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होली में त्वचा और सेंस्टिव अंगों का ऐसे रखें ख्याल, ऑर्गेनिक रंगों से मनाएं Happy Holi

प्रदेश सहित देश भर में होली का त्योहार मनाया जा रहा है. कई हिस्सों में शनिवार को भी होली मनाई जाएगी. होली को लेकर लोगों में काफी उत्साह देखा जा रहा है. ऐसे में पटना के प्रसिद्ध चिकित्सक डॉक्टर दिवाकर तेजस्वी ने होली खेलते समय कुछ सावधानी बरतने की बात कही है. पढ़ें पूरी खबर.

प्रसिद्ध चिकित्सक डॉक्टर दिवाकर तेजस्वी
प्रसिद्ध चिकित्सक डॉक्टर दिवाकर तेजस्वी
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Published : Mar 18, 2022, 9:04 PM IST

पटना: प्रदेश में रंगों का त्योहार होली (Holi Celebration In Bihar) का समय चल रहा है. देश के कई हिस्सों में आज होली मनाई जा रही है. बिहार में अधिकांश हिस्सों में 19 मार्च को भी होली मनाई जाएगी. दो साल से कोरोना की विषम स्थिति के बाद इस साल कोरोना काफी नियंत्रण में है और इस वजह से लोगों में होली को लेकर हर्षोल्लास और अधिक है. होली को लेकर के बाजार में विभिन्न प्रकार के रंग, अबीर और गुलाल उपलब्ध हैं और लोग होली खेलने के लिए इनकी खूब खरीदारी भी कर रहे हैं.

ये भी देखें-Happy Holi In Bihar: बिहार में आज जमकर खेली जा रही है होली.. कल भी उड़ेगा गुलाल

होली खेलने के दौरान बरतें सावधानी: प्रदेश के चिकित्सक लोगों को होली खेलने के दौरान विशेष सावधानी बरतने की अपील कर रहे हैं. उनकी अपील है कि जितना संभव हो हर्बल कलर से ही होली खेलें और केमिकल कलर का प्रयोग ना करें. पटना के वरिष्ठ चिकित्सक डॉ. दिवाकर तेजस्वी (Dr. Diwakar Tejashwi) ने कहा कि होली में इंडस्ट्रियल कलर्स जो कि डाई होते हैं, उनका प्रयोग नहीं करना है. क्योंकि यह रंग स्किन को बहुत अधिक नुकसान पहुंचाते हैं. इसके साथ ही यदि यह रंग शरीर के अंदर प्रवेश करते हैं तो लंग्स और अन्य ऑर्गन को भी बहुत नुकसान पहुंचाते हैं.

ऑर्गेनिक कलर से खेले होली: डॉक्टर ने बताया कि होली खेलते समय जो ऑर्गेनिक कलर हैं वो वेजीटेबल कलर हैं, उन सबका प्रयोग करना चाहिए. इसके साथ ही अगर होली खेलते हैं तो शरीर पर नारियल तेल का मोटा लेप चढ़ा लेना चाहिए और चेहरे पर मोस्चराइजर लगा लेना चाहिए. इसके अलावा बालों में भी भरपूर मात्रा में नारियल तेल का प्रयोग कर लेना चाहिए. इससे हेयर फॉल की समस्या सामने नहीं आएगी और स्किन को नुकसान नहीं पहुंचेगा, नारियल और सरसों तेल एक तरीके से त्वचा और बालों के लिए रंग के खिलाफ एक अच्छा बैरियर के तौर पर काम करता है.

स्थमेटिक लोगों को सावधानी बरतने की जरूरत: डॉ दिवाकर तेजस्वी ने बताया कि जो लोग अस्थमेटिक हैं. उन लोगों को होली में विशेष सावधानी बरतनी चाहिए, खासकर जब सूखा अबीर और गुलाल उड़ता है. उस समय उन्हें बच कर रहना चाहिए. क्योंकि यदि यह नाक के अंदर चला जाता है तो उन्हें बहुत परेशानी में डाल देगा. इसके अलावा उन्हें गीले रंगों से भी परहेज रखना चाहिए, अधिक समय तक गीले रह गए तो अस्थमेटिक प्रॉब्लम शुरू हो जाएगा.

एंटी एलर्जी की दवाएं रखें खरीद कर: इन सबके अलावा ऐसे लोगों को होली के पहले ही इनहेलर और एंटी एलर्जी की दवाएं खरीद कर अपने पास रख लेनी चाहिए. क्योंकि होली के दिन मार्केट लगभग बंद रहते हैं और ऐसे में यदि उन्हें अस्थमेटिक प्रॉब्लम शुरू होता है और समय पर एंटी एलर्जी की दवा या इनहेलर उपलब्ध नहीं हो पाई तो समस्या और बढ़ जाएगी.

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पटना: प्रदेश में रंगों का त्योहार होली (Holi Celebration In Bihar) का समय चल रहा है. देश के कई हिस्सों में आज होली मनाई जा रही है. बिहार में अधिकांश हिस्सों में 19 मार्च को भी होली मनाई जाएगी. दो साल से कोरोना की विषम स्थिति के बाद इस साल कोरोना काफी नियंत्रण में है और इस वजह से लोगों में होली को लेकर हर्षोल्लास और अधिक है. होली को लेकर के बाजार में विभिन्न प्रकार के रंग, अबीर और गुलाल उपलब्ध हैं और लोग होली खेलने के लिए इनकी खूब खरीदारी भी कर रहे हैं.

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होली खेलने के दौरान बरतें सावधानी: प्रदेश के चिकित्सक लोगों को होली खेलने के दौरान विशेष सावधानी बरतने की अपील कर रहे हैं. उनकी अपील है कि जितना संभव हो हर्बल कलर से ही होली खेलें और केमिकल कलर का प्रयोग ना करें. पटना के वरिष्ठ चिकित्सक डॉ. दिवाकर तेजस्वी (Dr. Diwakar Tejashwi) ने कहा कि होली में इंडस्ट्रियल कलर्स जो कि डाई होते हैं, उनका प्रयोग नहीं करना है. क्योंकि यह रंग स्किन को बहुत अधिक नुकसान पहुंचाते हैं. इसके साथ ही यदि यह रंग शरीर के अंदर प्रवेश करते हैं तो लंग्स और अन्य ऑर्गन को भी बहुत नुकसान पहुंचाते हैं.

ऑर्गेनिक कलर से खेले होली: डॉक्टर ने बताया कि होली खेलते समय जो ऑर्गेनिक कलर हैं वो वेजीटेबल कलर हैं, उन सबका प्रयोग करना चाहिए. इसके साथ ही अगर होली खेलते हैं तो शरीर पर नारियल तेल का मोटा लेप चढ़ा लेना चाहिए और चेहरे पर मोस्चराइजर लगा लेना चाहिए. इसके अलावा बालों में भी भरपूर मात्रा में नारियल तेल का प्रयोग कर लेना चाहिए. इससे हेयर फॉल की समस्या सामने नहीं आएगी और स्किन को नुकसान नहीं पहुंचेगा, नारियल और सरसों तेल एक तरीके से त्वचा और बालों के लिए रंग के खिलाफ एक अच्छा बैरियर के तौर पर काम करता है.

स्थमेटिक लोगों को सावधानी बरतने की जरूरत: डॉ दिवाकर तेजस्वी ने बताया कि जो लोग अस्थमेटिक हैं. उन लोगों को होली में विशेष सावधानी बरतनी चाहिए, खासकर जब सूखा अबीर और गुलाल उड़ता है. उस समय उन्हें बच कर रहना चाहिए. क्योंकि यदि यह नाक के अंदर चला जाता है तो उन्हें बहुत परेशानी में डाल देगा. इसके अलावा उन्हें गीले रंगों से भी परहेज रखना चाहिए, अधिक समय तक गीले रह गए तो अस्थमेटिक प्रॉब्लम शुरू हो जाएगा.

एंटी एलर्जी की दवाएं रखें खरीद कर: इन सबके अलावा ऐसे लोगों को होली के पहले ही इनहेलर और एंटी एलर्जी की दवाएं खरीद कर अपने पास रख लेनी चाहिए. क्योंकि होली के दिन मार्केट लगभग बंद रहते हैं और ऐसे में यदि उन्हें अस्थमेटिक प्रॉब्लम शुरू होता है और समय पर एंटी एलर्जी की दवा या इनहेलर उपलब्ध नहीं हो पाई तो समस्या और बढ़ जाएगी.

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