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शहीद के परिजनों की मांग- अब बातों से मसला नहीं होगा हल, भारत अपनाए आक्रामक रुख

पुलवामा हमले में अपने पिता को खोने वाले सोनू ने भारत-चीन सीमा पर हुई हिंसक घटना की निंदा की. उन्होंने सरकार से जवाबी कार्रवाई की मांग की है.

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Published : Jun 18, 2020, 2:05 PM IST

पटना(मसौढ़ी): भारत-चीन सीमा पर हुई हिंसा के बाद लोगों का गुस्सा चरम पर है. देशवासी केंद्र सरकार से शहीद जवानों की शहादत का बदला लेने की मांग कर रहे हैं. इस क्रम में पुलवामा हमले में शहीद बिहार के मसौढ़ी के वीर संजय कुमार सिन्हा के बेटे ने भी बॉर्डर पर शहीद हुए जवानों को श्रद्धांजलि दी.

शहीद के बेटे ने कहा है कि इस बार सीमा पर चीन ने जो हरकत की है वह बिल्कुल ही कायराना है. उन्होंने भारत सरकार से आग्रह किया है कि इस बार जवाबी कार्रवाई की जाए. हर बार वार्ता से काम नहीं चलने वाला है. चीन की हरकत पर गुस्सा जताते हुए शहीद संजय सिन्हा के बेटे ने कहा कि यह 21वीं सदी का भारत है, चीन को ये बात समझानी पड़ेगी.

patna
पुलवामा हमले में शहीद संजय का घर

'कार्रवाई करें तभी मिलेगी जवानों को श्रद्धांजलि'
पुलवामा हमले में अपने पिता को खोने वाले सोनू कुमार ने कहा कि यह नया भारत है. अब अगर तुम ईंट मारोगे तो तुम्हें पत्थर से जवाब मिलेगा. उन्होंने कहा कि अगर भारत अपने शहीद पुत्रों को सच्ची श्रद्धांजलि देना चाहता है तो चीन के इस नापाक हरकत का जवाब उसको उसी की भाषा में देना होगा.

शहीद के बेटे का दर्द

गलवान में गई जवानों की जान
बता दें कि बीते सोमवार की देर रात चीन के साथ भारत की हिंसक झड़प लद्दाख की गलवान वैली में हुई. ये वही गलवान वैली है जहां 1962 की जंग में 33 भारतीयों की जान गई थी. भारतीय सेना ने स्वीकार किया है कि पूर्वी लद्दाख की गलवान घाटी में चीनी सेना के साथ हुए हिंसक संघर्ष में 20 भारतीय सैनिकों की मौत हुई है. सेना का कहना है कि इस संघर्ष में 17 सैनिक गंभीर रूप से घायल हुए थे और शून्य से कम तापमान वाले ऊंचाई पर स्थित गलवान इलाके में उनकी मौत हो गई. सेना ने मंगलवार रात अपने आधिकारिक बयान में कहा कि गलवान इलाके में अब भारतीय और चीनी दोनों ही देशों के सैनिकों के बीच संघर्ष बंद हो गया है.

पटना(मसौढ़ी): भारत-चीन सीमा पर हुई हिंसा के बाद लोगों का गुस्सा चरम पर है. देशवासी केंद्र सरकार से शहीद जवानों की शहादत का बदला लेने की मांग कर रहे हैं. इस क्रम में पुलवामा हमले में शहीद बिहार के मसौढ़ी के वीर संजय कुमार सिन्हा के बेटे ने भी बॉर्डर पर शहीद हुए जवानों को श्रद्धांजलि दी.

शहीद के बेटे ने कहा है कि इस बार सीमा पर चीन ने जो हरकत की है वह बिल्कुल ही कायराना है. उन्होंने भारत सरकार से आग्रह किया है कि इस बार जवाबी कार्रवाई की जाए. हर बार वार्ता से काम नहीं चलने वाला है. चीन की हरकत पर गुस्सा जताते हुए शहीद संजय सिन्हा के बेटे ने कहा कि यह 21वीं सदी का भारत है, चीन को ये बात समझानी पड़ेगी.

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पुलवामा हमले में शहीद संजय का घर

'कार्रवाई करें तभी मिलेगी जवानों को श्रद्धांजलि'
पुलवामा हमले में अपने पिता को खोने वाले सोनू कुमार ने कहा कि यह नया भारत है. अब अगर तुम ईंट मारोगे तो तुम्हें पत्थर से जवाब मिलेगा. उन्होंने कहा कि अगर भारत अपने शहीद पुत्रों को सच्ची श्रद्धांजलि देना चाहता है तो चीन के इस नापाक हरकत का जवाब उसको उसी की भाषा में देना होगा.

शहीद के बेटे का दर्द

गलवान में गई जवानों की जान
बता दें कि बीते सोमवार की देर रात चीन के साथ भारत की हिंसक झड़प लद्दाख की गलवान वैली में हुई. ये वही गलवान वैली है जहां 1962 की जंग में 33 भारतीयों की जान गई थी. भारतीय सेना ने स्वीकार किया है कि पूर्वी लद्दाख की गलवान घाटी में चीनी सेना के साथ हुए हिंसक संघर्ष में 20 भारतीय सैनिकों की मौत हुई है. सेना का कहना है कि इस संघर्ष में 17 सैनिक गंभीर रूप से घायल हुए थे और शून्य से कम तापमान वाले ऊंचाई पर स्थित गलवान इलाके में उनकी मौत हो गई. सेना ने मंगलवार रात अपने आधिकारिक बयान में कहा कि गलवान इलाके में अब भारतीय और चीनी दोनों ही देशों के सैनिकों के बीच संघर्ष बंद हो गया है.

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