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सुखाड़ वाले जिलों में सरकार फिर दे सकती है डीजल अनुदान: कृषि मंत्री

बिहार के 38 में से 36 जिलों में बारिश 40 फीसद तक कम हुई है. ऐसे में सुखाड़ की स्थिति है. बारिश के अभाव में कई जिलों में धान की रोपनी अभी शुरू भी नहीं हो पाई है. इसे देखते हुए कृषि मंत्री अमरेंद्र प्रताप सिंह ने कहा है कि बिहार सरकार सुखाड़ वाले जिलों में फिर से डीजल अनुदान देना शुरू (Government may give diesel subsidy) कर सकती है.

बिहार के कृषिमंत्री अमरेंद्र प्रताप सिंह
बिहार के कृषिमंत्री अमरेंद्र प्रताप सिंह
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Published : Jul 18, 2022, 8:06 PM IST

पटना : बिहार के दर्जनों जिले में सुखाड़ (drought situation in Bihar) हैं. किसान अभी तक धान के रोपनी नहीं कर पाए हैं. कई जिलों में किसानों को बीज भी उपलब्ध नहीं हो पा रहा है. निश्चित तौर पर इस बीच कृषि मंत्री अमरेंद्र प्रताप सिंह ने बड़ा बयान दिया है. उन्होंने कहा है कि किसानों को अगर जरूरत होगी तो बिहार सरकार फिर से डीजल अनुदान राशि (Government may give diesel subsidy) देने को तैयार है. इस पर विचार किया जा रहा है.

ये भी पढ़ें- जल संकट से जूझ रहे बिहार के 36 जिले, अबतक 40 फीसदी कम बारिश

'वैसे तो बिहार में कृषि कार्य करने के लिए बिजली उपलब्ध कराई गई है लेकिन फिर भी अगर कहीं बिजली नहीं है, जिन जिलों में दिक्कतें हो रही हैं, राज्य सरकार वैसे जिलों में किसानों को डीजल अनुदान देगी. उन्होंने कहा कि हम चाहते हैं कि किसानों को किसी भी तरह की परेशानी नहीं हो. विभाग इसे लेकर लगातार काम भी कर रहा है' - अमरेंद्र प्रताप सिंह, कृषि मंत्री



कृषि मंत्री ने कहा कि अब भी हम लोग आशा लगाए बैठे हैं कि कहीं बारिश होगी. बावजूद इसके अगर बारिश नहीं होती है कि निश्चित तौर पर बिहार के किसानों के लिए जहां तक संभव होगा विभाग काम करेगा. जिन जिलों में किसानों को बिजली की दिक्कत है वहां पर सरकार फिर से डीजल अनुदान योजना शुरू कर सकती है, इस पर विचार किया जा रहा है. उन्होंने कहा कि बीज निगम रोहिणी नक्षत्र तक किसानों को बीज उपलब्ध कराएगा. बीज निगम किसानों को होम डिलीवरी भी किया जाएगा. निश्चित तौर पर इसको लेकर विभागीय तैयारी हो गई है.

उन्होंने कहा कि वैसे तो सब कुछ प्रकृति पर निर्भर करता है लेकिन अब भी हमें आशा है कि बारिश होगी. अगर बारिश नहीं होती है तो अगली फसल किस तरह से हो, इसका जल्द से जल्द उपाय करने को लेकर भी विभाग रणनीति बना रहा है. निश्चित तौर पर हम चाहते हैं कि किसान किसी भी हालत में धान की रोपनी कर पायें. इसको लेकर हमारा प्रयास जारी है. बिहार सरकार फिर से किसानों को डीजल अनुदान देने पर भी बहुत जल्द विचार कर घोषणा कर सकती है ताकि किसानों को धान की रोपनी करने में किसी भी तरह की दिक्कत नहीं हो.

पटना : बिहार के दर्जनों जिले में सुखाड़ (drought situation in Bihar) हैं. किसान अभी तक धान के रोपनी नहीं कर पाए हैं. कई जिलों में किसानों को बीज भी उपलब्ध नहीं हो पा रहा है. निश्चित तौर पर इस बीच कृषि मंत्री अमरेंद्र प्रताप सिंह ने बड़ा बयान दिया है. उन्होंने कहा है कि किसानों को अगर जरूरत होगी तो बिहार सरकार फिर से डीजल अनुदान राशि (Government may give diesel subsidy) देने को तैयार है. इस पर विचार किया जा रहा है.

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'वैसे तो बिहार में कृषि कार्य करने के लिए बिजली उपलब्ध कराई गई है लेकिन फिर भी अगर कहीं बिजली नहीं है, जिन जिलों में दिक्कतें हो रही हैं, राज्य सरकार वैसे जिलों में किसानों को डीजल अनुदान देगी. उन्होंने कहा कि हम चाहते हैं कि किसानों को किसी भी तरह की परेशानी नहीं हो. विभाग इसे लेकर लगातार काम भी कर रहा है' - अमरेंद्र प्रताप सिंह, कृषि मंत्री



कृषि मंत्री ने कहा कि अब भी हम लोग आशा लगाए बैठे हैं कि कहीं बारिश होगी. बावजूद इसके अगर बारिश नहीं होती है कि निश्चित तौर पर बिहार के किसानों के लिए जहां तक संभव होगा विभाग काम करेगा. जिन जिलों में किसानों को बिजली की दिक्कत है वहां पर सरकार फिर से डीजल अनुदान योजना शुरू कर सकती है, इस पर विचार किया जा रहा है. उन्होंने कहा कि बीज निगम रोहिणी नक्षत्र तक किसानों को बीज उपलब्ध कराएगा. बीज निगम किसानों को होम डिलीवरी भी किया जाएगा. निश्चित तौर पर इसको लेकर विभागीय तैयारी हो गई है.

उन्होंने कहा कि वैसे तो सब कुछ प्रकृति पर निर्भर करता है लेकिन अब भी हमें आशा है कि बारिश होगी. अगर बारिश नहीं होती है तो अगली फसल किस तरह से हो, इसका जल्द से जल्द उपाय करने को लेकर भी विभाग रणनीति बना रहा है. निश्चित तौर पर हम चाहते हैं कि किसान किसी भी हालत में धान की रोपनी कर पायें. इसको लेकर हमारा प्रयास जारी है. बिहार सरकार फिर से किसानों को डीजल अनुदान देने पर भी बहुत जल्द विचार कर घोषणा कर सकती है ताकि किसानों को धान की रोपनी करने में किसी भी तरह की दिक्कत नहीं हो.

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