पटना: बिहार में बीते कई दिनों से चली आ रही नियोजित शिक्षकों की हड़ताल होली की वजह से शांत हो गई थी. लेकिन होली बीतने के बाद एक बार फिर से आंदोलन तेज करने की बात कही जा रही है. बता दें कि शिक्षक समान काम के बदले समान वेतन सहित अपनी विभिन्न मांगों को लेकर कई दिनों से धरने पर थे. लेकिन होली पर्व की वजह से इसका असर कम हो गया था.
मांगों को लेकर विरोध प्रदर्शन
बीते दिनों बिहार राज्य शिक्षक संघर्ष समन्वय समिति के आह्वान पर प्रखंड मुख्यालय के सामने हड़ताली शिक्षकों ने विरोध प्रदर्शन किया था. शिक्षकों ने मुख्यमंत्री, शिक्षा मंत्री और शिक्षा विभाग के अधिकारियों का पुतला फूंक कर होलिका दहन मनाया था. विरोध में शिक्षकों ने समान काम के बदले समान वेतन, राज्य कर्मी का दर्जा, सेवा शर्त और पुरानी पेंशन नीति के समर्थन में अपनी आवाज बुलंद की थी.
17 फरवरी से शुरू है नियोजित शिक्षकों की हड़ताल
जानकारी के मुताबिक 17 फरवरी से नियोजित शिक्षकों की हड़ताल जारी है. शिक्षक अपनी मांगों के लेकर लगातार अपनी आवाज बुलंद कर रहे हैं. शिक्षकों के मुताबिक जब तक उनकी मांगे पूरी नहीं होती तब तक आंदोलन जारी रहेगा. हालांकि शिक्षामंत्री कृष्ण नंदन वर्मा अपील भी कर चुके हैं कि शिक्षकों की मांग पूरी होगी, लेकिन धरातल स्तर पर इसका असर नहीं दिख रहा है.