पटना: पहले की तुलना में पेट्रोल का दाम काफी बढ़ गया है, ऐसे में रोजाना 50 से 100 किलोमीटर सफर करने वाले व्यक्ति पर ज्यादा खर्च बढ़ गया. लोगों का मानना है कि इलेक्ट्रिक वाहन अभी के समय में काफी अच्छा है. मोटरसाइकिल या कार खरीदना ज्यादा महंगा नहीं होता, बल्कि उसको प्रतिदिन चलाने के लिए जो ईंधन लगता है, उसके हिसाब से लोग खरीदारी करते हैं. ऐसे में पेट्रोल डीजल महंगा होने पर लोगों का रुझान इलेक्ट्रिक वाहनों के तरफ बड़ा है और आने वाले दिनों में इसका क्रेज और भी बढ़ेगा.
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इलेक्ट्रिक टू व्हीलर की डिमांड बढ़ी
राजधानी पटना के कई शोरूमों में इलेक्ट्रिक बैटरी से चलने वाले दोपहिया वाहन की बिक्री बढ़ गई है. इन इलेक्ट्रिक वाहनों को चार्ज करने के बाद आराम से लोग अपने सफर पर निकल सकते हैं और ये रोजाना सफर करने वाले, ऑफिस आने जाने वालों या कम दूरी में घूमने वालों को कुछ ज्यादा ही पसंद आ रही है. इलेक्ट्रिक बैटरी होने की वजह से लोगों को रोज-रोज पेट्रोल भरवाने के झंझट से मुक्ति मिल रही है.
''जनता का रुझान इस समय इलेक्ट्रिक वाहन खरीद की ओर काफी बढ़ गया है, क्योंकि दिन प्रतिदिन पेट्रोल और डीजल के दाम में वृद्धि हो रही है इलेक्ट्रिक वाहन प्रदूषण मुक्त होते हैं. इसलिए जनता इलेक्ट्रिक वाहन खरीदने के प्रति अग्रसर है- सुशांत शेखर, हीरो इलेक्ट्रिक डीलर
तेल की बढ़ी कीमतों से बढ़ा रुझान
सच्चाई तो ये भी है कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर कच्चे तेल की कीमतों में पेट्रोल और डीजल की कीमतों में लगातार बढ़ोतरी चिंतित कर रही है. आम आदमी की परेशानी बढ़ गई है, इस कारण से लोगों का रुझान इलेक्ट्रिक वाहनों की तरफ बढ़ा है.
''इलेक्ट्रिक वाहनों की कीमत अभी काफी कम है और ये इको फ्रेंडली होते हैं. इसके अलावा जिस प्रकार से अभी डीजल और पेट्रोल के दाम बढ़े हैं. इसलिए हम लो स्पीड इलेक्ट्रिक स्कूटी खरीदने आए हैं. साथ ही मोटर पर 5 साल की वारंटी के साथ-साथ चार्जर बैटरी पर 3 साल की वारंटी भी लोगों को मिलती है''- कृति, ग्राहक
बढ़ी इलेक्ट्रिक स्कूटी की बिक्री
पिछले 2 महीने में इलेक्ट्रिक स्कूटी की बिक्री काफी ज्यादा बढ़ गई है और ऐसा लग रहा है कि इलेक्ट्रिक स्कूटी के लिए अभी धनतेरस का समय चल रहा है. उनके पास कई रेंज में और कई लुक में इलेक्ट्रिक स्कूटी उपलब्ध है. फरवरी के महीने में उनके शोरूम से 55 स्कूटी बिकी थी. वहीं, मार्च के महीने में अब तक 45 स्कूटी बिक चुकी हैं. शुक्रवार के दिन ही शोरूम से 8 स्कूटी बिकी हैं. इलेक्ट्रिक स्कूटी में हाई स्पीड स्कूटी की डिमांड सबसे ज्यादा है और इसके लिए लाइसेंस और रजिस्ट्रेशन अनिवार्य है.
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इलेक्ट्रिक वाहन से सस्ता हुआ सफर
बाइक शोरूम के मालिक ने बताया कि हाई स्पीड स्कूटी को 4 घंटे चार्ज करना पड़ता है और इसके बाद 80 किलोमीटर तक का सफर आसानी से तय कर सकते हैं. इसकी टॉप स्पीड 50 से 60 के बीच में रहती है. उन्होंने बताया कि ऐसे अभिभावक जिनके बच्चे अभी ज्यादा बड़े नहीं हुए हैं, वह लोग लो स्पीड स्कूटी खरीद रहे हैं जिसके लिए रजिस्ट्रेशन और लाइसेंस जरूरी नहीं है. लो स्पीड स्कूटी को बुजुर्ग और युवतियां ज्यादा पसंद कर रहे हैं. वहीं, युवक हाई स्पीड स्कूटी की खरीदारी कर रहे हैं.
हाई स्पीड इलेक्ट्रिक स्कूटी का क्रेज
उन्होंने कहा कि कई बार ऐसा हो रहा है कि जो हाई स्पीड इलेक्ट्रिक स्कूटी है, वह आउट ऑफ स्टॉक हो जा रही हैं. स्टॉक कई दिनों तक लगातार आउट भी रहा है. जिस प्रकार से हाल के पिछले 2 महीने में डीजल-पेट्रोल के दाम में 20 से 25 रू. तक की बढ़ोतरी हुई है. उसके बाद मध्यम वर्गीय परिवार के ऐसे लोग जिन्हें प्रतिदिन शहर में ही 40 से 50 किलोमीटर ट्रैवल करना है, वह लोग अब इलेक्ट्रिक स्कूटी ही लेना पसंद कर रहे हैं.
''हमारे पास लो मेंटेनेंस वाली दो पहिया इलेक्ट्रिक वाहन है, जो इन दिनों खूब बिक रही हैं. थोड़ी परेशानी फाइनेंस को लेकर होती है. लेकिन लोगों में खूब दिलचस्पी है. ये खूब बिक रही हैं''- आसिफ अरमान, कोसबाईक शोरूम मालिक
''जिस तरह से महंगाई बढ़ रही है, हम लोगों के लिए ये बेस्ट है. तेल डलवाने की झंझट नहीं रहेगी. इसे 4 से 5 घंटा चार्ज कर पटना की सैर कर सकते हैं''- ज्योति कुमारी, ग्राहक
पर्यावरण के लिए भी बेहतर विकल्प
वहीं, बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर्यावरण को ध्यान में रखते हुए पहले से ही इलेक्ट्रिक वाहन का प्रयोग करते हैं और लोगों से भी अपील करते रहते हैं कि इलेक्ट्रिक वाहन को बढ़ावा देना चाहिए. इलेक्ट्रिक वाहन पर्यावरण के लिए बेहतर है. पेट्रोल और डीजल वाले वाहन तो सीधे तौर पर पर्यावरण पर ही असर करते हैं.
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ईंधन की सालाना खपत में आएगी कमी
पेट्रोल-डीजल और सीएनजी वाहनों की तुलना में केवल प्रदूषण में ही कमी नहीं आएगी, बल्कि जिस तरह से इलेक्ट्रिक वाहनों की डिमांड बढ़ रही है, ऐसे में टू व्हीलर और कारों पर ईंधन की सालाना खपत में हजारों रुपए की बचत भी सरकार को होगी. इलेक्ट्रिक वाहनों से केवल वायु प्रदूषण ही नहीं, बल्कि ध्वनि प्रदूषण भी नहीं होता है.