ETV Bharat / state

मंत्रिमंडल विस्तार के बाद बिहार में नए राजनीतिक समीकरण के संकेत!

जेडीयू की इफ्तार पार्टी में जीतनराम मांझी पहुंचे तो वहीं बाद में हम की इफ्तार पार्टी में नीतीश कुमार पहुंचे. जिसके बाद राजनीतिक गलियारे में नीतीश और मांझी के राजनीतिक रिश्ते के सुधरने की सुगबुगाहट शुरू हो गई.

नीरज कुमार, विजय यादव
author img

By

Published : Jun 3, 2019, 11:31 PM IST

पटना: बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार केंद्र की बेरुखी से नाराज हैं. भागीदारी नहीं मिलने से नीतीश ने एक दिन बाद ही मंत्रिमंडल विस्तार के लिए राज्यपाल से अनुरोध किया और अपनी पार्टी के 8 विधायकों को मंत्री बना दिया. मंत्रिमंडल विस्तार में नीतीश ने भाजपा को पूरी तरह अलग-थलग रखा. इधर महागठबंधन के घटक दल जीतन राम मांझी और नीतीश की नजदीकियां भी दावत-ए-इफ्तार के बहाने बढ़ रही हैं.

नीतीश कुमार को लेकर हम पार्टी के सुर भी बदले-बदले से हैं. पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता विजय यादव ने कहा है कि इफ्तार में नेता एक दूसरे को बुलाते हैं और मिलते भी हैं, लेकिन जिस तरीके से भाजपा ने नीतीश कुमार के साथ मंत्रिमंडल विस्तार में सौतेला व्यवहार किया. उससे हम पार्टी को लगता है कि मंत्रिमंडल विस्तार में बिहार की उपेक्षा हुई है.

पटना से संवाददाता रंजीत कुमार की रिपोर्ट

जेडीयू की सफाई

वहीं, बिहार सरकार के जनसंपर्क मंत्री नीरज कुमार ने कहा कि दावत-ए-इफ्तार का कोई राजनीतिक निहितार्थ नहीं हैं. नेता एक दूसरे के यहां सौहार्दपूर्ण माहौल में जाते हैं. नीरज कुमार ने कहा कि यह समय नहीं है कि ऐसे मौकों पर भी राजनीति की जाए.

मंत्रिमंडल विस्तार के बाद दावत ने बदले सियासी रंग

गौरतलब है कि केंद्रीय मंत्रिमंडल में भागीदारी नहीं मिलने के बाद नीतीश कुमार ने बिहार में मंत्रिमंडल का विस्तार कर बीजेपी को झटका दिया. जिसके बाद दावत-ए-इफ्तार का दौर शुरू हुआ. पहले जेडीयू की इफ्तार पार्टी में जीतनराम मांझी पहुंचे तो वहीं बाद में हम की इफ्तार पार्टी में नीतीश कुमार पहुंचे. जिसके बाद राजनीतिक गलियारे में नीतीश और मांझी के राजनीतिक रिश्ते के सुधरने की सुगबुगाहट शुरू हो गई.

पटना: बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार केंद्र की बेरुखी से नाराज हैं. भागीदारी नहीं मिलने से नीतीश ने एक दिन बाद ही मंत्रिमंडल विस्तार के लिए राज्यपाल से अनुरोध किया और अपनी पार्टी के 8 विधायकों को मंत्री बना दिया. मंत्रिमंडल विस्तार में नीतीश ने भाजपा को पूरी तरह अलग-थलग रखा. इधर महागठबंधन के घटक दल जीतन राम मांझी और नीतीश की नजदीकियां भी दावत-ए-इफ्तार के बहाने बढ़ रही हैं.

नीतीश कुमार को लेकर हम पार्टी के सुर भी बदले-बदले से हैं. पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता विजय यादव ने कहा है कि इफ्तार में नेता एक दूसरे को बुलाते हैं और मिलते भी हैं, लेकिन जिस तरीके से भाजपा ने नीतीश कुमार के साथ मंत्रिमंडल विस्तार में सौतेला व्यवहार किया. उससे हम पार्टी को लगता है कि मंत्रिमंडल विस्तार में बिहार की उपेक्षा हुई है.

पटना से संवाददाता रंजीत कुमार की रिपोर्ट

जेडीयू की सफाई

वहीं, बिहार सरकार के जनसंपर्क मंत्री नीरज कुमार ने कहा कि दावत-ए-इफ्तार का कोई राजनीतिक निहितार्थ नहीं हैं. नेता एक दूसरे के यहां सौहार्दपूर्ण माहौल में जाते हैं. नीरज कुमार ने कहा कि यह समय नहीं है कि ऐसे मौकों पर भी राजनीति की जाए.

मंत्रिमंडल विस्तार के बाद दावत ने बदले सियासी रंग

गौरतलब है कि केंद्रीय मंत्रिमंडल में भागीदारी नहीं मिलने के बाद नीतीश कुमार ने बिहार में मंत्रिमंडल का विस्तार कर बीजेपी को झटका दिया. जिसके बाद दावत-ए-इफ्तार का दौर शुरू हुआ. पहले जेडीयू की इफ्तार पार्टी में जीतनराम मांझी पहुंचे तो वहीं बाद में हम की इफ्तार पार्टी में नीतीश कुमार पहुंचे. जिसके बाद राजनीतिक गलियारे में नीतीश और मांझी के राजनीतिक रिश्ते के सुधरने की सुगबुगाहट शुरू हो गई.

Intro:बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार केंद्र की बेरुखी से नाराज हैं और भागीदारी नहीं मिलने से नितेश ने एक दिन बाद ही मंत्रिमंडल विस्तार के लिए राज्यपाल से अनुरोध किया और अपनी पार्टी के 8 विधायकों को मंत्री बनाया मंत्रिमंडल विस्तार में नीतीश ने भाजपा को पूरी तरह अलग-थलग रखा इधर महागठबंधन के घटक दल जीतन राम मांझी और नीतीश की नज़दीकियां भी दावते इफ्तार के बहाने बढ़ रही है


Body:पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के बीच अदावत जगजाहिर है दोनों नेताओं के बीच मुख्यमंत्री एक कुर्सी के लिए ऐतिहासिक ड्रामा हुआ था हाई प्रोफाइल ड्रामे के बाद नीतीश कुमार द्वारा मुख्यमंत्री बने थे और तब से दोनों नेताओं के बीच अदावत है राजनीतिक तौर पर दोनों एक दूसरे के साथ रहना नहीं चाहते लेकिन दावते इफ्तार ने दोनों नेताओं को एक दूसरे के करीब ला दिया


Conclusion:केंद्रीय मंत्रिमंडल विस्तार के बाद नीतीश कुमार भाजपा से खफा हैं मंत्रिमंडल में भागीदारी नहीं मिलने पर निधि सपने पूरे कुनबे के साथ बैरन दिल्ली से वापस बिहार लौटे और फॉरेन बिहार में मंत्रिमंडल विस्तार की पहल कर दी ठीक 2 दिन बाद शपथ ग्रहण देवा और बीजेपी कोटे से एक मंत्री को भी शामिल नहीं किया गया सुशील मोदी ने ट्वीट कर सफाई दी कि नीतीश कुमार ने ऑफर किया था पर हम लोगों ने मना कर दिया था ।
मंत्रिमंडल विस्तार के बाद बिहार में दावते इफ्तार का दौर शुरू हुआ और बिहार में नए राजनीतिक समीकरण के संकेत मिलने लगे पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी ने जेडीयू के स्टार पार्टी में शामिल होकर सबको चौका दिया बात यहीं खत्म नहीं हुई नीतीश ने भी जीतन राम मांझी के महत्व को स्वीकार कर लिया ।
नीतीश कुमार को लेकर हम पार्टी के सुरभि बदले बदले हैं पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता विजय यादव ने कहा है कि स्टार में नेता एक दूसरे को बुलाते हैं और मिलते भी हैं लेकिन जिस तरीके से भाजपा ने नीतीश कुमार के साथ मंत्रिमंडल विस्तार में सौतेला व्यवहार किया उससे हम पार्टी को लगता है कि बिहार की मंत्रिमंडल विस्तार में उपेक्षा हुई है ।
बिहार सरकार के जनसंपर्क मंत्री नीरज कुमार ने कहा है कि दावते इफ्तार के कोई राजनीतिक निहितार्थ नहीं है नेता एक दूसरे के यहां सौहार्दपूर्ण माहौल में जाते हैं नीरज कुमार ने कहा कि यह सम्यक नहीं है कि ऐसे मौकों पर भी राजनीति किया जाए
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.