पटना: राजधानी पटना स्थित राजद प्रदेश कार्यालय में मंगलवार को 2023 का पहला जनसुनवाई (Janasunavaee In Patna RJD Office) का आयोजन किया गया. इस दौरान राज्य भर से आये आम लोगों से जुड़े 175 मामलों की सुनवाई की गई. बिहार सरकार के शिक्षा मंत्री प्रोफेसर चंद्रशेखर (Education Minister Dr Chandrashekhar) और विधि मंत्री डॉ शमीम अहमद (Law Minister Dr Shamim Ahmed) ने कार्यक्रम के दौरान समस्याओं की सुनवाई की. कुछ मामलों में मंत्रियों ने संबंधित अधिकारियों को सीधे फोन किया. वहीं कुछ मामलों में विभाग के अधिकारियों को पत्राचार करने का आदेश दिया.
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" शिक्षक नियोजन इकाई में धांधली की शिकायतों की जांच कर कार्रवाई का आदेश दिया गया है. मामले में दोषी पदाधिकारियों पर भी कार्रवाई की जाएगी. विश्वविद्यालयों के सत्र को नियमित करने के संबंध में राज्य सरकार ने सलाह दी है कि सत्र को नियमित करते हुए समय पर परीक्षाफल प्रकाशित की जाए. इस विषय पर तीन-चार दिनों के अंदर कुलाधिपति सह राज्यपाल से मिलकर सारी बातों से अवगत कराएंगे."-प्रोफेसर चंद्रशेखर, शिक्षा मंत्री
"मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और उपमुख्यमंत्री तेजस्वी प्रसाद यादव के नेतृत्व में महागठबंधन सरकार सब को न्याय और रोजगार देने के प्रति संकल्पित हैं."-डॉ शमीम अहमद, विधि मंत्री
वरीय अधिकारियों को दिया गया निर्देशः प्रदेश प्रवक्ता एजाज अहमद ने बताया कि मंगलवार को करीब 175 लोगों ने अपनी समस्याओं से संबंधित प्रतिवेदन मंत्रियों के समक्ष रखा. मौके पर मौजूद दोनों मंत्रियों ने समस्याओं को सुनकर कार्रवाई के लिए संबंधित विभाग और जिले के अधिकारियों को निर्देश दिया है.
राजद की जनसुनवाईः बिहार में महागठबंधन की सरकार बनने के बाद बड़ी संख्या में बिहार भर से लोग सीधे डिप्टी सीएम तेजस्वी से मिलने उनके आवास और कार्यालय के बाहर लगातार पहुंच रहे थे. एक साथ बिना उचित संसाधन के लोगों की समस्याओं को सुन नहीं पा रहे थे. कुछ लोग निराश होकर लौट जा रहे थे. इससे एक ओर तेजस्वी यादव. दूसरी ओर आम लोगों को भी परेशानी हो रही थी. इससे निपटने के लिए जनसुनवाई नाम से जनता दरबार की शुरुआत 22 नवम्बर 2022 से शुरू की गई. इसके हर मंगलवार को राजद के 2 मंत्री आम लोगों की समस्याओं को सुनते हैं और समाधान के लिए फोन या पत्राचार करते हैं.