पटना: बिहार विधानसभा के बजट सत्र के पहले दिन सदन में विपक्षी सदस्यों ने जमकर नारेबाजी की. किसानों के मुद्दे पर भाकपा माले के सदस्यों ने विधानसभा परिसर में सरकार के खिलाफ नारेबाजी की. वहीं, सीमांचल के विकास को लेकर एआईएमआईएम के विधायकों ने प्रदर्शन किया.
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भाकपा माले के सदस्यों का कहना था कि सरकार पूंजीपतियों के लिए काम कर रही है. वहीं, एआईएमआईएम के विधायकों ने कहा कि सीमांचल आज भी सबसे पिछड़ा इलाका है. इसपर सरकार को विशेष ध्यान देने की जरूरत है. यहां के लोग बाढ़ से हर साल परेशान होते हैं. शिक्षा, स्वास्थ समेत सभी क्षेत्रों में सीमांचल पिछड़ा है.
तीनों कृषि कानून वापस ले केंद्र सरकार
भाकपा माले के विधायक वीरेंद्र प्रसाद गुप्ता ने कहा कि पूरे देश में किसानों पर दमन किया जा रहा है. किसानों की गिरफ्तारी हो रही है. किसानों को गुलाम बनाने के लिए केंद्र सरकार कृषि कानून लेकर आई है. इसके खिलाफ हमलोग आवाज उठा रहे हैं. माले के विधायक रामबली सिंह यादव ने कहा कि केंद्र सरकार तीनों कृषि कानूनों को रद्द करे. बिहार सरकार धान खरीद का डेट बढ़ाए. सरकार किसानों को धान खरीद की गारंटी दे.
एआईएमआईएम के विधायक शाहनवाज ने कहा कि सीमांचल के लोग हर साल बाढ़ की विपदा झेलने को मजबूर हैं. सरकार न बाढ़ रोकने का इंतजाम कर पाई है और न पीड़ितों को समय पर मुआवजा मिल पाता है. इसके विरोध में हमलोग बजट सत्र के पहले दिन प्रदर्शन कर रहे हैं.