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नियोजित शिक्षकों के सम्मान के लिए सरकार चिंतित, केंद्र से बातचीत करेंगे शिक्षा मंत्री

शिक्षा मंत्री कृष्णनंदन वर्मा ने कहा कि सरकारी गाइडलाइन के विरुद्ध तो जाना संभव नहीं है. लेकिन, इस संबंध में चर्चा जरूर की जाएगी.

कृष्णनंदन वर्मा
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Published : Oct 23, 2019, 9:31 PM IST

पटना: बिहार के नियोजित शिक्षक राष्ट्रीय शिक्षक पुरस्कार के हकदार नहीं हैं. यह जवाब राष्ट्रपति कार्यालय से नवादा के एक शिक्षक को दी गई है. इस मुद्दे पर ईटीवी भारत संवाददाता अमित वर्मा ने शिक्षा मंत्री कृष्णनंदन वर्मा से खास बातचीत की है. शिक्षा मंत्री ने इस संबंध में कहा कि केंद्रीय मानव संसाधन विभाग की गाइडलाइन में नियोजित शिक्षकों को यह पुरस्कार देने का प्रावधान नहीं है जिससे सभी शिक्षक प्रभावित हैं.

बिहार शिक्षा मंत्री कृष्णनंदन वर्मा

नियमित शिक्षकों पर जताई चिंता
शिक्षा मंत्री ने कहा कि इस गाइडलाइन के खिलाफ जाना तो संभव नहीं है. लेकिन इस संबंध में चर्चा जरूर की जाएगी. नियमित शिक्षकों के पद समाप्त होने के सवाल पर शिक्षा मंत्री ने कहा कि अभी तो फिलहाल नियमित शिक्षक हैं. लेकिन, जब इसकी संख्या में कमी आएगी तब वह केंद्र सरकार को पत्र लिखेंगे. साथ ही उन्होंने कहा कि वे इस सिलसिले में वे अपने विभाग के अधिकारियों से बात करेंगे. उन्होंने कहा कि शिक्षकों के लिए सम्मान उत्साह बढ़ाने में काम आता है, इसके लिए वह अपने विभाग में चर्चा करेंगे.

EPF का अपडेट लेंगे शिक्षा मंत्री
नियोजित शिक्षकों को ईपीएफ देने के सवाल पर कृष्णनंदन वर्म ने कहा कि इस संदर्भ में कार्रवाई चल रही है. इससे संबंधित अधिकारियों से बात कर वे जल्द ही इसपर अपडेट लेंगे.

  • मीडिया के सवाल पर भड़के नीतीश, बोले- क्या सिर्फ पटना के कुछ मोहल्लों में बाढ़ आई है? https://t.co/B1Q0A5k8ZF

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क्या है मामला?
बता दें कि नवादा के सिरदला उच्च माध्यमिक विद्यालय हेमजाभारत के शिक्षक राजेश कुमार ने राष्ट्रपति को पत्र लिखकर जानकारी मांगी थी कि बिहार के नियोजित शिक्षकों को राष्ट्रीय शिक्षक पुरस्कार से क्यों वंचित किया जा रहा है. इसके जवाब में केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्रालय ने राजेश कुमार को पत्र भेजा है. इसमें लिखा है कि राष्ट्रीय शिक्षक पुरस्कार के दिशा निर्देशों के मुताबिक नियोजित शिक्षकों को पुरस्कार प्रदान करने का प्रावधान नहीं है. इसके बाद ही नियोजित शिक्षक खासा नाराज थे, वह सरकार से लगातार सम्मान की मांग करते आ रहे हैं.

पटना: बिहार के नियोजित शिक्षक राष्ट्रीय शिक्षक पुरस्कार के हकदार नहीं हैं. यह जवाब राष्ट्रपति कार्यालय से नवादा के एक शिक्षक को दी गई है. इस मुद्दे पर ईटीवी भारत संवाददाता अमित वर्मा ने शिक्षा मंत्री कृष्णनंदन वर्मा से खास बातचीत की है. शिक्षा मंत्री ने इस संबंध में कहा कि केंद्रीय मानव संसाधन विभाग की गाइडलाइन में नियोजित शिक्षकों को यह पुरस्कार देने का प्रावधान नहीं है जिससे सभी शिक्षक प्रभावित हैं.

बिहार शिक्षा मंत्री कृष्णनंदन वर्मा

नियमित शिक्षकों पर जताई चिंता
शिक्षा मंत्री ने कहा कि इस गाइडलाइन के खिलाफ जाना तो संभव नहीं है. लेकिन इस संबंध में चर्चा जरूर की जाएगी. नियमित शिक्षकों के पद समाप्त होने के सवाल पर शिक्षा मंत्री ने कहा कि अभी तो फिलहाल नियमित शिक्षक हैं. लेकिन, जब इसकी संख्या में कमी आएगी तब वह केंद्र सरकार को पत्र लिखेंगे. साथ ही उन्होंने कहा कि वे इस सिलसिले में वे अपने विभाग के अधिकारियों से बात करेंगे. उन्होंने कहा कि शिक्षकों के लिए सम्मान उत्साह बढ़ाने में काम आता है, इसके लिए वह अपने विभाग में चर्चा करेंगे.

EPF का अपडेट लेंगे शिक्षा मंत्री
नियोजित शिक्षकों को ईपीएफ देने के सवाल पर कृष्णनंदन वर्म ने कहा कि इस संदर्भ में कार्रवाई चल रही है. इससे संबंधित अधिकारियों से बात कर वे जल्द ही इसपर अपडेट लेंगे.

  • मीडिया के सवाल पर भड़के नीतीश, बोले- क्या सिर्फ पटना के कुछ मोहल्लों में बाढ़ आई है? https://t.co/B1Q0A5k8ZF

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क्या है मामला?
बता दें कि नवादा के सिरदला उच्च माध्यमिक विद्यालय हेमजाभारत के शिक्षक राजेश कुमार ने राष्ट्रपति को पत्र लिखकर जानकारी मांगी थी कि बिहार के नियोजित शिक्षकों को राष्ट्रीय शिक्षक पुरस्कार से क्यों वंचित किया जा रहा है. इसके जवाब में केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्रालय ने राजेश कुमार को पत्र भेजा है. इसमें लिखा है कि राष्ट्रीय शिक्षक पुरस्कार के दिशा निर्देशों के मुताबिक नियोजित शिक्षकों को पुरस्कार प्रदान करने का प्रावधान नहीं है. इसके बाद ही नियोजित शिक्षक खासा नाराज थे, वह सरकार से लगातार सम्मान की मांग करते आ रहे हैं.

Intro:बिहार के नियोजित शिक्षक राष्ट्रीय शिक्षक पुरस्कार के हकदार नहीं हैं। नवादा के एक शिक्षक के सवाल के जवाब में राष्ट्रपति के कार्यालय से यही जवाब मिला है जिसके बाद नियोजित शिक्षक खासे आक्रोशित हैं। वही ईटीवी भारत से एक्सक्लूसिव बातचीत में शिक्षा मंत्री ने कहा है कि फिलहाल इसका प्रावधान नहीं है लेकिन वह देखेंगे कि किस तरह इसमें नियोजित शिक्षकों को भी सम्मान मिल सकता है।


Body:बता दे कि नवादा के सिरदला उच्च माध्यमिक विद्यालय हेमजाभारत के शिक्षक राजेश कुमार ने राष्ट्रपति को पत्र लिखकर जानकारी मांगी थी कि बिहार के नियोजित शिक्षकों को राष्ट्रीय शिक्षक पुरस्कार से क्यों वंचित किया जा रहा है। जिसके बाद केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्रालय ने राजेश कुमार को जवाब भेजा है जिसमें लिखा गया है कि राष्ट्रीय शिक्षक पुरस्कार के दिशा निर्देशों के मुताबिक नियोजित शिक्षकों को पुरस्कार प्रदान करने का प्रावधान नहीं है। जिसके बाद नियोजित शिक्षक खासे नाराज थे और सरकार से लगातार यह कह रहे हैं कि उन्हें भी शिक्षक सम्मान पुरस्कार मिलना चाहिए।
ईटीवी भारत से खास बातचीत में शिक्षा मंत्री ने कहा कि फिलहाल ऐसा कोई प्रावधान नहीं है और हम इस बारे में अधिकारियों से और संबंधित लोगों से बात करेंगे कि किस तरह नियोजित शिक्षकों को भी यह सम्मान मिल सकता है। वहीं नियोजित शिक्षकों को ईपीएफ देने के संदर्भ में उन्होंने कहा कि इस संदर्भ में कार्रवाई चल रही है और संबंधित अधिकारी से बात करके वे इसकी अपडेट जल्द लेंगे। शिक्षा मंत्री से बात की पटना संवाददाता अमित वर्मा ने।


Conclusion:कृष्णनंदन वर्मा शिक्षा मंत्री बिहार
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