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राहत की खबर: गंगा नदी के रौद्र रूप में आएगी कमी, जलस्तर कम होने की संभावना

बिहार में राजधानी पटना सहित कई जिलों में गंगा नदी (Ganga River) लगातार उफान पर है. पटना के गंगा घाटों पर पिछले कई दिनों से जलस्तर खतरे के निशान से ऊपर है, लेकिन अब जलस्तर (Water Level) में कमी होने की संभावना है. पढ़ें पूरी रिपोर्ट..

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Published : Aug 16, 2021, 10:34 PM IST

पटना: केंद्रीय जल आयोग (Central Water Commission) के अनुसार बक्सर में गंगा नदी का जलस्तर 23 सेंटीमीटर ऊपर है. इसके जलस्तर में 55 सेंटीमीटर की कमी होने का अनुमान है. पटना जिले के दीघा घाट में गंगा नदी का जलस्तर खतरे के निशान से 127 सेंटीमीटर ऊपर है, इसके जलस्तर में भी 22 सेंटीमीटर कमी होने की संभावना है.

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वहीं, पटना जिले के गांधी घाट में गंगा नदी का जलस्तर 183 सेंटीमीटर ऊपर है, इसमें 23 सेंटीमीटर वृद्धि होने की संभावना है. पटना जिले के हाथीदह में गंगा का जलस्तर 174 सेंटीमीटर ऊपर है. इसके जलस्तर में 1 सेंटीमीटर वृद्धि होने की संभावना है. मुंगेर में गंगा नदी का जलस्तर खतरे के निशान से 75 सेंटीमीटर ऊपर है, इसके जलस्तर में 8 सेंटीमीटर वृद्धि होने की संभावना है.

भागलपुर में गंगा नदी का जलस्तर खतरे के निशान से 101 सेंटीमीटर ऊपर है. कहल गांव में 131 सेंटीमीटर ऊपर है और साहिबगंज में 154 सेंटीमीटर ऊपर है. फरक्का में गंगा का जलस्तर खतरे के निशान से ऊपर है और सभी स्थानों पर जल स्तर में वृद्धि होने की संभावना है.

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वहीं, पटना जिले के श्रीपालपुर में पुनपुन नदी का जलस्तर 128 सेंटीमीटर ऊपर है, इसके जलस्तर में 64 सेंटीमीटर कमी होने की संभावना है. खगड़िया में बूढ़ी गंडक नदी का जलस्तर खतरे के निशान से 235 सेंटीमीटर ऊपर है. मुजफ्फरपुर जिले के बेनीबाद में बागमती नदी का जलस्तर खतरे के निशान से 103 सेंटीमीटर ऊपर है. खगड़िया जिले के बलतारा में कोसी नदी का जलस्तर खतरे के निशान से 112 सेंटीमीटर ऊपर है. कटिहार जिले के कुरसेला में कोसी नदी का जलस्तर 159 सेंटीमीटर ऊपर है.

गंगा नदी लगातार उफान पर है. पटना के गंगा घाटों पर भी पिछले कई दिनों से जलस्तर खतरे के निशान से ऊपर है और जलस्तर में अभी भी वृद्धि के संकेत हैं. राजधानी पटना के प्रमुख गंगा घाटों की स्थिति कुछ इस प्रकार से है. दीघा घाट पर खतरे का निशान 50.45 मीटर है, यहां 13 अगस्त को जलस्तर 51.59 मीटर, 14 अगस्त को जलस्तर 51.70 मीटर, 15 अगस्त को जलस्तर 51.84 मीटर और 16 अगस्त को जलस्तर 51.72 मीटर रहा है.

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पटना के गांधी घाट पर खतरे का निशान 48.60 मीटर है, यहां 13 अगस्त को जलस्तर 50.18 मीटर, 14 अगस्त को जलस्तर 50.37 मीटर, 15 अगस्त को जलस्तर 50.44 मीटर और 16 अगस्त को जलस्तर 50.43 मीटर रहा है. हाथीदह घाट पर खतरे का निशान 41.76 मीटर है. यहां 13 अगस्त को जलस्तर 43.18 मीटर, 14 अगस्त को जलस्तर 43.29 मीटर, 15 अगस्त को जलस्तर 43.41 मीटर और 16 अगस्त को जलस्तर 43.50 मीटर रहा है.

बता दें कि बिहार के बक्सर, भोजपुर , सारण, वैशाली, पटना, समस्तीपुर, बेगूसराय, खगड़िया, लखीसराय, मुंगेर, भागलपुर और कटिहार सहित 12 जिलों से होकर गंगा बहती है. इन जिलों के कई शहर पर गंगा में जलस्तर बढ़ने के कारण बाढ़ का खतरा है. इन जिलों के दियारा इलाकों में बाढ़ की स्थिति लगातार गंभीर बनी हुई है. वहीं निचले इलाकों में भी गंगा का पानी पिछले कई दिनों से है.

पटना: केंद्रीय जल आयोग (Central Water Commission) के अनुसार बक्सर में गंगा नदी का जलस्तर 23 सेंटीमीटर ऊपर है. इसके जलस्तर में 55 सेंटीमीटर की कमी होने का अनुमान है. पटना जिले के दीघा घाट में गंगा नदी का जलस्तर खतरे के निशान से 127 सेंटीमीटर ऊपर है, इसके जलस्तर में भी 22 सेंटीमीटर कमी होने की संभावना है.

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वहीं, पटना जिले के गांधी घाट में गंगा नदी का जलस्तर 183 सेंटीमीटर ऊपर है, इसमें 23 सेंटीमीटर वृद्धि होने की संभावना है. पटना जिले के हाथीदह में गंगा का जलस्तर 174 सेंटीमीटर ऊपर है. इसके जलस्तर में 1 सेंटीमीटर वृद्धि होने की संभावना है. मुंगेर में गंगा नदी का जलस्तर खतरे के निशान से 75 सेंटीमीटर ऊपर है, इसके जलस्तर में 8 सेंटीमीटर वृद्धि होने की संभावना है.

भागलपुर में गंगा नदी का जलस्तर खतरे के निशान से 101 सेंटीमीटर ऊपर है. कहल गांव में 131 सेंटीमीटर ऊपर है और साहिबगंज में 154 सेंटीमीटर ऊपर है. फरक्का में गंगा का जलस्तर खतरे के निशान से ऊपर है और सभी स्थानों पर जल स्तर में वृद्धि होने की संभावना है.

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वहीं, पटना जिले के श्रीपालपुर में पुनपुन नदी का जलस्तर 128 सेंटीमीटर ऊपर है, इसके जलस्तर में 64 सेंटीमीटर कमी होने की संभावना है. खगड़िया में बूढ़ी गंडक नदी का जलस्तर खतरे के निशान से 235 सेंटीमीटर ऊपर है. मुजफ्फरपुर जिले के बेनीबाद में बागमती नदी का जलस्तर खतरे के निशान से 103 सेंटीमीटर ऊपर है. खगड़िया जिले के बलतारा में कोसी नदी का जलस्तर खतरे के निशान से 112 सेंटीमीटर ऊपर है. कटिहार जिले के कुरसेला में कोसी नदी का जलस्तर 159 सेंटीमीटर ऊपर है.

गंगा नदी लगातार उफान पर है. पटना के गंगा घाटों पर भी पिछले कई दिनों से जलस्तर खतरे के निशान से ऊपर है और जलस्तर में अभी भी वृद्धि के संकेत हैं. राजधानी पटना के प्रमुख गंगा घाटों की स्थिति कुछ इस प्रकार से है. दीघा घाट पर खतरे का निशान 50.45 मीटर है, यहां 13 अगस्त को जलस्तर 51.59 मीटर, 14 अगस्त को जलस्तर 51.70 मीटर, 15 अगस्त को जलस्तर 51.84 मीटर और 16 अगस्त को जलस्तर 51.72 मीटर रहा है.

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पटना के गांधी घाट पर खतरे का निशान 48.60 मीटर है, यहां 13 अगस्त को जलस्तर 50.18 मीटर, 14 अगस्त को जलस्तर 50.37 मीटर, 15 अगस्त को जलस्तर 50.44 मीटर और 16 अगस्त को जलस्तर 50.43 मीटर रहा है. हाथीदह घाट पर खतरे का निशान 41.76 मीटर है. यहां 13 अगस्त को जलस्तर 43.18 मीटर, 14 अगस्त को जलस्तर 43.29 मीटर, 15 अगस्त को जलस्तर 43.41 मीटर और 16 अगस्त को जलस्तर 43.50 मीटर रहा है.

बता दें कि बिहार के बक्सर, भोजपुर , सारण, वैशाली, पटना, समस्तीपुर, बेगूसराय, खगड़िया, लखीसराय, मुंगेर, भागलपुर और कटिहार सहित 12 जिलों से होकर गंगा बहती है. इन जिलों के कई शहर पर गंगा में जलस्तर बढ़ने के कारण बाढ़ का खतरा है. इन जिलों के दियारा इलाकों में बाढ़ की स्थिति लगातार गंभीर बनी हुई है. वहीं निचले इलाकों में भी गंगा का पानी पिछले कई दिनों से है.

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