पटना: राजधानी पटना से सटे बिहटा प्रखण्ड के कंचनपुर गांव के किसान सरकार के निर्देश का पालन करते हुए मास्क और सोशल डिस्टेंस का पालन करते हुए अपने कृषि कार्य कर रहे हैं. खास बात यह है कि किसान कोरोना से बचाव के लिए खेत में साबुन लेकर आकर रहे है. काम समाप्त होने के बाद किसान सरकार के निर्देशानुसार साबुन से लगातार हाथ भी धो रहे हैं.
किसानों की पहल इलाके में चर्चा का विषय
किसानों का कहना है कि पूरा विश्व कोरोना संकट से जूझ रहा है. इस संकट से निजात पाने के लिए राज्य सरकार और केंद्र सरकार हर संभव कोशिश कर रही है. किसानों ने बताया कि वे खेत में जाने से पहले साबुन से हाथ धो कर और मास्क या गमछा लगाकर खेत में फसल काटते हैं. यहीं नहीं फसल काटने के समय हमलोग सोशल डिस्टेंसिंग का पालन भी कर रहे हैं. वहीं, खेत में काम समाप्त कर वापस आने पर सेनिटाइजर और साबून से हाथ धोने के बाद ही घर वापस आते हैं. किसानों की यह पहल इलाके में चर्चा का विषय बना हुआ है.
'सावधानी से कोरोना को हराएंगे'
किसान दीपक और सियाराम बताते हैं कि पूरे देश में कोरोना फैला हुआ है. सरकार ने भी सभी लोगो से दूरी बना कर और मास्क के साथ हाथ हमेशा धोने की बात कही है. हम लोग भी फसल काटने से पहले और काटने के बाद सरकार के निर्दश का पालन करते हुए काम करते हैं. ताकि इस महामारी बीमारी से बच सके. किसानों का कहना है कि जिस तरह से देश इस बीमारी से संक्रमित मरीजों की संख्या बढ़ रही है. उसका एकमात्र कारण है जागरूकता और सरकारी निर्दोंशों की अवहेलना. किसानों ने लोगों से सरकारी निर्दोशों का पालन करने की आपील की.
गौरतलब है कि देश में कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या दिन पर दिन बढ़ती जा रही है. सरकार ने संक्रमण को फैलने से रोकने के लिए देशभर में दूसरी बार लॉकडाउन को आगे बढ़या है. बता दें कि बिहार में भी कोरोना वायरस से संक्रमित मरीजों की संख्या लगातार बढ़ रही है. बुधवार को पटना में दो सहित पांच जिलों में 6 नए कोरोना पॉजिटिव मरीज की पहचान की गई. जिसके बाद कोरोना संक्रमितों की कुल संख्या 542 हो गई है. राज्य में अब तक 27,738 से ज्यादा नमूनों की जांच हो चुकी है. कुल स्वस्थ हुए मरीजों की संख्या 188 है. जबकि पूरे राज्य में संक्रमण के कारण 4 की मौत हो चुकी है.