हैदराबाद : विश्व भर में रोजाना हजारों फ्लाइट उड़ान भरती हैं. लेकिन कभी-कभी विमान हादसे हो जाते हैं. जिनकी अलग-अलग वजह होती है. हालांकि तीन दिन के अंदर दो विमान हादसे हो गए. ऐसे में मानकर चला जाता है कि विमान हादसे होने या उनके दुर्घटनाग्रस्त होने का जोखिम एक करोड़ में से कोई एक विमान का हो सकता है.
रविवार 29 दिसंबर को ही दक्षिण कोरिया में 181 को लोगों को लेकर जा रहा विमान हादसे का शिकार हो गया. हादसे में समाचार लिखे जाने तक 167 लोगों की मौत हो चुकी थी. इससे पहले 25 दिसंबर को अजरबैजान एयरलाइंस का एक प्लेन कजाकिस्तान में दुर्घटनाग्रस्त हो गया था. इसमें विमान में सवार कुल 67 यात्रियों में 38 की मौत हो गई थी. विमान हादसों के बीच एक सवाल खड़ा होता है कि क्या विमान यात्रा सुरक्षित है? हालांकि हर प्लेन हादसे की वजह अलग-अलग होती है. लेकिन विमान यात्रा में गंतव्य तक पहुंचने से पूर्व ही इस तरह की घटनाएं हो चुकी हैं. ऐसे में प्लेन में उड़ान भरने से नहीं डरें. क्योंकि मौत का डर तो सड़क पर चलने के दौरान, गाड़ी चलाते समय या ट्रेन में सफर करते दौरान भी बना रहता है.लेकिन कोई रुकता नहीं है.
दुनिया के कुछ बड़े विमान हादसे
अलास्का एयरलाइंस की उड़ान 261 का हादसा, सभी 88 यात्री मारे : अलास्का एयरलाइंस की उड़ान 261 मैकडॉनेल डगलस एमडी-80 के प्लेन की उड़ान थी. यह फ्लाइट यह 31 जनवरी, 2000 को कैलिफोर्निया के अनाकापा द्वीप से करीब 2.7 मील उत्तर में प्रशांत महासागर में हादसे का शिकार हो गई थी. इस वजह से विमान में सफर कर रहे सभी 88 लोगों की मौत हो गई थी. इसमें चालक दल के पांच लोगों के अलावा 83 यात्री शामिल थे. वहीं 2018 और 2019 में 737 मैक्स 8 यात्री जेट की दो प्लेन दुर्घटनाओं के बाद कंपनी को जांच का से जूझना पड़ा, जिसमें 346 लोगों की मौत हो गई थी. इसी तरह 2024 में अलास्का एयरलाइंस के बोइंग कंपनी के 737 मैक्स 9 विमान हादसे में उड़ान भरने के कुछ ही देर बाद विमान की खिड़की और एक भाग टूट गया था. इस हादसे ने विमानन सुरक्षा को लेकर ध्यान अपनी ओर खींचा था.
नेपाल विमान दुर्घटना, 72 लोग मारे गए : प्राइवेट यति एयरलाइंस द्वारा संचालित एटीआर 72 उड़ान हादसा पोखरा में उतरने से पहले हुआ था. इसमें 15 जनवरी, 2023 को हुआ यह हादसा नेपाल में 30 वर्षों का सबसे खराब विमान हादसों में से एक है. इस विमान हादसे में 72 लोग मारे गए थे. प्लेन में दो शिशुओं के अलावा चार चालक दल और 15 विदेशी नागरिकों समेत 72 यात्री सवार थे. सभी की मौत हो गई थी.
मलेशिया एयरलाइंस की फ्लाइट 17 का हादसा, 298 की मौत : मलेशिया एयरलाइंस की फ्लाइट 17 (MH17) एम्सटर्डर से कुआलालंपुर जा रही थी. इस प्लेन को 17 जुलाई, 2014 को यूक्रेन में मार गिराया गया था. हादसे में सभी 298 यात्रियों की मौत हो गई. वहीं दो साल पहले, 2022 में, डच कोर्ट ने सभी यात्रियों की हत्या के लिए तीन लोगों को दोषी पाया था.
कनाडा-भारत एयर इंडिया फ्लाइट, 329 यात्रियों ने दम तोड़ा : कनाडा से भारत जा रही एयर इंडिया की फ्लाइट में आयरलैंड के तट पर विस्फोट होने से इसमें सवार सभी 329 यात्रियों की मौत हो गई. फ्लाइट 23 जून, 1985 को लंदन होकर आ रही थी.हादसे की वजह एक बैग में बम रखा होना बताया गया था. फ्लाइट में 24 भारतीय और 268 कनाडा के नागरिक सवार थे. हालांकि समुद्र से सिर्फ 131 शव बरामद किए गए थे.
एयर फ्रांस का विमान दुर्घटनाग्रस्त्र : 1 जून, 2009 को एयर फ्रांस का विमान 447 दुर्घटनाग्रस्त हो गया था. विमान में 228 यात्री सवार थे. एयर फ्रांस का विमान 447 ब्राजील के रियो डी जेनेरियो से पेरिस जा रहा था. इसी दौरान अटलांटिक महासागर के ऊपर से यह गायब हो गया था.
तुर्की एयरलाइंस के प्लेन में दरवाजा उड़ने से 346 की गई थी जान : तुर्की एयरलाइंस की उड़ान 981 मैकडॉनेल डगलस डीसी-10 फ्रांस में 3 मार्च, 1974 को हादसे का शिकार हो गई थी.फ्लेन के कार्गो दरवाजे में उड़ान के दौरान दरवाजा उड़ गया, जिसकी वजह से यह बड़ा हादसा हुआ था. उस समय इस हादसे को यूरोप के इतिहास की सबसे बड़ा विमान हादसा बताया गया था. इसमें 346 लोगों की मौत हो गई थी.
जापान एयरलाइंस के प्लेन हादसे में 520 ने तोड़ा था दम : टोक्यो से ओसाका जाने वाली जेएएल की उड़ान 123, 12 अगस्त 1985 को हादसे का शिकार हो गई. इसमें प्लेन के टेक्निशियनों द्वारा टेल की ठीक से मरम्मत नहीं किए जाने से हादसे के कारण 524 में से 520 लोगों की मौत हो गई थी.विमान इतिहास में सबसे बड़ा एकल विमान हादसा है.
चरखी दादरी में हवा में टकराए थे दो विमान : हवा में टकराने की घटना भारत के गांव चरखी दादरी के ऊपर हुई थी, इस हादसे में 349 लोगों की मौत हो गई थी. 12 नवंबर 1996 को को हुए इस दादसे में चिमकेंट से दिल्ली आ रही कजाकिस्तान एलरलाइंस फ्लाइट 1907 और दिल्ली से धाहरन जा रही सउदी एयरलाइंस की फ्लाइट 763 हवा में ही टकरा गई थी. इस हादसे में विमान में बैठे सभी 349 लोगों की मौत हो गई थी.
1979 में अमेरिकन एयरलाइंस हादसा : अमेरिकन एयरलाइंस की फ्लाइट 191, मैकडॉनेल डगलस डीसी-10, शिकागो में 25 मई, 1979 को दुर्घटनाग्रस्त हो गई थी. टेकऑफ के समय विमान के बाएं इंजन में टेक्निकल खराबी आ जाने से इंजन विमान से गिर गया और प्लेन क्रैश हो गया. उस समय, यह आपदा अमेरिका के इतिहास का इस ससे बड़ा विमान हादसा बताया गया था, इसमें 273 लोगों की मौत हो गई थी.
मलेशिया एयरलाइंस प्लेन लापता, अभी तक पता नहीं : कुआलालंपुर से बीजिंग के लिए 239 लोगों को लेकर जा रहा मलेशिया एयरलाइंस की फ्लाइट 370, 8 मार्च, 2014 को रडार स्क्रीन से गायब हो गया. लेकिन इसके बाद से इस प्लेन के बारे में कुछ भी पता नहीं चला, जो रहस्य बना हुआ है.
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