पटनाः एनडीए में चिराग पासवान को लेकर मुश्किलें बढ़ रही है. पहले भी चिराग पासवान ने नीतीश सरकार पर अपने ट्वीट और बयानों से मुश्किल खड़ी की है. कई चिट्ठी लिखकर अपनी नाराजगी भी जताई है और आज अचानक पटना में बैठक कर रहे हैं. चिराग के रवैय्या पर जदयू ने नसीहत भी दी है. जदयू प्रवक्ता राजीव रंजन ने कहा कि चिराग पासवान एनडीए के घटक दल के राष्ट्रीय अध्यक्ष हैं, उन्हें जन भावना का सम्मान करना चाहिए.
एनडीए को जनता का आशीर्वाद
जदयू प्रवक्ता राजीव रंजन ने कहा कि 2019 में जनता ने महागठबंधन का सफाया कर दिया था और बिहार विधानसभा चुनाव में एनडीए उससे भी बड़ी जीत की ओर आगे बढ़ रहा है. ऐसे में एनडीए के एक घटक दल के राष्ट्रीय अध्यक्ष चिराग पासवान को जन भावनाओं का सम्मान करना चाहिए. राजीव रंजन ने कहा कि एनडीए को जनता का आशीर्वाद मिलने जा रहा और जन भावना का सम्मान एनडीए का कार्यकर्ता भी करता है और बड़े नेताओं से भी इसी तरह की उम्मीद है.
लंबे समय से है चिराग की नाराजगी
गौरतलब है कि चिराग पासवान की नाराजगी लंबे समय से है. चिराग नीतीश कुमार की ओर से तवज्जो नहीं दिए जाने, विधान परिषद में लोजपा की मांग नहीं पूरा करने और विधानसभा चुनाव को लेकर सीटों पर सहमति की मांग को भी नजर अंदाज किए जाने से खफा हैं.
चिराग तेजस्वी यादव के सुर में सुर मिला रहे
चिराग विधानसभा चुनाव टालने को लेकर तेजस्वी यादव के सुर में सुर मिला रहे हैं. विवाद तब और बढ़ा जब प्रधानमंत्री ने कोरोना को लेकर पिछले दिनों बैठक की और टेस्ट को बढ़ाने को लेकर ट्वीट किया. जिसे चिराग पासवान ने भी रिट्वीट कर दिया और उसका जवाब जदयू सांसद ललन सिंह ने कालिदास कह कर दिया. फिर लोजपा के तरफ से ललन सिंह को सूरदास बताया गया. चिराग पासवान अचानक पटना में आज बैठक भी कर रहे हैं. देखना है इस बैठक में क्या कुछ फैसला लेते हैं. एनडीए घटक दल के नेताओं की भी इस बैठक पर नजर है.