पटनाः बच्चों में वायरल फीवर (viral fever) को लेकर राज्य के लोग परेशान हैं. इसे लेकर आईजीआईएमएस के अधीक्षक मनीष मंडल (superintendent Manish Mandal) का कहना है कि लोगों को ऐसे हालात में घबराने की जरूरत नहीं है. ये कोई नई बीमारी नहीं है मौसम में बदलाव के कारण ऐसा हो रहा है. अभिभावकों को संयम बरतने की जरूरत है.
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आईजीआईएमएस के अधीक्षक मनीष मंडल ने कहा कि अपने बच्चों में किसी भी तरह के लक्षण देखने पर उसका तुरंत इलाज करवाये. हमारे यहां लगातार ऐसे बच्चे आ रहे हैं. उसमें से सिर्फ 10 प्रतिशत बच्चे को ही वायरल निमोनिया के लक्षण दिख रहे हैं. जिसका इलाज हम लोग लगातार कर रहे हैं.
'वायरल निमोनिया वाले लक्षण के जो भी बच्चे आ रहे हैं. किसी को भी कहीं से भी कोई कोविड-19 लक्षण नहीं दिखता है. यह बहुत बड़ी बात है. अभी जो हालात हैं, उसमें 100 में एक दो ही ऐसे बच्चे हैं जिसको भर्ती करना पड़ रहा है'- मनीष मंडल, आईजीआईएमएस
उन्होंने ईटीवी भारत के माध्यम से लोगों से अपील की है कि अभिभावकों को घबराना नहीं चाहिए. वह घबराए नहीं और जब कभी भी बच्चे को सर्दी खांसी या फीवर हो तो आईजीआईएमएस में आकर इलाज कराएं. हमारे यहां पर्याप्त संख्या में अभी भी बेड मौजूद है. निक्कू वार्ड हो या पीकू वार्ड में सीटें उपलब्ध हैं. किसी भी तरह की असुविधा ऐसे मरीजों को यहां नहीं होगी.
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आपको बता दें कि शुरुआती दौर में आईजीआईएमएस में भी बच्चों के दोनों वार्ड में मरीजों की संख्या काफी बढ़ गई थी. लेकिन अब धीरे-धीरे इलाजरत बच्चे ठीक हो कर लौट रहे हैं. अब वार्डों में सीट खाली है. कुल मिलाकर देखें तो अब वायरल फीवर जो बच्चों में तेजी से फैल रहा था. उसमें कमी आयी है.