पटना: विधानसभा मार्च के दौरान डाकबंगला चौराहे पर राजद कार्यकर्ताओं और पुलिस में तीखी झड़प हुई है. राजद कार्यकर्ताओं ने पुलिस पर जमकर रोड़े चलाए थे. प्रदर्शनकारियों को खदेड़ने के लिए पुलिस ने जमकर लाठीचार्ज भी किया था. इस दौरान कई लोग गंभीर रूप से जख्मी हो गए हैं. इस आक्रोश पूर्ण प्रदर्शन को लेकर पटना पुलिस ने नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव, तेज प्रताप समेत 3 हजार राजद नेताओं पर केस दर्ज किया है.
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सरकारी संपत्ति को नुकसान पहुंचाने के खिलाफ FIR
मंगलवार को तेजस्वी यादव के नेतृत्व में आरजेडी कार्यकर्ता बेरोजगारी, बढ़ती महंगाई और कानून व्यवस्था के मुद्दे को लेकर प्रदर्शन करने सड़क पर उतरे थे. ये लोग विधानसभा का घेराव करने के लिए आगे बढ़ ही रहे थे कि डाकबंगला चौराहे पर पुलिस ने इन्हें रोक दिया. इसके बाद पुलिस और आरजेडी कार्यकर्ताओं के बीच हिंसक झड़प भी हुई. पुलिस ने वॉटर कैनन का इस्तेमाल किया तो आरजेडी वर्कर्स ने पुलिस पर पत्थर चलाए. इसके बाद पुलिस के लाठीचार्ज में कई आरजेडी वर्कर्स चोटिल भी हुए. इन लोगों पर सरकारी संपत्ति को नुकसान पहुंचाने के विभिन्न धाराओं के तहत एफआईआर दर्ज किया गया है.
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3000 लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज
राजद के प्रदर्शन के दौरान पुलिस पर किए गए पथराव और मारपीट मामले को लेकर पुलिस प्रशासन ने कड़ा रुख अख्तियार कर लिया है. इस मामले को लेकर पटना के गांधी मैदान थाना और कोतवाली थाना में नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव, तेज प्रताप यादव, रतन यादव, जगदानंद सिंह, रितु समेत 15 नामजद और 3000 अज्ञात राजद कार्यकर्ताओं के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराया गया है. एफआईआर संबंधित क्षेत्र के दंडाधिकारी की ओर से दोनों थानों में दर्ज करवाए गए हैं.
अधिकारियों के साथ मीडियाकर्मी भी जख्मी
प्रदर्शन में राजद कार्यकर्ताओं के माध्यम से किए गए पथराव के दौरान एक डीएसपी, 3 मजिस्ट्रेट, कोतवाली के थाना प्रभारी सुनील कुमार सिंह 18 से अधिक पुलिसकर्मीयो के साथ-साथ कई मीडिया कर्मी भी जख्मी हो गए थे. जिनका प्राथमिक उपचार करवाया गया.