता-पिता ने भी उस आरोप को दोहराया है. वहीं राजीव रंजन ने मुकेश सहनी के साथ किए गए व्यवहार को लेकर भी तेजस्वी के कथनी-करनी पर तंज कसा है.
जेडीयू की नजर दलित और अति पिछड़ा वोट बैंक पर
दलित और अति पिछड़ा को लेकर जेडीयू की ओर से लगातार तेजस्वी और आरजेडी पर निशाना साधा जा रहा है. विधानसभा चुनाव में जेडीयू की नजर दलित और अति पिछड़ा वोट बैंक पर है.