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चुनाव आने से खादी दुकानों में लौटी रौनक, खादी कपड़ों के साथ गमछा और बंडी की बढ़ी डिमांड - great interest towards Khadi in leaders

पटना में चुनाव के समय खादी भंडार के दुकानों पर खादी के कपड़े के साथ बंडी और गमछा का डिमांड बढ़ गयी है. नेता से लेकर आम जनता तक खादी वस्त्र खरीद रहे हैं.

खादी भंडार
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Published : Apr 18, 2019, 5:31 PM IST

पटना: चुनाव के समय खादी भंडार के दुकानों पर खादी के कपड़े के साथ बंडी और गमछा का डिमांड बढ़ गयी है. नेता से लेकर आम जनता तक खादी वस्त्र खरीद रहे हैं. ग्राहकों का इंतजार में सिसकती खादी आजकल खिलखिला रही है. चुनावी मौसम में खादी वस्त्रों का एकाएक डिमांड बढ़ गया है. पटना के विभिन्न इलाकों जैसे मौर्या लोक में खादी भंडार की दुकानों पर ग्राहकों का भीड़ है. वहीं, वीरचंद पथ के पास एमएलए फ्लैट के बगल में खादी वस्त्रों के खुदरा विक्रेता अपना स्टॉल लगाकर खादी वस्त्र बेच रहे हैं.

खादी विक्रेता का बयान

बता दें कि वीरचंद पथ पटेल मार्ग में बिहार के तमाम पार्टी खासकर सत्तारूढ़ पार्टी का कार्यालय इसी दिशा में है. चुनाव के समय कार्यालय में नेताओं की काफी भीड़ होती है. जिसको लेकर फुटकर खादी विक्रेताओं ने अपनी दुकान खोल रखी है. लोग यहां से खादी वस्त्र खरीद रहे हैं कभी सन्नाटे और इंतजार में वक्त काटने वाले खादी केंद्र के कर्मचारी इस समय व्यस्त हो गए हैं.

खादी की बिक्री में काफी तेजी
विक्रेताओं का कहना है कि खादी वस्त्रों का स्टॉक के लिए हम लोग पहले से ही तैयारी कर लेते हैं. चुनाव के समय सियासत से जुड़े लोग खादी वस्त्रों की एडवांस बुकिंग भी करा देते हैं. लोकसभा चुनाव में विभिन्न दलों के लोग खादी केंद्रों पर आकर खादी वस्त्र के साथ खादी के गमछे और हाफ बंडी भी खरीद रहे हैं. खादी गमछे का रेट 100 से 500 रूपये तक है. वहीं हाथ घड़ी की कीमत 900 से 3000 रूपये तक रखा गया है. विक्रेताओं का कहना है कि इस समय खादी की बिक्री में काफी तेजी आ रही है.

नेताओं में खादी के प्रति काफी रुचि
बहरहाल चुनाव के समय नेताओं में खादी के प्रति काफी रुचि हो जाती है. नेता हों या आम जनता चुनाव के समय चुनाव के ही रंग में रंग जाना चाहते हैं. इसलिए बाजार में खादी की डिमांड हैं.

पटना: चुनाव के समय खादी भंडार के दुकानों पर खादी के कपड़े के साथ बंडी और गमछा का डिमांड बढ़ गयी है. नेता से लेकर आम जनता तक खादी वस्त्र खरीद रहे हैं. ग्राहकों का इंतजार में सिसकती खादी आजकल खिलखिला रही है. चुनावी मौसम में खादी वस्त्रों का एकाएक डिमांड बढ़ गया है. पटना के विभिन्न इलाकों जैसे मौर्या लोक में खादी भंडार की दुकानों पर ग्राहकों का भीड़ है. वहीं, वीरचंद पथ के पास एमएलए फ्लैट के बगल में खादी वस्त्रों के खुदरा विक्रेता अपना स्टॉल लगाकर खादी वस्त्र बेच रहे हैं.

खादी विक्रेता का बयान

बता दें कि वीरचंद पथ पटेल मार्ग में बिहार के तमाम पार्टी खासकर सत्तारूढ़ पार्टी का कार्यालय इसी दिशा में है. चुनाव के समय कार्यालय में नेताओं की काफी भीड़ होती है. जिसको लेकर फुटकर खादी विक्रेताओं ने अपनी दुकान खोल रखी है. लोग यहां से खादी वस्त्र खरीद रहे हैं कभी सन्नाटे और इंतजार में वक्त काटने वाले खादी केंद्र के कर्मचारी इस समय व्यस्त हो गए हैं.

खादी की बिक्री में काफी तेजी
विक्रेताओं का कहना है कि खादी वस्त्रों का स्टॉक के लिए हम लोग पहले से ही तैयारी कर लेते हैं. चुनाव के समय सियासत से जुड़े लोग खादी वस्त्रों की एडवांस बुकिंग भी करा देते हैं. लोकसभा चुनाव में विभिन्न दलों के लोग खादी केंद्रों पर आकर खादी वस्त्र के साथ खादी के गमछे और हाफ बंडी भी खरीद रहे हैं. खादी गमछे का रेट 100 से 500 रूपये तक है. वहीं हाथ घड़ी की कीमत 900 से 3000 रूपये तक रखा गया है. विक्रेताओं का कहना है कि इस समय खादी की बिक्री में काफी तेजी आ रही है.

नेताओं में खादी के प्रति काफी रुचि
बहरहाल चुनाव के समय नेताओं में खादी के प्रति काफी रुचि हो जाती है. नेता हों या आम जनता चुनाव के समय चुनाव के ही रंग में रंग जाना चाहते हैं. इसलिए बाजार में खादी की डिमांड हैं.

Intro: चुनाव के समय खादी भंडार के दुकानों पर खादी के कपड़े के साथ बंटी और गमछा का बढ़ा डिमांड नेता से लेकर आम जनता तक खरीद रहे खादी वस्त्र...


Body:पटना---- ग्राहकों का इंतजार में सिसकती खादी आजकल खिलखिला रही है चुनावी मौसम में खादी वस्त्रों का एकाएक डिमांड बढ़ गई है पटना के विभिन्न इलाकों जैसे मौर्या लोक में खादी भंडार की दुकानों पर ग्राहकों का भीड़ है तो वही वीरचंद पथ के पास एमएलए फ्लैट के बगल में खादी वस्त्रों का खुदरा विक्रेता अपना स्टॉल लगाकर खादी वस्त्रों बेच रहे हैं हम आपको बता दें कि वीरचंद पथ पटेल मार्ग में बिहार के तमाम खासकर सत्तारूढ़ पार्टी का कार्यालय इसी दिशा में है और चुनाव के समय कार्यालय में नेताओं की काफी भीड़ होती है जिसको लेकर फुटकर खाद्य विक्रेताओं ने अपना दुकान खोल रखा है यहां से खादी वस्त्र खरीद रहे हैं कभी सन्नाटे और इंतजार में वक्त काटने वाले खादी केंद्र के कर्मचारी इस समय व्यस्त हो गए हैं विक्रेताओं का कहना है कि खादी वस्त्रों का स्टॉक के लिए हम लोग पहले से ही तैयारी कर लेते हैं चुनाव के समय सियासत से जुड़े लोग खादी वस्त्रों का एडवांस बुकिंग भी करा देते हैं लोकसभा चुनाव में विभिन्न दलों के लोग खादी केंद्रों पर जीतकर खादी वस्त्र के साथ खादी के गम छे और हाफ बनडी भी खरीद रहे हैं खादी गम छे का रेट ₹100 से ₹500 तक है तो वही हाथ घड़ी की कीमत 900 से ₹3000 तक रखा गया है विक्रेताओं का कहना है कि इस समय खादी की बिक्री काफी तेज हो रही है।


Conclusion: बरहाल चुनाव के समय नेताओं में खादी के प्रति काफी रुचि हो जाती है नेता हो या आम जनता चुनाव के समय चुनाव के ही रंग में रंग जाना चाहते हैं इसलिए बाजार में खादी की डिमांड हैं।

बाइट--- खादी विक्रेता
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