पटना: वनरक्षियों के लिए पर्यावरण वन एवं जलवायु परिवर्तन विभाग एक इंटरनल फंड बना रहा है. ताकि जरूरत के वक्त उन्हें सरकारी अनुदान के लिए लंबे इंतजार में आर्थिक मदद के लिए परेशान नहीं होना पड़े. इसके अलावा अपनी रक्षा के लिए वनरक्षियों को हथियार देने के लिए भी विभाग विचार कर रहा है. वन वीरता दिवस के मौके पर आयोजित कार्यक्रम के दौरान मंत्री नीरज सिंह ने यह घोषणा की है.
वन विभाग हर साल मनाता है 15 फरवरी को वन वीरता दिवस
वन विभाग हर साल 15 फरवरी को वन वीरता दिवस के रूप में मनाता है. 15 फरवरी 2002 को रोहतास जिले में पेट्रोलिंग के वक्त डीएफओ संजय सिंह समेत कई अधिकारी और कर्मचारी अपराधियों से लोहा लेते हुए शहीद हो गए थे. संजय सिंह की याद में ही हर साल विभाग 15 फरवरी को वीरता दिवस मनाता है. ऐसे ही बिहार के वनसेवा अधिकारियों और कर्मचारियों की शहादत पर उन्हें श्रद्धांजलि दी गई.
- स्वर्गीय रोबिन कुमार, एसीएफ, गया वन प्रमंडल
- स्वर्गीय राजेंद्र प्रसाद साह, आरओएफ, अररिया
- स्वर्गीय वीर बहादुर राम, आरओएफ, रोहतास वन प्रमंडल
- स्वर्गीय ब्रज किशोर दुबे, वनरक्षी, वाल्मीकि टाइगर रिजर्व
- स्वर्गीय नित्यानंद सिंह वनरक्षी, स्वर्गीय जगदीश चंद्र दुबे, वनरक्षी, मुंगेर प्रमंडल
- स्वर्गीय वीर बहादुर सिंह और स्वर्गीय मदन सिंह, वनरक्षी, मुंगेर वन प्रमंडल
वनरक्षियों के लिए आंतरिक फंड बनाने पर विचार
वन पर्यावरण विभाग के मंत्री नीरज कुमार सिंह ने कहा कि वन रक्षियों की शहादत के मौके पर हम हर साल वन वीरता दिवस मनाते हैं. अगले साल से इस आयोजन को और बड़े तरीके से मनाने की तैयारी हो रही है. इसके अलावा जो वनरक्षी वन क्षेत्र में जानवरों की सुरक्षा करते हैं. उनकी सुरक्षा के लिए भी हथियार उपलब्ध कराने पर विभाग विचार किया जा रहा है.
नीरज कुमार सिंह ने कहा कि जब वन रक्षकों के साथ कोई हादसा होता है उनके परिवार को सरकारी अनुदान मिलने में देरी होती है. जब तक सहायक अनुदान नहीं मिलता है तब तक उन्हें आर्थिक मदद कैसे मिले इस पर भी हम विचार कर रहे हैं. इसके लिए विभाग में एक आंतरिक फंड बनाने पर विभाग विचार कर रहा है.