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फर्जी ई-वे बिल से 27 करोड़ की जीएसटी चोरी

बिहार में वाणिज्य कर विभाग ने माल एवं सेवाकर (जीएसटी) चोरी करने का मामला पकड़ा है. जिसमें एक कंपनी ने बिना किसी प्रोडक्ट की सप्लाई किये बगैर ई-वे बिल जारी कर जीएसटी की चोरी की है.

जीएसटी चोरी
जीएसटी चोरी
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Published : Jan 19, 2021, 10:51 PM IST

पटना: वाणिज्य कर विभाग में फर्जीवाड़े का मामला प्रकाश में आया है. विभागीय इंटेलिजेंस की जांच में इस बात का खुलासा हुआ है कि एक फर्म ने बिना किसी माल की सप्लाई किए ही 173 करोड़ का बिल जारी कर दिया. जिसमें 27 करोड़ की जीएसटी चोरी की. मामले का खुलासा होने पर वाणिज्य कर विभाग की टीम जांच में जुटी है.

27 करोड़ की जीएसटी चोरी
जीएसटी के नाम पर बिहार में फर्जीवाड़े की जारी है. पटना के भागवत नगर की एक फर्म के फर्जीवाड़े को विभागीय इंटेलिजेंस ने पकड़ा है. फर्म ने 173 करोड़ के प्रोडक्ट की सप्लाई किये बगैर ई-वे बिल जारी कर जीएसटी की चोरी की है. जिसमें कंपनी ने 27 करोड़ का माल एवं सेवाकर (जीएसटी) चोरी कर सरकार को चूना लगाया है. जांच में फर्म की कई सहयोगी कंपनियों का खुलासा हुआ है. यह कंपनी पंजाब और दिल्ली की बताई जा रही हैं जिन फर्मों से व्यापार दिखाया गया है. फर्म मुख्य रूप से आयरन, स्टील, कॉपर, प्लास्टिक और रेडीमेड गारमेंट के उत्पादन से संबंधित बतायी जा रही है.
ये भी पढें- केन्द्र ने दी प्रदेश में दो अहम सड़क परियोजना को मंजूरी, खर्च किए जाएंगे 2500 करोड़

7 लोगों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज
बता दें कि कंपनी ने ई-वे बिल तो जनरेट किया लेकिन जीएसटीआर 3b रिटर्न दाखिल नहीं किया. वाणिज्य कर विभाग ने जब फर्म पंजीकरण के समय दिए गए पते का निरीक्षण किया तो जानकारी मिली कि फर्म केवल कागजों पर ही चल रही है. अभी तक इस पूरे मामले में 7 लोगों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करने की कार्रवाई की गई है.

पटना: वाणिज्य कर विभाग में फर्जीवाड़े का मामला प्रकाश में आया है. विभागीय इंटेलिजेंस की जांच में इस बात का खुलासा हुआ है कि एक फर्म ने बिना किसी माल की सप्लाई किए ही 173 करोड़ का बिल जारी कर दिया. जिसमें 27 करोड़ की जीएसटी चोरी की. मामले का खुलासा होने पर वाणिज्य कर विभाग की टीम जांच में जुटी है.

27 करोड़ की जीएसटी चोरी
जीएसटी के नाम पर बिहार में फर्जीवाड़े की जारी है. पटना के भागवत नगर की एक फर्म के फर्जीवाड़े को विभागीय इंटेलिजेंस ने पकड़ा है. फर्म ने 173 करोड़ के प्रोडक्ट की सप्लाई किये बगैर ई-वे बिल जारी कर जीएसटी की चोरी की है. जिसमें कंपनी ने 27 करोड़ का माल एवं सेवाकर (जीएसटी) चोरी कर सरकार को चूना लगाया है. जांच में फर्म की कई सहयोगी कंपनियों का खुलासा हुआ है. यह कंपनी पंजाब और दिल्ली की बताई जा रही हैं जिन फर्मों से व्यापार दिखाया गया है. फर्म मुख्य रूप से आयरन, स्टील, कॉपर, प्लास्टिक और रेडीमेड गारमेंट के उत्पादन से संबंधित बतायी जा रही है.
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7 लोगों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज
बता दें कि कंपनी ने ई-वे बिल तो जनरेट किया लेकिन जीएसटीआर 3b रिटर्न दाखिल नहीं किया. वाणिज्य कर विभाग ने जब फर्म पंजीकरण के समय दिए गए पते का निरीक्षण किया तो जानकारी मिली कि फर्म केवल कागजों पर ही चल रही है. अभी तक इस पूरे मामले में 7 लोगों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करने की कार्रवाई की गई है.

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