पटनाः चीन की सीमा से सटी एलएसी के पास नॉर्थ सिक्किम में जेमा में शुक्रवार को एक दर्दनाक सड़क हादसे (North Sikkim Road Accident) में भारतीय सेना के 16 जवान शहीद हो गए थे. शहीद होने वालों में बिहार के भोजपुर जिले के शहीद जवान प्रमोद सिंह (martyr Jawan Pramod Singh) का पार्थिव शरीर शनिवार को पटना एयरपोर्ट पहुंचा. एयरपोर्ट पर बिहार के डीजीपी आरएस भट्टी, गृह सचिव चैतन्य प्रसाद और सेना के वरीय अधिकारियों ने शहीद के पार्थिव शरीर पर माल्यार्पण कर, उन्हें श्रद्धांजलि (Pramod Singh Got Gaurd of Honour At Patna Airport) दी. इस दौरान शहीद को जिला प्रशासन और भारतीय सेना की ओर से गार्ड ऑफ ऑनर दिया गया.
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"बिहार सरकार की तरफ से शहीद को श्रद्धांजलि दी गई. बिहार सरकार ने शहीद जवान के परिजनों को मदद के लिए 11 लाख रुपए की राशि स्वीकृत कर दी है. जल्द ही शहीद के परिजनों को राशि मिल जायेगी. सरकार की ओर से जितना भी संभव होगा शहीद जवान के परिजन को मदद किया जायेगा."-चैतन्य प्रसाद,गृह विभाग के अपर सचिव
"शहीद जवान प्रमोद सिंह दो महीनों की छुट्टी लेकर गांव आये थे और 20 दिनों पहले ही वो गांव से छुट्टी बिताने के बाद सिक्किम अपने पोस्ट की ओर लौट गए थे. दो भाई और दो बहनों में सबसे छोटे थे. स्वभाव से मृदुल और मिलनसार शहीद प्रमोद सिंह के शहीद होने की खबर से पूरा परिवार गम में डूब गया है. मां और पिता को अभी इसकी जानकारी नहीं है."- अजय सिंह, शहीद प्रमोद सिंह के बड़े भाई
खगड़िया और आरा के एक-एक जवान हुए हैं शहीदः आपको बता दें कि सिक्किम में हुए ट्रक दुर्घटना में बिहार के 2 जवान शहीद हुए हैं. एक खगड़िया के रहने वाले चंदन कुमार मिश्रा थे, जिनका पार्थिव शरीर बागडोगरा एयरपोर्ट से खगड़िया भेज दिया गया है. वहीं शहीद प्रमोद सिंह का पार्थिव शरीर पटना एयरपोर्ट लाया गया. यहां से उनके पार्थिव शरीर को उनके पैतृक गांव ले जाया गया है. रविवार को शहीद जवान प्रमोद कुमार अंतिम संस्कार गार्ड ऑफ ऑनर के साथ किया जाएगा.
भोजपुर के लाल शहीद: शहीद जवान प्रमोद सिंह (Pramod Singh martyred in sikkim road accident) उदवंतनगर के वामपाली के रहनेवाले थे. इस खबर के मिलने के बाद से ही पूरे वामपाली गांव में सन्नाटा पसरा है और लोगों में गम का माहौल हैं. शहीद जवान के माता-पिता को अबतक बेटे की शहादत की जानकारी नहीं दी गई है. वहीं देहरादून में अपने बच्चों के साथ रह रही शहीद की पत्नी फ्लाइट से गांव पहुंच रही हैं.
गांव में शोक की लहर: वहीं शहीद के पैतृक गांव वामपाली स्थित घर पर लोगों आना-जाना शुरू हो चुका है. शहीद के बड़े भाई और वामपाली पंचायत के पूर्व उपमुखिया अजय सिंह बताते हैं कि उन्हें अपने भाई के शहीद होने की खबर शुक्रवार शाम को मिली. बड़े भाई अजय सिंह के मुताबिक साल 2011 में दानापुर में जॉइनिंग के बाद फिलहाल वो सिक्किम में 221 फील्ड रेजिमेंट में आर्टिलरी कोर में नायक के पद पर तैनात थे.