पटना: छात्रों को कानूनी व्यवस्था की बारीकियां सिखाने के लिए चाणक्य लॉ यूनिवर्सिटी ने अनोखी तरकीब सोची है. दरअसल, लॉ यूनिवर्सिटी ने निजी और सरकारी स्कूलों के छात्रों के बीच ग्राम कचहरी लगाने की पहल की है.
इस कचहरी में थ्योरी के साथ-साथ डेमो क्लास भी होगा. विशेषज्ञों की टीम से पूरी प्रक्रिया जानने के बाद बच्चे खुद से पंच-सरपंच का चयन कर स्कूलों में कचहरी लगाएंगे. इसकी पूरी प्रक्रिया जानने के बाद बच्चे गांव में इसकी खूबियों से परिवार और आस पड़ोस के लोगों को भी अवगत कराएंगे. इसकी रूपरेखा चाणक्य लॉ यूनिवर्सिटी की पंचायती राज पीठ ने तैयार कर ली है.
ये है कोशिश
चाणक्य नेशनल लॉ यूनिवर्सिटी के डीन पंचायती राज पीठ के चेयरमैन प्रोफेसर एसपी सिंह ने बताया कि इसके लिए राज्य सरकार के शिक्षा विभाग से सहमति भी मिल गई है. इसका उद्देश्य ग्राम पंचायत और ग्राम कचहरी के लिए चलाई जा रही योजनाओं के बारे में लोगों को जागरूक करना है.
चलेंगी फ्री क्लासेज
क्लास पूरी तरह से छात्रों के लिए फ्री होगा. प्रोफेसर एसपी सिंह ने बताया कि यह प्रक्रिया 1 जून से प्रारंभ होगी. साथ ही कहा कि केरल तथा पश्चिम बंगाल में युवा ग्राम सभा लगाई जाती है. जिसमें युवा और स्कूली बच्चों की बड़ी भागीदारी रहती है. वे ग्राम सभा की कार्यवाही को देखते और समझते हैं. इसके सकारात्मक प्रभाव देखने को मिले हैं. इसलिए इस योजना को बिहार में भी शुरू करने का खाका तैयार किया जा रहा है.
बता दें कि चाणक्य लॉ यूनिवर्सिटी के छात्र ग्राम पंचायत और सरकारी योजनाओं के साथ ही मुखिया तथा सरपंच के कार्य की जानकारी देंगे. इसके तहत स्कूली बच्चों को पंचायती राज के अन्य अधिनियम से भी अवगत कराया जाएगा. इसके साथ ही घरेलू हिंसा, बाल विवाह, दहेज प्रथा जैसी कुरीतियों पर अंकुश लगाने में पंचायती राज की भूमिका की भी जानकारी दी जाएगी.