पटना: छेड़खानी की घटना के बाद चल रहा IGIMS में जूनियर डॉक्टरों का आंदोलन सुबह घंटों हंगामे के बाद समाप्त हो गया है. साथ ही, अस्पताल के अधीक्षक डॉक्टर मनीष मंडल को तत्काल प्रभाव से हटा दिया गया है.
दरअसल, कल देर शाम एक मेडिकल छात्रा से साथ लाइब्रेरी से लौटने के दौरान कुछ असामाजिक तत्वों ने छेड़छाड़ की थी. इसको लेकर अस्पताल के अधीक्षक से सुरक्षा के बेहतर इंतजाम की मांग की गई थी. इसपर उनकी तरफ से बेतुका बयान आने के बाद हंगामा शुरू हो गया. फिलहाल अधीक्षक डॉक्टर मनीष मंडल को तत्काल प्रभाव से हटा दिया गया है और गोपाल कृष्णा को एमएस का प्रभार सौंपा गया है.
मांगों को लेकर शुरू हुआ आंदोलन छेड़खानी के बाद प्रदर्शन में तब्दील होकर सुबह भी जारी रहा. उसके बाद मरीज के परिजनों को उग्र होता देख अस्पताल प्रशासन ने वार्ता शुरू कर दी और पांच सूत्री मांगों को मानने का आश्वासन दिया. सुपरिटेंडेंट के पद एवं सुरक्षा को लेकर आश्वासन दिया गया है. जूनियर डॉक्टर एसोसिएशन के अध्यक्ष द्वारा कार्रवाई करने की बात के बाद छेड़खानी के विरोध में चल रहा आंदोलन खत्म कर दिया गया है.
गौरतलब है इन दिनों पूरे राज्य भर में सभी मेडिकल कॉलेज के जूनियर डॉक्टर 12 सूत्री मांगों को लेकर हड़ताल पर हैं. राजधानी पटना के PMCH, IGIMS, और NMCH समेत विभिन्न अस्पताल में जूनियर डॉक्टर स्ट्राइक पर हैं. ऐसे में कल देर शाम को IGIMS में छेड़खानी को लेकर एक नया बखेड़ा खड़ा हो गया. इसके लिए शुरू हुआ प्रदर्शन तो समाप्त हो गया लेकिन अभी पूरे राज्य भर में मेडिकल कॉलेज के पीजी और यूजी के छात्र अब तक हड़ताल पर हैं.