पटना: राष्ट्रीय सैंपल सर्वे के ताजा आंकड़ों के मुताबिक बिहार में शिशु मृत्यु दर 35 से घटकर 32 पर आ गई है. राष्ट्रीय औसत भी 32 का ही है. राज्य के स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय और स्वास्थ्य विभाग के प्रधान सचिव संजय कुमार ने कहा है कि बिहार के लिए यह सुखद खबर है.
2017 में प्रति हजार 35 बच्चों की मौत हो रही थी. स्वास्थ्य विभाग की ओर से जारी आंकड़ों के मुताबिक 2017 में हुए सैंपल सर्वे के अनुसार देश में शिशु मृत्युदर प्रति हजार पर 33 और बिहार में 35 थी, जो 2018 में घटकर देश और बिहार के स्तर पर बराबर हो गई है. ताजा आंकड़ों के मुताबिक 2018 में प्रति एक हजार पर देश और बिहार में सिर्फ 32 बच्चों की ही मौत हो रही है.
सामान्य मृत्यु दर प्रति हजार 5.8 पर स्थिर
2017 में देश में सामान्य मृत्यु दर प्रति हजार पर 6.3 और बिहार में यह दर 5.8 थी, जो अब देश में 6.2 और बिहार में सामान्य मृत्युदर 2017 की तरह ही 2018 में भी 5.8 ही है. इसी तरह सामान्य जन्मदर के मामले में देश का औसत 2017 में प्रति हजार पर 20.2 और बिहार में 26.4 था.
मंत्री बोले- स्वास्थ्य महकमा कर रहा बेहतर कार्य
सैंपल सर्वे में 2018 में देश के स्तर पर अब यह औसत 20.0 जबकि बिहार में 26.2 पर आ गया है. राज्य के स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय ने कहा कि बिहार के लिए यह खुशखबरी है. बिहार में शिशु मृत्यु दर का राष्ट्रीय औसत के बराबर होना यह साबित करता है कि बिहार की चिकित्सा सेवा सही दिशा में कार्य कर रही है.