पटना: बिहार विधानसभा चुनाव की तैयारी को लेकर राज्य निर्वाचन विभाग ने राज्य के सभी जिला अधिकारियों को निर्देश दिए गए हैं. इस बार के विधानसभा चुनाव में मतदान केंद्रों को 3 वर्गों में बांटा जाएगा. यह वर्गीकरण किसी भी चुनाव में पहली बार होगा. उप मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी बैजू नाथ सिंह ने बताया इस बार राज्य में होने वाले चुनाव को शहरी, ग्रामीण और अर्ध-शहरी की तर्ज पर वर्गीकृत किया गया है.
महिला कर्मियों की तैनाती को लेकर भी आयोग ने स्पष्ट निर्देश दिए हैं कि पुरुषों की संख्या कम पड़ने पर ही महिला कर्मियों को मतदान कार्य में जोड़ा जाए. अपर मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी गोपाल मीणा ने राज्य के सभी जिलों के डीएम को मतदान कर्मियों की तैनाती को लेकर यह निर्देश दिए हैं.
मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी गोपाल मीणा के प्रमुख निर्देश
- ऑफिस और एम्पलाई डाटाबेस का 100% एंट्री एवं अपडेशन किया जाए.
- श्रेणी विशेष से कर्मियों की अधिकतम और कमी की स्थिति में 20% कर्मियों को रिजर्व रखा जाएगा.
- विधानसभा वार महिला कर्मचारी के आकलन करने के बाद आयोग के प्रावधान के अनुसार उनकी वरीयता को ध्यान में रखते हुए नियुक्ति की जाए.
- महिला कर्मियों को उनके निर्वाचन क्षेत्र से बगल के मतदान केंद्र में ड्यूटी लगाई जाए.
- राज्य के मतदान केंद्रों को तीन प्रकार से चिन्हित किया जाएगा रूलर, अर्बन और सेमी अर्बन.
- मतदान केंद्रों पर एक पीठासीन पदाधिकारी और तीन मतदान कर्मी तैनात रहेंगे.
- महिला कर्मियों को शहरी और सेमी अर्बन मतदान केंद्रों पर ही ड्यूटी लगाई जाएगी.
- प्रत्येक विधानसभा क्षेत्र में कम से कम 2 और 1 मतदान केंद्र चिन्हित किए जाएंगे.
- महिला कर्मियों को निर्वाचन कार्य में शामिल करने में हैंडबुक और रिटर्निंग ऑफिसर का अनुपालन सुनिश्चित किया जाएगा.
- कर्मियों की कमी होने पर दूसरे जिलों से केवल पुरुष मतदान पदाधिकारी को ही भेजा जाएगा.
- जिलों में तैनात नियोजित शिक्षकों को विकल्प के तौर पर रखा जाएगा.