पटना: राजधानी पटना में इन दिनों वन विभाग का अभियान चल रहा है. वन विभाग की ओर से पटना में पेड़ों की काउंटिंग कराया जा रहा है. इस काम में माली जोर-शोर से लगे हुए हैं. राजधानी में करीब पांच से अधिक टीम वन विभाग द्वारा लगाया गया है. जो पेड़ों की काउंटिंग (Counting Of Trees In Patna) करने के साथ पेड़ों की मोटाई और उसकी उम्र भी लिख रहा है. इस कार्य को मार्च तक पूरा करना है.
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इस अभियान में लगे माली का कहना है कि मार्च तक काउंट करके उन लोगों को पूरी सूची विभाग को सौंप देनी है. पटना के वीआईपी इलाकों में पेड़ों की काउंटिंग हो रही है. राजधानी में पिछले कुछ वर्षों में मुख्यमंत्री आवास, सर्कुलर रोड, हार्डिंग रोड और इको पार्क के आसपास सबसे अधिक पेड़ लगाए गए हैं. काउंटिंग पूरे राजधानी के पेड़ों का करना है और काउंटिंग के बाद पेड़ों पर टीन की पट्टी भी लगाई जाएगी.
बता दें कि झारखंड बंटवारा के बाद बिहार में ग्रीन एरिया काफी कम हो गया था. बंटवारा होने के बाद प्रदेश में ग्रीन एरिया 8 से 9 प्रतिशत के आसपास बचा था. लेकिन अब यह आंकड़ा बढ़कर 15 प्रतिशत के आसपास हो गया है. जिसे 17 प्रतिशत से अधिक करने का लक्ष्य फिलहाल रखा गया है और उस पर काम हो रहा है.
बिहार सरकार की ओर से वन प्रतिशत को बढ़ाने और अधिक से अधिक पेड़ लगाने को लेकर जल जीवन हरियाली अभियान चलाया जा रहा है. इस अभियान के माध्यम से बड़े पैमाने पर वृक्षारोपण का कार्य हो रहा है. बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पिछले साल 5 करोड़ पेड़ लगाने का लक्ष्य रखा था, जिस पर विभाग काम कर रहा है.
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