पटनाः पूर्व मुख्यमंत्री और हम प्रमुख जीतन राम मांझी (HAM Chief Jitan Ram Manjhi) अपने बयानों के कारण हमेशा विवाद में रहते हैं. इस बार उन्होंने खास जाति को लेकर जो आपत्तिजनक (Controversial Statement on Brahmins) बयान दिया है. इसका विरोध लगातार हो रहा है. अब जेडीयू और बीजेपी ने भी साफ कह दिया है कि ना तो हम जीतन राम मांझी के बयानों का समर्थन करते हैं और ना ही कानून का उल्लंघन करने वाले बयानों का. जो भी कानून का उल्लंघन करेगा, उसके खिलाफ कार्रवाई होगी.
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बीजेपी नेता प्रेम रंजन पटेल का कहना है कि जीतन राम मांझी (manjhi statement on brahmins)ने जो बयान दिया है, उसे कहीं से भी सही नहीं ठहराया जा सकता है. मांझी ने उसके लिए माफी भी मांगी है लेकिन जिस प्रकार से अब बयानबाजी हो रही है, वह भी सही नहीं है. इससे समाज का सद्भाव बिगड़ेगा. समाज में तनाव बढ़ेगा. किसी को भी कानून अपने हाथ में लेने का अधिकार नहीं है. जो भी कानून का उल्लंघन करेगा, उसके खिलाफ करवाई होगी.
वहीं, जदयू प्रवक्ता अभिषेक झा का कहना है कि हम लोग कभी भी अनुचित बयान का समर्थन नहीं करते हैं. चाहे बयान सहयोगी दल दें या विपक्षी. हमारा लोकतांत्रिक देश है और यहां सभी जाति, धर्म, समुदाय के लोग सामाजिक सद्भाव के साथ रहते हैं. मांझी ने भी अपने बयान को लेकर खेद जताया है. उन्हें भी एहसास हुआ होगा लेकिन उसके बाद अनर्गल बयानबाजी सही नहीं है.
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बता दें कि जीतन राम मांझी द्वारा दिए गए अपत्तिजनक बयान के बाद ब्राह्मण समाज के लोग आक्रोशित हो गए हैं. उनका विरोध लगातार हो रहा है. कई जगहों पर केस भी हुआ है. साथ ही मानवाधिकार आयोग से भी शिकायत की गई है. खास जाति को लेकर जो आपत्तिजनक बयान उन्होंने दिया है, उनका विरोध लगातार हो रहा है. उनका जीभ काटने पर इनाम की घोषणा तक कर दी गई है.
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