नई दिल्ली/पटना: भारत निर्वाचन आयोग ने कोविड-19 महामारी के बीच बिहार में चुनाव कराने को लेकर गाइडलाइन के लिए बैठक की. जहां चुनाव आयोग ने मुख्य निर्वाचन अधिकारी को 3 दिनों के भीतर व्यापक दिशा-निर्देश तैयार करने का निर्देश दिया. जानकारी के मुताबिक बैठक में राजनीतिक दलों की ओर से मिले सुझाव पर चर्चा की गई.
बिहार में राजद और सीपीआईएम ने डिजिटल तरीके से रैलियों पर रोक लगाने की मांग की है. जबकि एलजेपी, एनसीपी, एनपीपी और आप ने चुनाव आयोग से बिहार चुनाव तो स्थगित करने की बात रखी है. उनका कहना है कि मौजूदा समय में राज्य कोविड-19 महामारी के कारण बहुत बुरी तरह से प्रभावित है.
आयोग की ओर से तय समय पर चुनाव के संकेत
ईटीवी भारत को दिए इंटरव्यू में मुख्य चुनाव आयुक्त सुनील अरोड़ा ने संकेत दिया था कि राज्य की स्थिति का आकलन करने के बाद बिहार चुनाव तय समय पर ही होंगे. आयोग इसके लिए तैयारी करने में जुटा हुआ है. उन्होंने कहा था कि राज्य में स्थिति और मतदान की तैयारियों का मूल्यांकन करने के लिए काम जारी है.
जल्द जारी होगी नई गाइडलाइन
सूत्रों की मानें तो आगामी बिहार विधानसभा और उप चुनावों को लेकर जल्द ही नए दिशा-निर्देश जारी कर दिए जाएंगे. जिसमें कोरोना महामारी के बीच मतदान के लिए तमाम सुरक्षा उपाय शामिल होंगे. इस दौरान पोलिंग कर्मियों को सैनिटाइजजर, ग्लव्स, मास्क और फेस शील्ड दी जाएगी. इसके अलावा अगर कोई मतदाता बगैर मास्क के मतदान करने आता है तो उन्हें मास्क भी उपलब्ध कराया जाएगा. इस बात का विशेष ख्याल रखा जाएगा कि मतदान के दौरान सामाजिक दूरी का अनुपालन जरूर हो.
प्रचार के दौरान इन बातों का रखा जाएगा ध्यान
इसके अलावा चुनाव अभियान के दौरान भी सामाजिक दूरी अनिवार्य होगी. डोर-टू-डोर प्रचार में अधिकतम 3 लोग शामिल होंगे. जानकारी के मुताबिक रोड शो के दौरान केवल 5 वाहनों को ही अनुमति दी जाएगी. रैली के लिए उपलब्ध क्षेत्र के आधार पर, जिला निर्वाचन अधिकारी रैली में दर्शकों की संख्या निर्दिष्ट करेगा ताकि सामाजिक दूरी के मापदंड का उल्लंघन न हो. नामांकन दाखिल करने के लिए उम्मीदवार के साथ जाने वाले लोगों की संख्या सीमित स्रोतों से भी सीमित होगी. जल्द ही पूरी गाइडलाइन जारी की जाएगी. ताकि कोविड-19 महामारी के बीत राज्य और जिले में चुनाव को लेकर तैयारियां की जा सके.