पटना: अभिनेत्री से साध्वी बनी ममता कुलकर्णी इन दिनों सुर्खियों में हैं. खासकर बिहार और लालू यादव की खूब चर्चा हो रही है. एक टीवी शो में ममता कुलकर्णी ने 30 साल पहले का एक किस्सा सुनाया जिसमें बिहार के नक्सली क्षेत्र, लालू यादव और कमरे में 10 हजार लोग वाली बात बतायी.
गोवा से बिहार: टीवी शो में बात करते हुए ममता कुलकर्णी ने कहा कि उस वक्त लालू के बारे में नहीं जानती थी. मुझे पता नहीं था लालू यादव कौन है? मेरा सेक्रेट्ररी नया था. मैं गोवा में एक कार्निवल प्रोग्राम के लिए गई थी. वहां पर मेरे सेक्रेट्ररी ने मुझे फोन किया और कहा कि ममता तुम गोवा से सीधे बिहार जाओगी तो मैंने बोला ठीक है, लेकिन मैंने पूछा किसलिए?. मुझे बताया गया वहां एक शो है.
कमरे में 10 हजार लोग: ममता कुलकर्णी ने बताया कि बिहार का अनुभव अच्छा नहीं था. किसी तरह जान बचाकर बिहार से वापस मुंबई पहुंची थी. कमरे में 10 हजार लोग, नक्सली और लालू यादव को लेकर कई खुलासा किए. जब वे बिहार में कार्यक्रम में आयी थी तो उन्हें नहीं पता था कि लालू यादव कौन हैं?
नक्सली का नाम सुन उड़ गए थे होश: उस वक्त गणेश हेगड़े उनका कोरियोग्राफर था. 10 डांसर, एक ड्रेस डिजायनर, मेकमअपमैन और हेयरड्रेसर टीम में थी. 'हम लोग फ्लाइट से बिहार पहुंचे. उस वक्त मुझे पता नहीं था कि बिहार कहां पर आता है. हम लोग गाड़ी में चल रहे थे. मेरी हेयरड्रेसर कुछ सामान लेना भूल गई थी. मैंने ड्राइवर को गाड़ी रोकने के लिए कहा. लेकिन उसने कहा कि इधर रूक नहीं सकते. मैंने पूछा क्यों?. उसने कहा ये तो नक्सली इलाका है. मैंने पूछा ये क्या होता है?. उसने जो बताया मैं डर गई.
AK-47 और 100 जवान: एयरपोर्ट से रास्ता तय कर हमलोग होटल गए. होटल में पुलिस वालों की ऐसी कतार लगी थी मानों कोई युद्ध की तैयारी चल रही हो. AK-47 लेकर राईट और लेफ्ट में 100 पुलिस खड़े थे. हमलोग रूम तक पहुंचे. मैंने अपना कमरे का दरवाजा खोला तो 5 हजार लोग मेरे कमरे के अंदर थे. पूरे स्वीट में लोग भरे थे.
ड्रेसिंग रूम भी खाली नहीं: भीड़ देखकर काफी हैरान हुई. एक घंटा ही बीता था कि फोन आता है कि आपका शो रेडी है. हमलोग सब वहां पर पहुंच जाते हैं. वहां भी ड्रेसिंग रूम में 10 हजार लोग खचाखच भरे थे. मेरे डांसर मेरे पास आए और पूछा कि ममता जी क्या करें?.
ट्रैक शूट में डांस करना पड़ा: मुझे 'लांबा लांबा घूंघट' गाने पर डांस करना था. मैंने कहा चेंजिंग के लिए जगह नहीं है, तो ट्रैक शूट में डांस करते हैं. स्टेज पर बैक टू बैक दो गाने किए. शो के बाद सभी डांसर मेरे कमरे में बैठे थे.
सेक्रेट्ररी पर निकाली थी गुस्सा: अगली सुबह 7 बजे की फ्लाइट थी. किसी ने बोला कि अगर ये फ्लाइट छूट जाएगी तो अगली फ्लाइट 7 दिन बाद है. सब डरे हुए थे. मैंने अपने सेक्रेट्ररी को फोन किया और पूछा कि तुम्हें बिहार में किसने शो लेने के लिए बोला, क्या पैसे का इतना महत्व है, तुम्हें देखना चाहिए था कि बिहार कहां आता है?.
टेक ऑफ के बाद सांस आयी: किसी तरह 200 गार्ड के साथ एयरपोर्ट पर पहुंचे. जैसे ही फ्लाइट ने टेक ऑफ किया सभी डांसर ताली बजाने लगे. मैं मुंबई पहुंची. 10 दिन बाद लालू प्रसाद का नाम चर्चा में आया. लालू प्रसाद भी सोच रहे होंगे कि क्या हुआ?.
राज्यसभा का ऑफर: ममता बताती हैं कि उसी वक्त लालू प्रसाद ने घोषणा की 'मैं उसे (ममता कुलकर्णी) राज्यसभा की सीट दे रहा हूं.' यह सुनकर प्रेस के लोग मेरे पास पहुंचे. मैंने कहा कौन लालू प्रसाद? पत्रकारों ने कहा कि वे बिहार के चीफ मिनिस्टर हैं?. उन्होंने कहा कि आपको राज्यसभा मिलेगा, गाड़ी मिलेगी, तो मैंने कहा, मुझे नहीं चाहिए. मैं बॉलीवुड की राजनीति नहीं समझ पाया तो डायरेक्ट राजनीति में जाना ये कैसे होगा?.
राजद विधायक ने रखा था कार्यक्रम: बता दें कि ममता कुलकर्णी जिस कार्यक्रम की चर्चा कर रही हैं वह राजद सुप्रीमो लालू यादव के करीबी विधायक ने पटना में आयोजित किया था. इस कार्यक्रम में दर्शकों की इतनी भीड़ थी कि ममता कुलकर्णी के होश उड़ गए थे. कमरे और ड्रेसिंग रूम में पैर रखने की जगह नहीं थी.
कई हिट फिल्मों में काम: ममता कुलकर्णी सन 1995 में आयी फिल्म करण अर्जून से काफी चर्चा में थी. इस फिल्म गाना 'लांबा लांबा घूंघट' काफी मशहूर हुआ था. इसके अलावे कई हिट फिल्मों में इन्होंने काम किया. छुपा रुस्तम, चाइना गेट, नसीब, सबसे बड़ा खिलाड़ी, बेताज बादशाह, तिरंगा आदि हिट फिल्मों में अभिनय किया.
अभिनेत्री से साध्वी: अभिनेत्री ममता कुलकर्णी सांसारिक मोह-माया से दूर प्रयागराज महाकुंभ 2025 में जीवन से संन्यास ले लिया. 24 जनवरी को किन्नर अखाड़े की ओर से जूना अखाड़ा का महामंडलेश्वर मनाया गया था. आचार्य महामंडलेश्वर लक्ष्मी नारायण त्रिपाठी और अन्य की उपस्थिति में पट्टाभिषेक किया गया था. इनका नाम ममता कुलर्कणी से यमाई ममता नंद गिरि रखा गया.
इस फैसले से बढ़ा विवाद: इनकी फिल्मी करियर और आपराधिक आरोपों को लेकर महामंडलेश्वर बनाए जाने का विरोध होने लगा. अखाड़ा के भीमत मतभेद पैदा होने लगा. ममता पर आरोप लगा कि उन्होंने 10 करोड़ रुपए देकर यह उपाधि धारण की है. हालांकि एक टीवी शो में उन्होंने इसका खंडन किया. कहा कि उन्होंने कहा कि उन्होंने कोई रुपया नहीं दिए.
महामंडलेश्वर से पदमुक्त!: इस बीच बढ़ते विवाद के कारण ममता कुलकर्णी और लक्ष्मी नारायण त्रिपाठी को महामंडलेश्वर के पद से विमुक्त कर दिया गया है. किन्नर अखाड़े के संस्थापक ऋषि अजय दास ने फिर से अखाड़े का पुनर्गठन किया है. हालांकि लक्ष्मी नारायण त्रिपाठी ने बताया कि ना उन्हें और ना ही ममता कुलकर्णी को पद से हटाया गया है. 10 करोड़ रुपये देने की बात अफवाह है.
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