पटनाः बिहार में मानव श्रृंखला को लेकर सियासी घमासान जारी है. जहां, नीतीश कुमार 19 जनवरी को जल जीवन हरियाली और शराबबंदी को लेकर मानव श्रृंखला बनाने जा रहे हैं. वहीं, नीतीश कुमार के धुर विरोधी उपेंद्र कुशवाहा बेरोजगारी और शिक्षा पर 24 जनवरी को मानव कतार बनाने जा रहे हैं. वहीं, आरएलएसपी के मानव कतार पर एनडीए नेताओं ने उपेंद्र कुशवाहा पर चौतरफा हमला बोला है.
रालोसपा प्रमुख उपेंद्र कुशवाहा ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर बिहार सरकार के मानव श्रृंखला को जेडीयू द्वारा हाईजैक करने का आरोप लगाया था. वहीं, उपेंद्र कुशवाहा ने नीतीश कुमार के मानव श्रृंखला के जवाब में मानव कतार बनाने का फैसला लिया है. जिसका पोस्टर राजधानी पटना में कई जगहों पर लगाया गया है. हालांकि जेडीयू कोटे से सूचना एवं जनसंपर्क मंत्री नीरज कुमार ने कुशवाहा के मानव कतार पर कई तरह के सवाल खड़े किये हैं.
'शिक्षा में सुधार का पैमाना बताएं कुशवाहा'
मंत्री नीरज कुमार ने सवाल पूछते हुए कहा कि उपेंद्र कुशवाहा केंद्र में मानव संसाधन राज्य मंत्री रह चुके हैं, लेकिन बिहार के लिए उन्होंने क्या-क्या किया बताना चाहिए. जेडीयू नेता ने आरोप लगाया कि कुशवाहा ने शिक्षकों के विरोध में हाईकोर्ट में हलफनामा दिया. नीरज कुमार ने उपेंद्र कुशवाहा से शिक्षा में सुधार के पैमाना के बारे में सवाल पूछे हैं. उन्होंने कहा कि शायद कुशवाहा को नहीं मालूम कि बिहार में केरल से अधिक बच्चे स्कूल जाते हैं और शिक्षक छात्र का अनुपात बिहार में कैसा है.
फेल होगी कुशवाहा की मानव श्रृंखला
वहीं, बीजेपी के प्रदेश प्रवक्ता प्रेम रंजन पटेल ने उपेंद्र कुशवाहा से मंत्री काल के दौरान का हिसाब मांगा. कुशवाहा पर तीखा हमला करते हुए उन्होंने कहा कि आरएलएसपी प्रमुख ने मानव संसाधन विकास राज्य मंत्री रहते हुए बिहार के लिए कुछ नहीं किया. लेकिन जनाधार खिसकने के बाद वह राजनीतिक रोटी सेंक रहे हैं. बीजेपी नेता का कहना है कि उपेंद्र कुशवाहा जनता का विश्वास खो चुके हैं. उन्होंने कहा कि कुशवाहा का मानव श्रृंखला फेल होगा.