ETV Bharat / state

पटनाः मेडिकल कॉलेज में दाखिले के नाम पर 35 करोड़ की ठगी, बिहार और झारखंड के 100 से ज्यादा छात्र फंसे - पटना में एडमिशन के नाम पर करोड़ों की ठगी

पटना में मेडिकल कॉलेज में दाखिले के नाम पर छात्रों (Fraud With student In Patna) को करोड़ों रुपये का चूना लगाया गया. ठगी का ये पूरा खेल बोरिंग रोड चौराहे के पास स्थित जीवी माल के करियर काउंसलिंग कार्यालय से खेला गया. पुलिस मामले की तफ्तीश में जुटी है.

करोड़ों की ठगी
करोड़ों की ठगी
author img

By

Published : Apr 13, 2022, 12:43 PM IST

पटनाः मेडिकल की पढ़ाई के लिए होने वाली नीट परीक्षा में कम अंक लाने वाले बच्चों से एडमिशन के नाम पर ठगी का मामला सामने आया है. पूरा मामला बोरिंग रोड चौराहे स्थित जीवी माल (GV Mall patna) में खुले कैरियर काउंसलिंग कार्यालय का है. जहां शातिरों ने मनचाहे मेडिकल कालेज में दाखिले के नाम पर 30 से 35 करोड़ रुपये (Crores rupees cheating for Admission in madical college) छात्रों से वसूल लिए और उसके बाद ऑफिस बंद कर फरार हो गए. ठगी का ये मामला एसकेपुरी थाने में दर्ज कराया गया है.

ये भी पढ़ेंः मुजफ्फरपुर में फर्जी ADM गिरफ्तार, अधिकारी लिखा बोर्ड लगाकर करता था ठगी

100 से अधिक छात्र ठगी में फंसेः बताया जाता है कि बोरिंग रोड चौराहे के पास स्थित जीवी माल में कैरियर काउंसलिंग का कार्यालय था. जहां मेडिकल में दाखिला लेने वाले छात्रों की काउंसलिंग के बाद उनसे एनआरआई कोटे से एडमिशन कराने की बात कही गई. यही नहीं पैसा लेने के बाद छात्रों को दाखिले से संबंधित फर्जी लेटर भी थमा दिया गया. लेकिन जब छात्र संबंधित कॉलेजों में दाखिला लेने गए तब उन्हें पता चला कि लेटर फर्जी है. इस फर्जीवाड़े का शिकार होने वालों में पटना, भागलपुर, दरभंगा, रांची जैसे शहरों के 100 से अधिक छात्र शामिल हैं.

ये भी पढ़ेंः कमिश्नर का OSD बता शातिर ने की करोड़ों की ठगी, कई प्रशासनिक पदाधिकारियों को भी लगाया चूना

दफ्तर बंद कर शातिर फरारः वहीं, जब ये छात्र फर्जी लेटर दिखाने दोबारा कैरियर काउंसलिंग कार्यालय पहुंचे, तो दफ्तर बंद था और शातिर फरार थे. उसके बाद पीड़ित छात्रों ने संस्थान के निदेशक उज्ज्वल सिंह, ब्रांच हेड शुभम कुमार, अर्णव सिंह, काउंसलर कुंदन कुमार, हीरालाल, खुशबू कुमारी व रंजन कुमार के खिलाफ एसकेपुरी थाने में नामजद केस दर्ज कराया. पुलिस केस दर्ज कर मामले की तफ्तीश में जुट गई है.

ये भी पढ़ेंः बिहार में मेडिकल की पढ़ाई हुई महंगी, छात्रों में रोष

अभिभावक से लिए जाते थे 17 से 25 लाखः संस्थान का निदेशक उज्ज्वल सिंह ठगों का सरगना बताया जाता है. वह खुद को कई मेडिकल कॉलेजों में पार्टनर बताता था और कहता था कि एनआरआई कोटे से वह अभ्यर्थियों का नामांकन करा देगा. उसने झांसा देने के लिए अभ्यर्थियों और उनके अभिभावकों के सामने विदेश के नंबरों पर काल करता था और सामने वाले व्यक्ति को एनआरआई बताकर उनसे पासपोर्ट की कापी मांगता था. उसकी बातों से प्रभावित होकर बच्चों के अभिभावक 17 से 25 लाख तक दे देते थे.

एसकेपुरी थाना प्रभारी ने की मामले की पुष्टि: ठगी के इस मामले की पुष्टि एसकेपुरी थाना प्रभारी सतीश सिंह ने की है. उन्होंने बताया कि जक्कनपुर निवासी संगीता कुमारी, दानापुर आरपीएस मोड़ निवासी सुलेखा चौबे व दरभंगा निवसी विकास कुमार, रोहतास निवासी श्याम बिहारी सिंह, भागलपुर निवासी कंचन कुमारी, रांची निवासी राजेश सिन्हा, औरंगाबाद निवासी सुधी रंजन आदि ने थाने में लिखित शिकायत दर्ज कराई है. संस्थान से जुड़े आरोपियों के नाम और पते का सत्यापन किया जा रहा है. इसके बाद आगे की कार्रवाई की जायेगी.

विश्वसनीय खबरों को देखने के लिए डाउनलोड करें ETV BHARAT APP

पटनाः मेडिकल की पढ़ाई के लिए होने वाली नीट परीक्षा में कम अंक लाने वाले बच्चों से एडमिशन के नाम पर ठगी का मामला सामने आया है. पूरा मामला बोरिंग रोड चौराहे स्थित जीवी माल (GV Mall patna) में खुले कैरियर काउंसलिंग कार्यालय का है. जहां शातिरों ने मनचाहे मेडिकल कालेज में दाखिले के नाम पर 30 से 35 करोड़ रुपये (Crores rupees cheating for Admission in madical college) छात्रों से वसूल लिए और उसके बाद ऑफिस बंद कर फरार हो गए. ठगी का ये मामला एसकेपुरी थाने में दर्ज कराया गया है.

ये भी पढ़ेंः मुजफ्फरपुर में फर्जी ADM गिरफ्तार, अधिकारी लिखा बोर्ड लगाकर करता था ठगी

100 से अधिक छात्र ठगी में फंसेः बताया जाता है कि बोरिंग रोड चौराहे के पास स्थित जीवी माल में कैरियर काउंसलिंग का कार्यालय था. जहां मेडिकल में दाखिला लेने वाले छात्रों की काउंसलिंग के बाद उनसे एनआरआई कोटे से एडमिशन कराने की बात कही गई. यही नहीं पैसा लेने के बाद छात्रों को दाखिले से संबंधित फर्जी लेटर भी थमा दिया गया. लेकिन जब छात्र संबंधित कॉलेजों में दाखिला लेने गए तब उन्हें पता चला कि लेटर फर्जी है. इस फर्जीवाड़े का शिकार होने वालों में पटना, भागलपुर, दरभंगा, रांची जैसे शहरों के 100 से अधिक छात्र शामिल हैं.

ये भी पढ़ेंः कमिश्नर का OSD बता शातिर ने की करोड़ों की ठगी, कई प्रशासनिक पदाधिकारियों को भी लगाया चूना

दफ्तर बंद कर शातिर फरारः वहीं, जब ये छात्र फर्जी लेटर दिखाने दोबारा कैरियर काउंसलिंग कार्यालय पहुंचे, तो दफ्तर बंद था और शातिर फरार थे. उसके बाद पीड़ित छात्रों ने संस्थान के निदेशक उज्ज्वल सिंह, ब्रांच हेड शुभम कुमार, अर्णव सिंह, काउंसलर कुंदन कुमार, हीरालाल, खुशबू कुमारी व रंजन कुमार के खिलाफ एसकेपुरी थाने में नामजद केस दर्ज कराया. पुलिस केस दर्ज कर मामले की तफ्तीश में जुट गई है.

ये भी पढ़ेंः बिहार में मेडिकल की पढ़ाई हुई महंगी, छात्रों में रोष

अभिभावक से लिए जाते थे 17 से 25 लाखः संस्थान का निदेशक उज्ज्वल सिंह ठगों का सरगना बताया जाता है. वह खुद को कई मेडिकल कॉलेजों में पार्टनर बताता था और कहता था कि एनआरआई कोटे से वह अभ्यर्थियों का नामांकन करा देगा. उसने झांसा देने के लिए अभ्यर्थियों और उनके अभिभावकों के सामने विदेश के नंबरों पर काल करता था और सामने वाले व्यक्ति को एनआरआई बताकर उनसे पासपोर्ट की कापी मांगता था. उसकी बातों से प्रभावित होकर बच्चों के अभिभावक 17 से 25 लाख तक दे देते थे.

एसकेपुरी थाना प्रभारी ने की मामले की पुष्टि: ठगी के इस मामले की पुष्टि एसकेपुरी थाना प्रभारी सतीश सिंह ने की है. उन्होंने बताया कि जक्कनपुर निवासी संगीता कुमारी, दानापुर आरपीएस मोड़ निवासी सुलेखा चौबे व दरभंगा निवसी विकास कुमार, रोहतास निवासी श्याम बिहारी सिंह, भागलपुर निवासी कंचन कुमारी, रांची निवासी राजेश सिन्हा, औरंगाबाद निवासी सुधी रंजन आदि ने थाने में लिखित शिकायत दर्ज कराई है. संस्थान से जुड़े आरोपियों के नाम और पते का सत्यापन किया जा रहा है. इसके बाद आगे की कार्रवाई की जायेगी.

विश्वसनीय खबरों को देखने के लिए डाउनलोड करें ETV BHARAT APP

ETV Bharat Logo

Copyright © 2025 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.