बेंगलुरु: कर्नाटक के हुबली में एक LPG सिलेंडर में विस्फोट होने से भगवान अयप्पा के नौ श्रद्धालु गंभीर रूप से झुलस गए. पुलिस ने सोमवार को बताया कि रविवार रात को जब यह घटना हुई, तब घायल सो रहे थे. पुलिस के अनुसार यह घटना शहर के साईनगर इलाके में हुई.
न्यूज एजेंसी पीटीआई ने एक पुलिस सूत्र के हवाले से बताया कि जब यह हादसा हुआ, तब श्रद्धालु मंदिर के कमरे में सो रहे थे. सभी नौ घायलों को तुरंत KIMS अस्पताल में भर्ती कराया गया. पुलिस सूत्रों ने बताया कि उनकी हालत गंभीर बताई जा रही है.
पुलिस को संदेह है कि श्रद्धालुओं ने खाना पकाने के बाद सिलेंडर का नॉब ठीक से बंद नहीं किया, जिसके कारण विस्फोट हुआ. श्रद्धालु केरल में सबरीमाला भगवान अयप्पा मंदिर की यात्रा की योजना बना रहे थे.
भगवान अयप्पा की शोभायात्रा
बता दें कि भगवान अयप्पा की पवित्र स्वर्ण पोशाक 'थंका अंकी' को लेकर वार्षिक जुलूस रविवार को अरनमुला से सबरीमाला मंदिर की ओर रवाना हुआ था.सैकड़ों भक्तों और त्रावणकोर देवस्वोम बोर्ड (TDB) के अधिकारियों ने इस कार्यक्रम में भाग लिया. पोशाक को अरनमुला पार्थसारथी मंदिर में रखा जाता है और 'मंडलम-मकरविलक्कु' तीर्थयात्रा के मौसम के दौरान औपचारिक रूप से पहाड़ी मंदिर में ले जाया जाता है.
जानकारी के मुताबिक जब पवित्र पोशाक को जुलूस के लिए फूलों से सजे वाहन पर रखा गया तो श्रद्धालुओं ने भजन गाए और "स्वामीये शरणम् अयप्पा" का नारा लगाया. इस कार्यक्रम में टीडीबी के अध्यक्ष पीएस प्रशांत भी उपस्थित थे. पीटीआई ने प्रशांत के हवाले से बताय, "थंका अंकी जुलूस पार्थसारथी मंदिर से शुरू हुआ था. रास्ते में 74 मंदिरों में स्वागत के बाद यह 25 दिसंबर तक सबरीमाला पहुंचेगा."
उन्होंने कहा कि देवस्वओम मंत्री वीएन वासवन 25 दिसंबर को दोपहर में पंबा में जुलूस का स्वागत करेंगे. सबरीमाला सन्निधानम में मंदिर के अधिकारी शाम को इसका भव्य स्वागत करेंगे. 25 दिसंबर की शाम को 'आरती' से पहले भगवान अयप्पा की मूर्ति पर पवित्र पोशाक पहनाई जाएगी. 26 दिसंबर को सबरीमाला में शुभ मंडल पूजा होगी, जो वार्षिक तीर्थयात्रा सत्र के पहले चरण के समापन का प्रतीक है.
सबरीमाला में प्रतिबंधों की घोषणा
इस बीच जिला प्रशासन ने 'थंका अंकी' जुलूस के आगमन और मंडल पूजा से पहले भीड़ को नियंत्रित करने के लिए 25 और 26 दिसंबर को सबरीमाला में प्रतिबंधों की घोषणा की है. जिला कलेक्टर एस प्रेम कृष्णन द्वारा रविवार को दिए गए एक बयान के अनुसार वर्चुअल कतार बुकिंग 50,000-60,000 तक सीमित होगी, जबकि स्पॉट बुकिंग 5,000 तक सीमित होगी.
पंबा से पारंपरिक वन पथ के माध्यम से प्रवेश 25 दिसंबर की दोपहर से प्रतिबंधित कर दिया जाएगा. हालांकि, कलेक्टर ने कहा कि यह बैन हटा दिए जाएंगे और भक्तों को उसी दिन शाम 5 बजे के बाद 'सन्निधानम' तक स्वतंत्र रूप से जाने की अनुमति दी जाएगी.