पटनाः बिहार में कोरोना संक्रमण की तीसरी लहर (Corona Third Wave In Bihar) तेजी से बढ़ रही है. मंगलवार को कोरोना संक्रमित 5 लोगों की मौत (Five People Dead From Corona In Bihar) हो गई. ये सभी लोग पहले से किसी ना किसी गंभीर बीमारी से ग्रसित थे. मंगलवार को जिन लोगों की जान गई है, उनमें दो मरीज एनएमसीएच, 1 पीएमसीएच, 1 पटना के साईं अस्पताल और एक भागलपुर अस्पताल में भर्ती थे. अब प्रदेश में कोरोना संक्रमण से मरने वालों की संख्या बढ़कर 12,111 हो गई है.
ये भी पढ़ेंः Bihar Corona Update: बीते 24 घंटे में मिले 5908 मरीज, इस उम्र वर्ग के ज्यादा लोग हो रहे संक्रमित
जानकारी के मुताबिक एनएमसीएच में भर्ती एक 65 साल के मरीज जो पहले से उच्च रक्तचाप और टाइप 2 मधुमेह से ग्रसित थे, उनकी मौत हुई है. वहीं 70 वर्ष के और मरीज जिन्हें अचानक बेहोशी की स्थिति में भर्ती काराया गया था. जिनकी इलाज के दौरान मौत हो गई. वहीं, पटना के साईं अस्पताल में भर्ती एक मरीज के कई ऑर्गन फेल्योर थे और उनका इलाज चल रहा था. उनकी मौत भी कोरोना संक्रमित होने के बाद हुई. वहीं पीएमसीएच और भागलपुर में भी 1-1 कोरोना मरीज की मंगलवार को मौत हो गई.
वहीं, प्रदेश में कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या लगातार बढ़ रही है. बीते 24 घंटे में 5908 कोरोना के मरीज मिले है. अब कुल एक्टिव मरिजों की संख्या बढ़कर 25,051 हो गई है. वहीं अकेले पटना में 2529 संक्रमितों की पहचान हुई है. पटना में मिलने वाले मरीजों में 86 फॉलोअप केस हैं. फॉलोअप केस कहने का मतलब है कि वैसे मरीज जो पहले से संक्रमित थे, उनकी कोविड की स्थिति जानने के लिए दोबारा जांच किया गया.
2529 मरीजों में 310 लोगों ने जांच पटना में कराई लेकिन वे पटना के बाहर के हैं. ऐसे में केवल पटना की बात करें तो 2136 मरीज मिले हैं. स्वास्थ्य विभाग अलर्ट मोड में काम कर रहा है. रेलवे स्टेशन से लेकर एयरपोर्ट तक सख्ती बढ़ा दी गई है. बाहर से आने वाले मरीजों की भी सघन जांच की जा रही है. बता दें कि कोरोना की तीसरी लहर में बड़ी तादाद में बच्चे भी संक्रमित हो रहे हैं.
इसे भी पढ़ें- मोतिहारी में हुआ कोरोना विस्फोट, मिले 100 संक्रमित मरीज
स्वास्थ्य विभाग के सचिव प्रत्यय अमृत ने डाटा जारी करते हुए बताया कि बिहार में 20 साल से 29 साल के बीच 28 फीसदी युवा कोरोना से संक्रमित हैं. जबकि 30 से 39 साल के 23 फीसदी युवा संक्रमित हुए हैं. 0 से 9 साल के बच्चों के संक्रमण की संख्या सबसे कम यानी 1.9 फीसदी है.
उन्होंने कहा कि टेस्टिंग आवश्यक होगी तभी की जाएगी. कोविड के इस लहर यानी तीसरी लहर के बारे में सचिव ने बताया कि यह कम्युनिटी स्प्रेड है. लिहाजा अगर किसी की जांच में एंटीजन टेस्ट रिपोर्ट पॉजिटिव आती है तो उसे आरटीपीसीआर जांच कराने की जरूरत नहीं है. वहीं, अगर एंटीजन रिपोर्ट निगेटिव है और लक्षण हैं तो वैसे लोगों को आरटीपीसीआर कराना जरूरी है.
विश्वसनीय खबरों को देखने के लिए डाउनलोड करें ETV BHARAT APP