मसौढ़ी: एक बार फिर पटना के मसौढ़ी में भ्रूण हत्या (Feticide In Masaurhi) का मामला सामने आया है. यहां आए दिन कूड़े-कचरे के ढेर में नवजात शिशु को फेंका जा रहा है. ताजा मामला मसौढ़ी के डाकबंगला प्रांगण का है, जहां एक भ्रूण को फेंक दिया गया है. इसे देखने के लिए सैकड़ों की संख्या में लोग एकजुट हो रहे हैं, वहीं स्थानीय लोगों ने प्रशासन पर आरोप लगाया है कि वह मूकदर्शक बनी हुआ है. ऐसी घटनाएं लगातार बढ़ती जा रही हैं.
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जारी है गर्भपात का खेल: मसौढ़ी में कई जगहों पर गर्भपात का खेल चल रहा है, जितने भी अवैध क्लीनिक और नर्सिंग होम हैं वहां पर गैरकानूनी ढंग से गर्भपात कराया जा रहे हैं. ताजा उदाहरण मसौढ़ी स्थित डाकबंगला प्रांगण का है जहां भ्रूण के फेंके जाने से स्थानीय लोगों की भीड़ जमा हो गई. उनका कहना है कि रोजाना किसी न किसी का भ्रूण और नवजात शिशु यहां पर फेंका हुआ मिलता है. ऐसे में लोगों ने विभिन्न नर्सिंग होम की जांच कराने की मांग की है. स्वास्थ्य विभाग से लगातार लोगों ने गुजारिश की है कि इस पूरे मामले पर सभी नर्सिंग होम की जांच कराई जाए. वहीं स्थानीय प्रशासन इस पूरे मामले में दर्शक बनी हुई है.
लोगों ने की स्वास्थ्य विभाग से मांग: मसौढ़ी स्थित विभिन्न नर्सिंग होम और छोटे-बड़े क्लिकों में इन दिनों गर्भपात का खेल चल रहा है. यह खेल आज से ही नहीं काफी समय से निरंतर चल रहा है. वहीं डाकबंगला परिसर में नवजात शिशु और भ्रूण के फेंके जाने के मामले में सिविल सर्जन के के राय ने कहा कि आसपास के जितने भी निजी नर्सिग होम है उसकी जांच करवाई जाएगी. जल्द से जल्द इस मामले में आगे की कार्रवाई की जाएगी.
"डाकबंगला परिसर में नवजात शिशु और भ्रूण के फेंके जाने की घटनाएं बढ़ती जा रही है. इसे लेकर आसपास के जितने भी निजी नर्सिग होम है उसकी जांच करवाई जाएगी. जल्द से जल्द इस मामले में आगे की कार्रवाई की जाएगी." -केके राय, सिविल सर्जन, पटना