पटना: मकर संक्रांति पर बिहार में विभिन्न राजनीतिक दलों की ओर से चूड़ा-दही भोज का आयोजन किया गया है. 10 सर्कुलर रोड स्थित राबड़ी देवी के आवास पर भी आज भोज का आयोजन किया जा रहा है. इस बार पार्टी के विधायकों और कुछ विशेष लोगों को ही उसमें शामिल होने का न्योता भेजा गया है. जिसमें बिहार के राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान भी शामिल हैं. भोज की तैयारी को लेकर तेजस्वी प्रसाद यादव देर रात ही पटना पहुंच गए हैं.
चूड़ा दही भोज की परंपरा: आरजेडी अध्यक्ष लालू प्रसाद के आवास पर मकर संक्रांति को लेकर चूड़ा दही भोज देने की परंपरा वर्षो से होती रही है. जिसमें दूर-दूर के कार्यकर्ता शामिल होने के लिए आते रहे हैं. वहीं, तमाम दलों के बड़े नेता भी इस भोज में शामिल होते रहे हैं.
लालू ने नीतीश को लगाया था दही का टीका: 2015 में लालू प्रसाद के आवास पर मकर संक्रांति के भोज में बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार 20 वर्षों के बाद शामिल हुए थे. इसी भोज में लालू यादव ने नीतीश कुमार को दही का तिलक लगाकर फिर से मुख्यमंत्री बनाने की घोषणा की थी. 2015 में नीतीश कुमार एनडीए से अलग होकर महागठबंधन में शामिल हुए थे. 2024 के मकर संक्रांति की भोज में भी नीतीश कुमार 10 सर्कुलर रोड स्थित राबड़ी आवास पर चूड़ा दही भोज में शामिल हुए थे.
विधायकों-सांसदों को निर्देश: राष्ट्रीय जनता दल की ओर से सभी विधायक और जिला अध्यक्षों को अपने क्षेत्र में मकर संक्रांति के अवसर पर होने वाले चूड़ा दही भोज अपने क्षेत्र में करने का निर्देश दिया गया है. प्रवक्ता एजाज अहमद ने बताया कि 14 जनवरी से लेकर 17 जनवरी तक आरजेडी के विधायक, सांसद और जिला अध्यक्ष अपनी सुविधा के अनुसार अपने क्षेत्र के लोगों के बीच चूड़ा दही भोज का आयोजन करेंगे, जिसको लेकर तैयारी भी पूरी हो गई है.
"पिछड़ों, अति पिछड़ों, दलितों और अल्पसंख्यकों सहित सभी समाज के लोगों को इस भोज में शामिल होने का न्योता देने का निर्देश दिया गया है. विधायक एवं जिला अध्यक्ष अपनी सुविधा के अनुसार चार दिनों के अंदर अपने-अपने क्षेत्र में चूड़ा दही भोज का आयोजन करेंगे."- एजाज अहमद, प्रवक्ता, राष्ट्रीय जनता दल
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