पटना : बिहार में भले ही कोरोना की दूसरी लहर की रफ्तार धीमी हो गई है. लेकिन अब ब्लैक फंगस (Black Fungus) की लहर आना अभी बाकी है. पटना स्थित इंदिरा गांधी आयुर्विज्ञान संस्थान ( IGIMS ) के अधीक्षक मनीष मंडल का कहना है कि राज्य में कोरोना (Covid-19) करीब- करीब शांत हो चुका है. ब्लैक फंगस का पीक (Peak Of Black Fungus) देखने को मिल सकता है.
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IGIMS डेडिकेटेड ब्लैक फंगस अस्पताल
ब्लैक फंगस के डेडिकेटेड अस्पताल आईजीआईएमएस में ब्लैक फंगस के मरीजों का इलाज किया जा रहा है. गुरुवार को भी ब्लैक फंगस के 3 नए मरीज भर्ती किये गए हैं. वहीं गुरुवार को एक ब्लैक फंगस के मरीज की मौत भी हुई है. अस्पताल अधीक्षक डॉक्टर मनीष मंडल के अनुसार अभी ब्लैक फंगस का पीक बाकी है. जिस तरह से मरीज IGIMS आ रहे हैं. उससे ऐसा ही लग रहा है.
'ईएनटी के समस्या से ग्रसित ही ज्यादा ब्लैक फंगस के मरीज यहां पहुंच रहे हैं. ENT के डॉक्टरों की टीम उसका सफल आपरेशन भी कर रही है. लेकिन ज्यादातर मरीज वैसे ही है जिन्हें पहले कोविड हुआ था या अभी कोविड पॉजिटिव हैं. अभी भी लोगों को इस बीमारी से सतर्क रहने की जरूरत है. अभी म्युकर संक्रमण का समय खत्म नहीं हुआ है.' : मनीष मंडल, अधीक्षक IGIMS
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राज्य में कोरोना शांत
अस्पताल अधीक्षक मनीष मंडल ने कहा कि बिहार में कोरोना अब लगभग खत्म हो चुका है. एक या दो कोविड मरीज अस्पताल में भर्ती हो रहे हैं. उन्होंने कहा कि बिहार के अधिकांश जिलों से आईजीआईएमएस में ब्लैक फंगस के मरीज आ रहे हैं और हमारे यहां जो डॉक्टरों की टीम हैं. जो लगातार इन मरीजों की इलाज में दिन रात जुटा है.
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अबतक 87 मरीजों की मौत
बता दें कि राज्य में ब्लैक फंगस (Black Fungus) का संक्रमण बेकाबू होता जा रहा है. राज्य में इसकी दवा की कमी है, जिससे लोग परेशान हैं. स्वास्थ्य विभाग द्वारा जल्द दवा उपलब्ध कराने का दावा किया जा रहा है. राज्य में अब तक ब्लैक फंगस के 622 मामले सामने आए हैं. इसमें से 315 सक्रिय मरीज हैं. वहीं, 87 मरीजों की मौत हुई है. ब्लैक फंगस के मामले लगातार बढ़ रहे हैं. वहीं, अस्पताल में संसाधनों के अभाव से मरीजों की परेशानी बढ़ गई है. दवाओं की कमी की वजह से मरीज और उनके परिजनों को कठिनाई हो रही है.