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डराने लगी नदियां: गंगा के जलस्तर में लगातार वृद्धि, गंगा पथ-वे पर भी चढ़ा पानी

बिहार में मानसून के दस्तक देते ही गंगा के जलस्तर में भी वृद्धि होने लगी है. पटना के एनआईटी घाट का जहां केंद्रीय जल आयोग ने मीटर लगाया है, वहां साफ देखा जा सकता है कि गंगा नदी का जलस्तर डेंजर लेवल को पार कर चुका है और लगभग घाट की सीढ़ियां डूब चुकी है. वहीं मौसम विज्ञान केंद्र पटना (Meteorological Center Patna) ने बिहार के 18 जिलों में येलो अलर्ट (Yellow Alert) जारी किया है. पढ़ें पूरी खबर...

पटना
गंगा के जलस्तर में भी वृद्धि
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Published : Jun 19, 2021, 7:45 PM IST

पटना: बिहार के कई जिले बाढ़ (Flood) से प्रभावित हैं. वहीं गंगा (Ganga) के जलस्तर में भी काफी तेजी से वृद्धि दर्ज की जा रही है. मानसून (Monsoon) के सक्रिय होते ही नदियों के जलस्तर में वृद्धि हो रही है. वहीं नेपाल (Nepal) में हो रही लगातार बारिश (Continuous Rain) के कारण नदियों में छोड़े जा रहे पानी से भी राज्य की नदियों का जलस्तर बढ़ गया (river level rises) है. जिससे कई नदियां खतरे के निशान के ऊपर (Rivers above danger mark) बह रही हैं. जिससे मैदानी इलाकों में बाढ़ का खतरा मंडराने लगा है.

देखें रिपोर्ट...

ये भी पढ़ें: Weather Update: संभलकर रहें... बाढ़ और बारिश के बीच बिहार के इन 11 जिलों में रेड अलर्ट

गंगा खतरे के निशान के ऊपर
लगातार बारिश के कारण गंगा के जलस्तर में भी अब वृद्धि होने लगा है. गंगा के तटवर्तीये इलाके में रहने वाले लोगों के मन में भी बाढ़ का डर सताने लगा है. पटना के एनआईटी गांधी घाट स्थित केंद्रीय जल आयोग के अनुसार 18 जून 2021 को गंगा का जलस्तर सुबह 8:00 बजे 45 : 310 और 13:00 45 : 460 और 18:00 45 : 640 और 19 जून 2021 को सुबह 8:00 बजे 46 : 320 और 13:00 46 : 540 मापा गया है.

गंगा का जलस्तर 48.73 मीटर दर्ज
केंद्रीय जल आयोग के कर्मचारियों के अनुसार गंगा के जलस्तर में प्रति घंटे 4 सेंटीमीटर की वृद्धि दर्ज की जा रही है. बता दें कि गंगा का जलस्तर अभी डेंजर लेवल से 2 मीटर नीचे बह रहा है गंगा का डेंजर लेवल 48 : 60 है तो वहीं अलर्ट लेवल 47 : 60 माना जाता है.

patna
केंद्रीय जल आयोग

ये भी पढ़ें: ..तो अब नहीं डूबेगा पटना? तैयारियां कितनी दुरुस्त, खुद निरीक्षण कर रहे डिप्टी सीएम

'हमने पिछले 6 साल में जून के महीने में गंगा में इतना जलस्तर नहीं देखा है स्थानीय लोगों का साफ तौर से कहना है कि गंगा के जलस्तर में जिस तरीके से वृद्धि हो रही है कहीं ना कहीं बाढ़ जैसी संभावना उत्पन्न ना हो जाए इसको लेकर कहीं ना कहीं मन में डर है'. -स्थानीय

patna
गंगा के जलस्तर में भी वृद्धि

कई नदियां उफान पर
बता दें कि बिहार में मानसून ( Monsoon in Bihar ) की सक्रियता, नेपाल में हो रही भारी बारिश और वाल्मिकीनगर बराज ( Valmikinagar Barrage ) से छोड़े गए 4 लाख क्यूसेक पानी के कारण कई नदियां उफान पर है. गंडक, कोसी, बागमती, कमला बलान का बढ़ता जलस्तर डराने वाला है.

9 जिलों में बाढ़ की आशंका
गोपालगंज, पश्चिम चंपारण, पूर्वी चंपारण, मुजफ्फरपुर, दरभंगा समेत 9 जिलों में बाढ़ की आशंका है. इस बीच मौसम विभाग ने 11 जिलों के लिए अगले 48 घंटे तक भारी बारिश का अलर्ट ( Weather Alert ) जारी किया है. मौसम विभाग ( Metrological Department ) ने कहा है कि अगले 48 घंटे यानी 18 जून तक राज्य के 11 जिलों में भारी बारिश हो सकती है.

ये भी पढ़ें: बाढ़ तो आनी ही है... सरकार नहीं 'घरौंदा' पर है भरोसा! पीड़ितों का दर्द सुन आप दहल जाएंगे

मौसम विभाग ने जारी किया अलर्ट
मौसम विभाग ने इसको लेकर का रेड अलर्ट जारी कर दिया है. इससे साथ ही 13 जिलों के लिए ऑरेंज अलर्ट और अन्य के लिए येलो अलर्ट जारी किया गया है.

जिन जिलों के लिए रेड अलर्ट जारी किया है वे हैं- उत्तर पश्चिम बिहार के पश्चिम चंपारण, सीवान, सारण, पूर्वी चंपारण और गोपालगंज के अलावा दक्षिण मध्य बिहार के पटना, गया, नालंदा, नवादा, बेगूसराय और लखीसराय.यहां बादल गरजने के साथ ही वज्रपात के साथ भारी बारिश की आशंका जताई गई है.

गण्डक नदी में जलस्तर में बढ़ोतरी
पश्चिम चंपारण के बगहा में वाल्मीकिनगर गंडक बराज से लगातार पानी डिस्चार्ज होने से निचले इलाकों में बाढ़ जैसे हालात बन गए हैं. इंडो-नेपाल सीमा के तराई क्षेत्र चकदहवा में 4 फीट बाढ़ का पानी बह रहा है. बगहा के बांसगांव औसानी हरहा नदी में बोलोरो गाड़ी बह गई है.

ये भी पढ़ें: Rohtas News: भवानी भलुनी धाम के वन क्षेत्र को संरक्षित करेगी सरकार, पर्यटन के रूप में होगा विकसित

गण्डक नदी में लगातार हो रही जलवृद्धि की वजह से निचले इलाकों में भी बाढ़ आ गई है. गंडक दियारा पार के पिपरासी प्रखंड अंतर्गत सेमरा लबेदहा आदि जगहों में बाढ़ से लोग काफी प्रभावित हुए हैं.

इन जिलों के लिए रेड अलर्ट
उत्तर पश्चिम बिहार के पश्चिम चंपारण, सीवान, सारण, पूर्वी चंपारण और गोपालगंज के अलावा दक्षिण मध्य बिहार के पटना, गया, नालंदा, नवादा, बेगूसराय और लखीसराय. यहां बादल गरजने के साथ ही वज्रपात के साथ भारी बारिश की आशंका जताई गई है. मौसम विभाग ने इन जिलों के लोगों से अपील की है कि वे घरों से न निकलें.

इन जिलों के लिए ऑरेंज अलर्ट
दक्षिण, पश्चिम बिहार और दक्षिण पूर्व बिहार के जिलों के लिए मौसम विभाग ने ऑरेंज अलर्ट जारी किया है. यानी इन जिलों में भारी बारिश होगी, लेकिन वज्रपात या मेघ गर्जन कम होगी. इन जिलों में बक्सर, भोजपुर, रोहतास, भभुआ, औरंगाबाद, जहानाबाद, अरवल, कटिहार, भागलपुर, बांका, जमुई, मुंगेर और खगड़िया शामिल हैं. वहीं, बिहार के अन्य जिलों के लिए येलो अलर्ट जारी किया गया है. इन जिलों में बारिश होगी पर इतनी तीव्रता नहीं होगी.

रेड अलर्ट: खतरनाक स्थिति का अनुमान
जब मौसम खतरनाक स्तर पर पहुंच जाता है और भारी नुकसान होने का खतरा रहता है तो रेड अलर्ट (Red Alert) जारी किया जाता है. जब भी कोई चक्रवात अधिक तीव्रता के साथ आता है तो मौसम विभाग की ओर से तूफान की रेंज में पड़ने वाले इलाकों के लिए रेड अलर्ट जारी किया जाता है. ऐसे में प्रशासन से जरूरी कदम उठाने के लिए कहा जाता है.

ऑरेंज अलर्ट: मूसलाधार बारिश का अनुमान
चक्रवात के कारण मौसम के बहुत अधिक खराब होने की आशंका होती है जो कि सड़क और वायु परिवहन को नुकसान पहुंचाने के साथ-साथ जान और माल की क्षति भी कर सकता है. ऐसे में ऑरेंज अलर्ट जारी किया जाता है. ऑरेंज अलर्ट (Orange Alert) में लोगों को घरों में रहने की सलाह दी जाती है.

मौसम विभाग की अपील
मौसम विभाग (Weather Department) के अनुसार पूरे बिहार में इसका असर देखने को मिलेगा. साथ ही लोगों से अपील की जा रही है कि जब बारिश हो या बिजली की गड़गड़ाहट की आवाज सुनाई दे तो लोग पक्के मकान में शरण लें और पूरी सावधानी बरतें. खुले मैदान, नदियां, जलजमाव वाले क्षेत्र, आम और लीची के बागान जैसे जगहों पर बिजली गिरने की संभावनाएं अधिक है.

यह भी पढें - Flood Situation in Bettiah: हर साल बाढ़ आते ही टापू बन जाता है ये गांव, जानें वजह..

पटना: बिहार के कई जिले बाढ़ (Flood) से प्रभावित हैं. वहीं गंगा (Ganga) के जलस्तर में भी काफी तेजी से वृद्धि दर्ज की जा रही है. मानसून (Monsoon) के सक्रिय होते ही नदियों के जलस्तर में वृद्धि हो रही है. वहीं नेपाल (Nepal) में हो रही लगातार बारिश (Continuous Rain) के कारण नदियों में छोड़े जा रहे पानी से भी राज्य की नदियों का जलस्तर बढ़ गया (river level rises) है. जिससे कई नदियां खतरे के निशान के ऊपर (Rivers above danger mark) बह रही हैं. जिससे मैदानी इलाकों में बाढ़ का खतरा मंडराने लगा है.

देखें रिपोर्ट...

ये भी पढ़ें: Weather Update: संभलकर रहें... बाढ़ और बारिश के बीच बिहार के इन 11 जिलों में रेड अलर्ट

गंगा खतरे के निशान के ऊपर
लगातार बारिश के कारण गंगा के जलस्तर में भी अब वृद्धि होने लगा है. गंगा के तटवर्तीये इलाके में रहने वाले लोगों के मन में भी बाढ़ का डर सताने लगा है. पटना के एनआईटी गांधी घाट स्थित केंद्रीय जल आयोग के अनुसार 18 जून 2021 को गंगा का जलस्तर सुबह 8:00 बजे 45 : 310 और 13:00 45 : 460 और 18:00 45 : 640 और 19 जून 2021 को सुबह 8:00 बजे 46 : 320 और 13:00 46 : 540 मापा गया है.

गंगा का जलस्तर 48.73 मीटर दर्ज
केंद्रीय जल आयोग के कर्मचारियों के अनुसार गंगा के जलस्तर में प्रति घंटे 4 सेंटीमीटर की वृद्धि दर्ज की जा रही है. बता दें कि गंगा का जलस्तर अभी डेंजर लेवल से 2 मीटर नीचे बह रहा है गंगा का डेंजर लेवल 48 : 60 है तो वहीं अलर्ट लेवल 47 : 60 माना जाता है.

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केंद्रीय जल आयोग

ये भी पढ़ें: ..तो अब नहीं डूबेगा पटना? तैयारियां कितनी दुरुस्त, खुद निरीक्षण कर रहे डिप्टी सीएम

'हमने पिछले 6 साल में जून के महीने में गंगा में इतना जलस्तर नहीं देखा है स्थानीय लोगों का साफ तौर से कहना है कि गंगा के जलस्तर में जिस तरीके से वृद्धि हो रही है कहीं ना कहीं बाढ़ जैसी संभावना उत्पन्न ना हो जाए इसको लेकर कहीं ना कहीं मन में डर है'. -स्थानीय

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गंगा के जलस्तर में भी वृद्धि

कई नदियां उफान पर
बता दें कि बिहार में मानसून ( Monsoon in Bihar ) की सक्रियता, नेपाल में हो रही भारी बारिश और वाल्मिकीनगर बराज ( Valmikinagar Barrage ) से छोड़े गए 4 लाख क्यूसेक पानी के कारण कई नदियां उफान पर है. गंडक, कोसी, बागमती, कमला बलान का बढ़ता जलस्तर डराने वाला है.

9 जिलों में बाढ़ की आशंका
गोपालगंज, पश्चिम चंपारण, पूर्वी चंपारण, मुजफ्फरपुर, दरभंगा समेत 9 जिलों में बाढ़ की आशंका है. इस बीच मौसम विभाग ने 11 जिलों के लिए अगले 48 घंटे तक भारी बारिश का अलर्ट ( Weather Alert ) जारी किया है. मौसम विभाग ( Metrological Department ) ने कहा है कि अगले 48 घंटे यानी 18 जून तक राज्य के 11 जिलों में भारी बारिश हो सकती है.

ये भी पढ़ें: बाढ़ तो आनी ही है... सरकार नहीं 'घरौंदा' पर है भरोसा! पीड़ितों का दर्द सुन आप दहल जाएंगे

मौसम विभाग ने जारी किया अलर्ट
मौसम विभाग ने इसको लेकर का रेड अलर्ट जारी कर दिया है. इससे साथ ही 13 जिलों के लिए ऑरेंज अलर्ट और अन्य के लिए येलो अलर्ट जारी किया गया है.

जिन जिलों के लिए रेड अलर्ट जारी किया है वे हैं- उत्तर पश्चिम बिहार के पश्चिम चंपारण, सीवान, सारण, पूर्वी चंपारण और गोपालगंज के अलावा दक्षिण मध्य बिहार के पटना, गया, नालंदा, नवादा, बेगूसराय और लखीसराय.यहां बादल गरजने के साथ ही वज्रपात के साथ भारी बारिश की आशंका जताई गई है.

गण्डक नदी में जलस्तर में बढ़ोतरी
पश्चिम चंपारण के बगहा में वाल्मीकिनगर गंडक बराज से लगातार पानी डिस्चार्ज होने से निचले इलाकों में बाढ़ जैसे हालात बन गए हैं. इंडो-नेपाल सीमा के तराई क्षेत्र चकदहवा में 4 फीट बाढ़ का पानी बह रहा है. बगहा के बांसगांव औसानी हरहा नदी में बोलोरो गाड़ी बह गई है.

ये भी पढ़ें: Rohtas News: भवानी भलुनी धाम के वन क्षेत्र को संरक्षित करेगी सरकार, पर्यटन के रूप में होगा विकसित

गण्डक नदी में लगातार हो रही जलवृद्धि की वजह से निचले इलाकों में भी बाढ़ आ गई है. गंडक दियारा पार के पिपरासी प्रखंड अंतर्गत सेमरा लबेदहा आदि जगहों में बाढ़ से लोग काफी प्रभावित हुए हैं.

इन जिलों के लिए रेड अलर्ट
उत्तर पश्चिम बिहार के पश्चिम चंपारण, सीवान, सारण, पूर्वी चंपारण और गोपालगंज के अलावा दक्षिण मध्य बिहार के पटना, गया, नालंदा, नवादा, बेगूसराय और लखीसराय. यहां बादल गरजने के साथ ही वज्रपात के साथ भारी बारिश की आशंका जताई गई है. मौसम विभाग ने इन जिलों के लोगों से अपील की है कि वे घरों से न निकलें.

इन जिलों के लिए ऑरेंज अलर्ट
दक्षिण, पश्चिम बिहार और दक्षिण पूर्व बिहार के जिलों के लिए मौसम विभाग ने ऑरेंज अलर्ट जारी किया है. यानी इन जिलों में भारी बारिश होगी, लेकिन वज्रपात या मेघ गर्जन कम होगी. इन जिलों में बक्सर, भोजपुर, रोहतास, भभुआ, औरंगाबाद, जहानाबाद, अरवल, कटिहार, भागलपुर, बांका, जमुई, मुंगेर और खगड़िया शामिल हैं. वहीं, बिहार के अन्य जिलों के लिए येलो अलर्ट जारी किया गया है. इन जिलों में बारिश होगी पर इतनी तीव्रता नहीं होगी.

रेड अलर्ट: खतरनाक स्थिति का अनुमान
जब मौसम खतरनाक स्तर पर पहुंच जाता है और भारी नुकसान होने का खतरा रहता है तो रेड अलर्ट (Red Alert) जारी किया जाता है. जब भी कोई चक्रवात अधिक तीव्रता के साथ आता है तो मौसम विभाग की ओर से तूफान की रेंज में पड़ने वाले इलाकों के लिए रेड अलर्ट जारी किया जाता है. ऐसे में प्रशासन से जरूरी कदम उठाने के लिए कहा जाता है.

ऑरेंज अलर्ट: मूसलाधार बारिश का अनुमान
चक्रवात के कारण मौसम के बहुत अधिक खराब होने की आशंका होती है जो कि सड़क और वायु परिवहन को नुकसान पहुंचाने के साथ-साथ जान और माल की क्षति भी कर सकता है. ऐसे में ऑरेंज अलर्ट जारी किया जाता है. ऑरेंज अलर्ट (Orange Alert) में लोगों को घरों में रहने की सलाह दी जाती है.

मौसम विभाग की अपील
मौसम विभाग (Weather Department) के अनुसार पूरे बिहार में इसका असर देखने को मिलेगा. साथ ही लोगों से अपील की जा रही है कि जब बारिश हो या बिजली की गड़गड़ाहट की आवाज सुनाई दे तो लोग पक्के मकान में शरण लें और पूरी सावधानी बरतें. खुले मैदान, नदियां, जलजमाव वाले क्षेत्र, आम और लीची के बागान जैसे जगहों पर बिजली गिरने की संभावनाएं अधिक है.

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