पटना : बिहार की राजधानी पटना में एक ऐसे शख्स हैं, जिसे केवल वाहनों के डाईकास्ट मॉडल जमा करने का शौक है. इनके इस शौक से कारण अगल-अलग वाहनों के मिनिएचर माॅडलों का एक अच्छा-खासा संग्राहलय उनके घर पर बन गया है. ऐसे अनूठे शौक रखने वाले शख्स का नाम आसिफ वसी है. आसिफ पिछले करीब 30 सालों से विंटेज गाड़ियों का डाईकास्ट संग्रह रहे हैं. डाईकास्ट माॅडल को मिनिएचर वर्जन या खिलौना कार भी कह सकते हैं, लेकिन यह खिलौना होता नहीं है.
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बचपन से शुरू कर दिया था माॅडलों का संग्रह : इन वाहनों के मॉडल में एक तरफ जहां मर्सिडीज, ऑडी, राॅल्स-रॉयस, मारुति, फॉक्सवैगन जैसे गाड़ियों के डाईकास्ट मॉडल शामिल हैं. वहीं दूसरी तरफ उनके संग्रह में विभिन्न देसी विदेशी कंपनियों के दो पहिया वाहनों के भी मॉडल शामिल हैं. आसिफ वसी ने बताया की विंटेज वाहनों के डाईकास्ट मॉडल को एकत्र करने का शौक है. इन मॉडल्स को हर कोई खरीद सकता है, लेकिन अपने देश में बहुत ही कम ऐसी कंपनियां है जो इन मॉडल्स को बनाती हैं.
"1938 में जिस गाड़ी को हिटलर इस्तेमाल करते थे, उसके डाईकास्ट मॉडल को भी संजो कर मैंने रखा है. मेरी कोशिश होती है कि विंटेज या हिस्टोरिकल गाड़ियों के मिनिएच को ज्यादा से ज्यादा इकट्ठा किया जाए. मुझे इसका बचपन से शौक था. आठ साल की उम्र से प्लास्टिक की गाड़ी खरीदना शुरू किए थे. उसके बाद मुझे विंटेज के बारे में पता चला तब से मैं विटेज वाहनों को एकत्रित कर रहा हूं".-आसिफ वसी, संग्रहकर्ता
कलेक्शन में कैनेडी की गाड़ी का मिनिएचर मौजूद : आसिफ वसी ने बताया कि इसको खिलौना नहीं समझा जाए, अगर इसमें सिर्फ पेट्रोल टैंक हो तो यह गाड़ी सरपट दौड़ेगी. यह महंगी आती है. मेरे पास 1938 से 2001 तक की मॉडलों का संग्रह है. इसमें अमेरिका के प्रेसिडेंट कैनेडी की गाड़ी का भी डाईकास्ट माॅडल मौजूद है. आसिफ के पास जितने भी मॉडल है 5000 से लेकर ₹10000 की कीमत के मॉडल है. मर्सिडीज के तीन से चार मॉडल इनके पास मौजूद है जो अलग-अलग साइज में है.
बाइक और साइकिल के भी माॅडल उपलब्ध : आसिफ ने बताया कि संग्रह में सिर्फ फोर व्हीलर का मॉडल नहीं है बल्कि साइकिल, मोटरसाइकिल के भी मॉडल शामिल हैं. उन्होंने कहा कि जब दुनिया में सबसे पहले साइकिल बनी, उस समय से लेकर अभी तक का लेटेस्ट मॉडल है. शोले फिल्म में जो बाइक का उपयोग किया गया था वह भी कलेक्शन में मौजूद है. उन्होंने कहा कि अपने देश में इंटरनेट की सुविधा हुई, तब से उनको इन मॉडल्स को एकत्र करने में काफी सहूलियत मिली.
दोस्तों ने गिफ्ट किये हैं अधिकत माॅडल : आसिफ ने बताया कि भारत में वाहनों के डाईकास्ट माॅडल कम मिलते हैं. इसलिए विदेशी दोस्तों से मंगवाकर काफी मॉडल्स एकत्रित किया है. इसमें कार, बाइक और अन्य वाहनों की बड़ी संख्या में डाई कॉस्ट मॉडल्स उपलब्ध है. टू व्हीलर में वेस्पा से लेकर हायाबूसा, बुलेट और कई गाड़ियों के मॉडल हैं.आसिफ बताते हैं कि 5000 से ज्यादा गाड़ियों के मॉडल हैं. इसमें से 60% दोस्तों के द्वारा गिफ्ट दिया गया है. इसलिए लागत का अंदाजा लगाना मुश्किल है.