पटना: राजभवन के दरबार हॉल में 'जयप्रकाश तुम लौट आओ' पुस्तक का विमोचन किया गया. ममता मेहरोत्रा द्वारा लिखित इस पुस्तक का राज्यपाल फागू चौहान ने विमोचन किया. कार्यक्रम की अध्यक्षता विधानसभा के अध्यक्ष विजय कुमार चौधरी ने किया. पुस्तक विमोचन कार्यक्रम में राजभवन के अपर मुख्य सचिव और पुस्तक की लेखिका ममता मेहरोत्रा के पति ब्रजेश मेहरोत्रा भी मंच पर मौजूद रहे.
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए विधानसभा अध्यक्ष विजय चौधरी ने कहा कि जयप्रकाश नारायण क्रांतिकारी स्वभाव के व्यक्ति थे. महात्मा गांधी के साथ आजादी की लड़ाई में भाग लेने, आजादी के बाद विनोवा भावे के साथ मिलकर भूदान आंदोलन में भाग लेने के अलावा उन्होंने संपूर्ण क्रांति का नारा भी दिया. उन्होंने कहा कि जयप्रकाश नारायण की जयंती के अगले दिन ही इस पुस्तक का राज्यपाल के हाथों विमोचन होना गर्व की बात है. इस पुस्तक के माध्यम से जयप्रकाश के चरित्र के बारे में कई बातें जानने को मिलेंगी, जो अनुकरणीय है.
ममता मेहरोत्रा को बधाई- फागू चौहान
अपने संबोधन के दौरान महामहिम राज्यपाल फागू चौहान ने लेखिका ममता मेहरोत्रा को उनके पूर्व के साहित्य और इस पुस्तक के लिए बधाई दी. राज्यपाल ने कहा कि बिहार की मिट्टी जयप्रकाश के पैदा होने से और भी ज्यादा गौरवान्वित हो गई. उन्होंने कहा कि आज के समय बिहार में पक्ष या विपक्ष में जितने भी नेता हैं, वो जेपी आंदोलन से जुड़े नेता है. देश में भी ऐसे कई नेता हैं जो जेपी आंदोलन के है. यह दर्शाता है कि जयप्रकाश नारायण कितने प्रभावी व्यक्ति थे.
युवा पीढ़ी को जेपी के चरित्र के बारे में जानने की जरूरत
पुस्तक की लेखिका ममता मेहरोत्रा ने बताया कि आज की युवा पीढ़ी जयप्रकाश के चरित्र के बारे में नहीं जानती. उन्होंने कहा कि जयप्रकाश आज भी प्रासंगिक हैं और उनका चरित्र अनुकरणीय है. समाज में बदलाव लाने के लिए जयप्रकाश का जीवन मूल्य आज भी प्रासंगिक है. जयप्रकाश की जीवन मूल्य के बारे में आज की युवा पीढ़ी जाने, यह बहुत जरूरी है.