पटनाः पटना में वायु की गुणवत्ता खराब हो (Rising air pollution in Patna) रही है. रविवार को एक्यूआई 331 पर पहुंच गया. बिहार राज्य प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के दावे फेल होते (Bihar State Pollution Control Board) दिख रहे हैं. प्रदूषण बोर्ड ने पटना सहित मुजफ्फरपुर और गया में एयर क्वालिटी इंडेक्स में सुधार लाने की बात कही है.
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सरकार के दावे को लेकर स्थानीय लोगों ने सरकार के रवैये के प्रति आक्रोश जाहिर किया है. शहरवासी कहते हैं कि शहर की हवा की गुणवत्ता को सुधारने के लिए सरकार की ओर से किसी भी तरह का प्रयास नहीं किया जा रहा है.
स्थानीय निवासी पंकज कुमार कहते हैं कि राजधानी में धड़ल्ले से पेड़ काटे जा रहे हैं. सरकार की घोषणाएं कागजों पर होती हैं, जबकि इस पर अमल करने और धरातल पर उतारने की जरूरत है. पटना में बढ़ते वायु प्रदूषण के लिए जिम्मेदार कहीं न कहीं सरकार ही है.
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हालांकि, बिहार राज्य प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (Bihar State Pollution Control Board) लगातार पटना के वायु प्रदूषण को कम करने के लिए उपाय भी कर रहा है. उस पर विशेष दस्ता दल बनाकर छापेमारी की जा रही है. साथ ही सड़कों पर धुआं ज्यादा नहीं उड़े उसको लेकर भी पटना नगर निगम का प्रयास जारी है.
वैसे अगर हम वायु प्रदूषण के स्तर की बात करें तो जब एयर क्वालिटी इंडेक्स 100 से ज्यादा होता है तो मानव जीवन के लिए उसे खतरनाक माना जाता है. फिलहाल, राजधानी पटना में एयर क्वालिटी इंडेक्स 300 से भी ऊपर है अभी भी राजधानी पटना के लोग सांस के रूप में जहरीली हवा ही ले रहे हैं.
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