पटना: राजधानी में कोरोना संक्रमण के बीच पटना नगर निगम की मेयर सीता साहू के खिलाफ 41 वार्ड पार्षदों ने अविश्वास प्रस्ताव पेश किया है. शुक्रवार को इस पर चर्चा होनी है. संक्रमण के बीच चर्चा के लेकर पार्षदों मे दो फाड़ है.
मेयर गुट के पार्षदों का कहना है कि अविश्वास प्रस्ताव पर चर्चा दो महीने बाद भी हो सकती है. लेकिन विरोधी गुट सिर्फ कुर्सी देख रहा है. वहीं दूसरे पक्ष के वार्ड पार्षद मोबाइल ऑफ करके कहीं गुप्त स्थान पर चले गये हैं. चुनावी साल में पटना नगर निगम में राजनीति चरम पर दिख रही है.
तेजी से बढ़ रहा राजधानी में कोरोना
प्रदेश में कोरोना संक्रमितों की संख्या 48 हजार पार हो चुकी है. संक्रमण को लेकर पटना हॉटस्पॉट बना हुआ है. इन सब के बीच पटना नगर निगम की मेयर सीता साहू की कुर्सी के लिए राजनीति गरमाई हुई है. 41 वार्ड पार्षदों ने मेयर सीता साहू के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव पेश किया है. इसके बाद से सभी कोरोना संक्रमण के मामलों को भूल कर गुट बनाने में जुटे नजर आ रहे हैं.
वार्ड पार्षदों को नहीं है राजधानी की चिंता
संक्रमण से निपटने और शहर वासियों को बचाने के लिए किसी भी वार्ड पार्षद की चिंता दिखाई नहीं दे रही है. इस सभी सवालों को लेकर जब हमने वार्ड पार्षदों से सम्पर्क किया तो अधिकतर पार्षदों का मोबाइल स्वीच ऑफ मिले. सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार कई वार्ड पार्षद किसी गुप्त स्थान पर चले गये थे.
मेयर गुट के वार्ड पार्षद का हमला
पूरे प्रकरण पर जब मेयर गुट के वार्ड पार्षद इंद्रदीप चंद्रवसी से सवाल किया गया तो उन्होंने बताया कि अफजल इमाम हो या फिर पूर्व डिप्टी मेयर विनय कुमार पप्पू सभी को शहर या शहर वासियों की चिंता नहीं है. काम में बाधा पहुंचाने के लिए लोगों ने अविश्वास प्रस्ताव लाया है. उन्होंने कहा कि विनय कुमार पप्पू के हाथों से जब से डिप्टी मेयर की कुर्सी गई है तब से वे मेयर सीता साहू को बदनाम करने मे लगे हुए हैं. रंजिश में वे बार-बार अविश्वास प्रस्ताव ला रहे हैं.