पटना: बिहार में डेंगू (Dengue in Bihar) अब तेजी से पांव पसार रहा है, जिससे लोग अब डरने लगे हैं. राजधानी पटना की हालत सबसे खराब है, जहां डेंगू पीड़ितों की संख्या ने पिछला सारा रिकॉर्ड तोड़ दिया है. शुक्रवार को फिर से इस आकड़े में बढ़ोतरी देखने को मिली. पिछले 24 घंटे में पटना में 502 नये मरीज मिले हैं, जबकि गुरुवार को पटना में डेंगू के कुल 436 मरीज मिले थे.
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बिहार में डेंगू बेलगाम: बीते एक सप्ताह से हर रोज औसतन 400 से अधिक नये मरीज मिल रहे हैं. शुक्रवार को टना जिले में 502 नये मरीज मिले हैं. इनमें सबसे अधिक पीएमसीएच में 109, आइजीआइएमएस 64 और एनएमसीएच 68 कुल 241 मरीज इन तीनों अस्पतालों के द्वारा किये गये जांच में पाये गये हैं. इसके अलावा 261 मरीज जिले के पीएचसी, अनुमंडलीय अस्पतालों के अलावा निजी अस्पतालों में मिले हैं. दोनों मिलाकर कुल 502 मरीज पाये गये हैं. इसके साथ ही पटना जिले में डेंगू मरीजों का आंकड़ा 4390 पहुंच गया है. राज्य के कई सरकारी अस्पतालों डेंगू वार्ड में बेड की कमी भी पड़नी शुरू हो गयी है. इस बीच, चार सदस्यीय केंद्रीय टीम बिहार में डेंगू की स्थिति का जायजा लेने पहुंची. टीम अब तक राजगीर और बिहारशरीफ के कुछ इलाकों का दौरा किया, जहां बड़ी संख्या में डेंगू के मामले देखे गए थे. उन्होंने बिहारशरीफ के जिला अस्पताल का भी दौरा किया और अधिक परीक्षणों की आवश्यकता पर जोर दिया.
स्वास्थ्य मंत्री का भरोसा: इधर, राज्य के स्वास्थ्य मंत्री तेजस्वी यादव ने शुक्रवार को दावा किया कि डेंगू की रोकथाम के लिए लागतार कदम उठाए जा रहे हैं. अस्पतालों में डेंगू वार्ड बनाए गए हैं, जहां बेडों की समुचित संख्या उपलब्ध कराई जा रही है. इलाकों में साफ सफाई की पूरी व्यवस्था करा दी गई है.
''फिलहाल 100 वाहनों को रसायनिक पदार्थ छिड़काव के लिए लगाया गया है. प्रत्येक वार्ड में छिड़काव हो रहा है. कुछ ठंड बढ़ने के बाद डेंगू के मामलों में भी कमी आएगी.'' - तेजस्वी यादव, स्वास्थ्य मंत्री, बिहार
बीजेपी ने उठाए सवाल: इधर, बीजेपी के प्रदेश प्रवक्ता अरविन्द कुमार सिंह ने कहा कि बिहार के स्वास्थ्य व्यवस्था की इतनी खस्ताहाल है, की बिहार का जनता डेंगू से त्रस्त, स्वास्थ्य मंत्री सत्ता में मदमस्त और स्वास्थ्य विभाग पस्त है. बिहार में चारों ओर डेंगू और टाइफाइड से लोग त्राहिमाम किए हुए हैं, स्वास्थ्य व्यवस्था चरमराया हुआ है, सरकार सत्ता में मदमस्त है.
''सरकारी बयान बहादुर अपना सियासी भोंपू बढ़ा चढ़ा कर के बजा रहे हैं. कहीं भी ना ब्लीचिंग पाउडर का छिड़काव हो रहा है ना व्यवस्थित तरीके से फॉगिंग हो रही है, सिर्फ किरासन तेल छिड़ककर के खानापूर्ति की जा रही है. अस्पतालों में बेड नहीं है, दवा का समुचित प्रबंध नहीं है, मरीज बाहर से दवा ला रहे हैं, आम जनता किसी तरह से जान बचा रही हैं.'' - अरविन्द कुमार सिंह, प्रवक्ता, बीजेपी
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